RE: Chudai Story बाबुल प्यारे
मैं : मेरे कूल्हों (हिप्स) पर लगाओ तेल.दबा दबा कर करो मालिश. बापू मेरे हिप्स पर तेल लगाने लगे.मेरी हिप्सउमर के हिसाब से बड़ी हैं
मैं : बापू, आप मम्मी के कूल्हों (हिप्स) पर भी मालिश करते हो
बापू : हां.लेकिन अब तो उसकी मालिश किए पाँच च्छेः साल हो गये बापू मेरी हिप्स की मालिश बहुत दबा दबा केकर रहे तह..मुझे यहीं था की अब तक बापू का लॉडा पूरी तरह कड़क हो चुका था.
मैं : बापू, चलो अब आप थोड़ा आराम कर लो.काफ़ी देर से मालिश कर रहे हो.कुच्छ देर मैं आपकी मालिश कर देतीहूँ अब बापू लेट गये और मैं उनके ऊपर आ गयी.मैने हाथ में तेल लिया और उनकी छाती पर लगाने लगी.बापू कीनज़रें मेरे बदन पे थी.उनकी जवान बेटी ब्रा पॅंटी में उनकी मालिश कर रही थी.
मैं : बापू आप अंपनी लूँगी निकाल दो तो मैं आपकी टाँगों की भी मालिश कर दूं मैं जानती थी की बापू का लॉडा खड़ाहोगा
बापू : नहीं बेटी.मुझे तो मालिश की ज़रूरत ही नहीं.तू ऊपर से ही कर ले
मैं : क्यूँ बापू.आज आपने कच्छा (अंडरवेर) नहीं पहना
बापू : पहना है.लेकिन मुझे मालिश की ज़रूरत नहीं. मैं बापू के ऊपर डॉग्गी स्टाइल में थी.उनकी छाति पर तेललगा रही थी. मैं जान बूझ कर स्लिप कर गयी और बापू के ऊपर आ पड़ी.हम दोनो के नंगे जिस्म कॉंटॅक्ट में आगये.अब मैं बापू के ऊपर लेटी हुई थी.मेरे ब्रेस्ट बापू की छाती से सटे हुए थे
मैं : ओह.
बापू : क्या हुआ
मैं : बापू वो हाथ चिकने हैं ना इसलिए फिसल गये और मैं आपके ऊपर आ पड़ी.मैं थोड़ा थक गयी हूँ.थोड़ी देर ऐसेही रहू
बापू : मेरी छाती पर तेल लगा है.तेरा कपड़ा (ब्रा) खराब हो जाएगा
मैं : अब तो हो ही गया.जाने दो.लेकिन आपके हाथ खाली हैं.आप मेरी पीठ की मालिश कर सकते हो अब बापू लेतेहुए थे, मैं बापू के ऊपर, अपने ब्रेस्ट बापू की छाती पर दबाए, और बापू के हाथ मेरी पीठ पर तेल मल रहे थे .दोनो मेंगर्मी बढ़ती जा रही थी.हम दोनो के नंगे पेट एक दूसरे से सटे हुए थे
मैं : ऊ.बापू.मेरी मालिश करो.अच्छी तरह.
बापू : छेमिया क्या हम ठीक कर रहे हैं.?.एक बाप बेटी ऐसे करते हैं.
मैं : (धीरे आवाज़ में) कैसे.
बापू : जैसे तू और मैं कपड़ों के बिना एक दूसरे से चिपके हुए हैं.
मैं : कपड़े पहेने तो हैं.मैने ब्रा और कच्ची और आपने लूँगी.बचपन में तो आपने मुझे बिल्कुल नंगा देखा होगा. मैंअपने बूब्स बापू की छाति पे रगड़ने लगी.
बापू : बचपन की बात और थी.अब तू जवान है
मैं : बापू.क्या आपको मेरा जिस्म अच्छा लगा.?.
बापू : पर मैं तेरा बाप हूँ.
मैं : हम जो भी करेंगे मैं किसी से ना कहूँगी.हम थोड़ा सा ही करेंगे.अब बताओ आपको मेरा जिस्म अच्छा लगा ?.
बापू : हां.सच कहूँ तो तेरे कूल्हे (हिप्स) बहुत आकर्षक हैं. यह कह कर बापू मेरे हिप्स को प्रेस करने लगे
मैं : ऊ.बापू.बदन से बदन की मालिश का मज़ा ही कुच्छ और है.मेरे कूल्हों को दबाओ.
बापू : ओह.छेमिया.तेरे कूल्हे तो तेरी मा से भी ज़्यादा अच्छे हैं.
मैं : बापू.आप मेरे ऊपर आ जाओ बापू मेरे ऊपर आ गये और मेरी गर्दन (नेक) तो चूमने लगे
मैं : ऊओ.बापू.आइ लव यू सो मच.मैं आपसे कितना प्यार करती हूँ यह आप नहीं जानते.चूमो.अपनी बेटी को चूमो
बापू : छेमिया.तेरे बदन ने मुझे पागल कर दिया है.
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