RE: Sex Kahani आंटी और माँ के साथ मस्ती
मेने ज़ोर ज़ोर से धक्के देना शुरू किया,मेरा लंड बड़ी आसानी से अंदर घुस गया ऑर बड़े आराम से अंदर बाहर होने लगा,मेने एक झलक सलीम की ओर पाना चाहा तो देखा कि सलीम ने पॅंट उतार कर अपने लंड को बाहर निकाल लिया था,सलीम का लंड बहुत बड़ा था ऑर पूरा काला,किसी साँप की तरफ,उसका आगे का टोपा यूँ लग रहा था जैसे वो फुफ्कार रहा हो
मेरा लंड सलीम के लंड की तुलना मे छोटा लग रहा था,वो वापस मम्मी के उपर लेटकर मम्मी के होंठो को चूसने लगा ऑर अपना लंड मम्मी की चूत पे लगा कर रगड़ने लगा
तभी एक दबी दबी चीख उठी ,देखा तो सलीम ने अपना लंड मम्मी की चूत के अंदर घुसा दिया था,ऑर उसने मम्मी के होठ अपने होंठो से दबाकर मम्मी के शरीर को ज़ोर से पकड़ रखा था,सलीम वैसे भी हट्टा कट्टा इंसान था ,इसलिए मम्मी कुछ नही कर पाई
उसका लंड मम्मी की चूत को फाड़ता हुआ अंदर घुस चुका था
सलीम ने जबरदस्त धक्के दे दे कर अपना लंड मम्मी की चूत मे घुसा दिया था,मम्मी की आँखो से आसू निकल रहे थे उधर सलीम को कोई परवाह नही थी,सलीम का पूरा लंड चूत मे घुस जाने पे उसने धक्के देना शुरू किया
मे होता था या फिर कोई भी होता एक बार लंड पूरा अंदर घुसाने के बाद रुकता ज़रूर है पर सलीम ने तो अंदर घुसाते ही धक्के देना शुरू कर दिया था
सलीम को किस करते हुए धक्के देने मे थोड़ी दिक्कत हो रही थी इसलिए उसने अपने होठ मम्मी के होंठो से हटा लिए
जैसे ही सलीम ने होठ हटाए मम्मी के मुँह से आअहह आआआहह आआआहह की अव्वाज़े निकलनी शुरू हो गयी
सलीम अब सतसट मम्मी की चूत मार रहा था,उसके धक्के देने की रफ़्तार बहुत तेज थी,सलीम इतनी तेज़ी से धक्के मार रहा था कि उसका लंड नही देख पा रहे थे ,उसका लंड कब बाहर निकलता ऑर कब अंदर घुस जाता पता ही नही चल रहा था,इतनी जबरदस्त चुदाई के कारण मम्मी के चेहरे पर दर्द का भाव उभर आया
सलीम मेरी मम्मी की जबरदस्त चुदाई कर रहा था मे चाची की ,सलीम मस्ती ऑर मज़े मे मम्मी की चुदाई कर रहा था मे अपनी मम्मी को चुदते हुए देखने पर
हम दोनो के बीच एक कॉंपिटिशन सा होगया था,पूरे कमरे मे थप थप की मधुर धुन सुनाई दे रही थी ,हम दोनो बस चुदाई मे लगे हुए थे,हमारे इस कंप्टिशन मे चाची ऑर मम्मी की चूत के हाल बुरे हो रहे थे,तभी सलीम ने मम्मी को चोदना बंद किया ऑर मम्मी को घोड़ी बनने को कहा,
मे तो अपनी धून मे चाची की चूत चोदे जा रहा था,सलीम ने अपना मुँह मम्मी की गान्ड पे लगाया ऑर चाटने लगा,मे समझ गया कि सलीम अब मम्मी की गान्ड मारने वाला है
,उसने अब अब अपनी उंगलिया पे थूक लगाया ऑर सबसे छोटी उंगली घुसा दी,धीरे धीरे कर कर के अपनी दो बड़ी उंगलिया घुसा कर अंदर बाहर करने लगा,जब उसे लगा कि गान्ड लंड घुसने जितनी चौड़ी हो गयी है तो उसने फिर से अपनी पोज़िशन ली,वो मम्मी के पीछे आ गया,
उसने ढेर सारा थूक अपने लंड पे लगाया ऑर मम्मी की गान्ड पे रख दिया,
मे मम्मी की चीख का इंतज़ार ही कर रहा था कि सलीम ने एक जोरदार झटका दिया ऑर पूरा कमरा आआआआआआआआआईयईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई की चीख से भर गया
मम्मी को ये दर्द बर्दास्त नही हुआ,मम्मी उठना चाह रही थी पर सलीम ने उठने नही दिया,उसका लंड गान्ड से बाहर नही निकल जाए इसलिए उसने मम्मी के कंधे पकड़ रखे थे
मम्मी:सलीम ,गान्ड रहने दो,मे मर जाउन्गी,चाहे तो चूत मार ले पर गान्ड मत मार तू जो कहेगा वो मे करूगी
सलीम:बस शुरुआत मे दर्द होता है ,ऑर ये कहकर उसने एक ऑर ज़ोर का धक्का लगाया,ऑर सलीम का लंड मम्मी की गान्ड फाड़ता हुआ आधा अंदर घुस गया
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