RE: Sex Kahani आंटी और माँ के साथ मस्ती
मेरी मम्मी ने बहुत पतला घाघरा पहना हुआ था ,ऑर मुझे ये महसूस हो गया था कि मम्मी ने अंदर कुछ नही पहना था,मेरा लंड ऑर मम्मी की गान्ड के बीच केवल मम्मी का पतला सा घाघरा ऑर मेरा पाजामा था,क्योकि कल की तरह आज भी मेने कोई अंडरवेर नही पहना था
मे मम्मी को पहले चोद चुका था इसलिए कोई डर नही था ,तो मैं अपना हाथ सीधा मम्मी की चूत पे ले गया ऑर घाघरे के उपर से ही मम्मी की चूत को सहलाना शुरू कर दिया,जैसे ही मेरा हाथ मम्मी की चूत पे गया मम्मी के मुँह से सिसकारियाँ निकलनी शुरू हो गयी
अब मेने एक हाथ से मम्मी की चुचि को भी दबाना शुरू कर दिया था
मम्मी इतनी गरम हो चुकी थी कि उनसे रहा नही जा रहा था
मम्मी बोली "बेटा अब चोद दे,मेरी चूत मे लंड डाल कर चुदाई कर,अब मुझसे सहन नही हो रही ये आग""
ये सुनते ही मैं मम्मी का नाडा खोलने लगा गया ऑर कुछ ही देर मे मम्मी का घाघरा पाँव मे गिर गया ऑर मम्मी नीचे से बिल्कुल नंगी हो गयी
अब मैं आगे हाथ ले जाकर मम्मी के ब्लाउस के बटन भी खोलने लगा
ऑर कुछ ही सेकेंड्स बाद ब्लाउस खुल चुका था चुकी मम्मी ने कोई ब्रा नही पहनी थी इसलिए मम्मी की चुचिया सामने आ गयी
आज पहली बार मम्मी पूरी नंगी हुई थी ,मेरा एक हाथ मम्मी की चुचियो पे था ऑर एक हाथ मम्मी की फूली हुई चूत पे
ऑर मेरे होठ मम्मी की गर्दन पे थे
ऑर मेरा लंड मम्मी की गान्ड की दरार मे घुसा हुआ था
मेरे चारो तरफ से हो रहे प्रहार को मम्मी का शरीर नही संभाल पाया ऑर कुछ ही देर मे मम्मी की चूत ने पानी छोड़ दिया
मम्मी चूत मे जल रही आग को झेल नही पा रही थी
मम्मी:बेटा अब सहन नही होती ये चूत की आग,जल्दी से अपना लंड डाल कर इससे शांत कर दे
मे:अभी डालता हूँ लंड,तुम घोड़ी बन जाओ
मेरे कहते ही मम्मी तुरंत घोड़ी बन गयी,मेने अपना पाजामा उतार कर अपने लंड पे थूक लगाया जो मम्मी की चूत मे जाने को तैयार था
मेने जैसे ही अपने लंड मम्मी की चूत पे लगाया मुझे महसूस हुआ कि मम्मी की चूत वाकई मे बहुत गरम थी
फिर मेने एक धक्का लगाया,धक्का हल्का फूलका ही था,मम्मी की चूत गीली होने के कारण मेरा लंड गुपप्प से अंदर घुस गया
मम्मी के मुँह से "" आह की आवाज़ आई""
मम्मी की चूत गीली थी इसलिए ज़्यादा दिक्कत नही आई घुसाने मे
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