RE: Sex Kahani आंटी और माँ के साथ मस्ती
मे कमला की गान्ड देख कर पता नही कहाँ खो गया था,जितने मे कमला पीछे मूडी ऑर मुझे उनकी गान्ड देखते हुए पकड़ लिए,कमला थोड़ी मुस्कुराइ ऑर वापस आगे की ओर देखने लगी
मे सोच रहा था यार ,यार आज तो मेरी इज़्ज़त मिट्टी मे मिल गयी ,कमला आंटी क्या सोच रही होगी
कुछ ही देर मे कलमा आंटी चाइ लेकर आई ऑर थोड़ा झुक कर मुझे कप पकड़ाने लगी,जैसे ही कमला आंटी नीचे झुकी उनका पल्लू नीचे गिर गया ऑर मुझे उनकी चुचि का आकार दिखाई दिया
मे बस उनकी चुचि को देखे जा रहा था ऑर कलमा आंटी भी कुछ नही कर रही थी
कुछ देर मे जब कमला आंटी ने कहा कि ""चाइ""तब जाकर मुझे होश आया
मेने काँपते हुए हाथो से चाइ का कप लिया
पता नही कैसे मेने चाइ का कप पकड़ते हुए मेने आंटी के हाथो को भी छू लिया था जो कि कमला आंटी को पता चल गया था एक बार फिर कमला आंटी इस हरकत पे मुस्कुराइ
मे चुप चाप चाइ पीने लग गया था
कुछ ही देर मे कालू भी आ गया
कमला:लो आ गया कालू
कालू:अरे मोहित,क्या बात है यार ,बहुत दिनो बाद मिलना हुआ
मे:हाँ यार
कमला:तेरा ये दोस्त तो बड़ा शर्मिला है,लोग तो सहर जाकर खुल जाते है ऑर ये ऑर शर्मिला हो गया
कालू:चल आज़ा बाहर बैठते है
मे:हाँ चल ये ठीक रहेगा
फिर हम दोनो बाहर चले जाते है ,ऑर कुछ ही देर मे हम गाव के बाहर खुली हवा मे चट्टान पे बैठ जाते है
कालू:ऑर सुना यार क्या हाल चाल है
मे:बस यार तू सुना भेन्चोद तेरे क्या हाल चाल हैं
कालू:बस अपने भी मस्त है ,एक ओर भाभी पटाई है ,जब भी मन होता है चोदने चला जाता हूँ
मे:क्या बात है
कालू:तूने किसी को पटाया क्या
मे:हाँ ,मे भी वहाँ पड़ोस मे चाची रहती है उसको पटाने की कॉसिश कर रहा हूँ
कालू:चाची ,किसकी चाची
मे:अरे यार वो मुस्लिम है
कालू:अच्छा वो वाली चाची
कालू:तो कहाँ तक पहुचि बात
मे:बस चल रही है ,बहुत जल्दी चोद दूँगा उसे
कालू:ऑर अपनी माँ की बात बात कहाँ तक पहुचि
मे:माँ की(मुझे नही पता था कि वो ये बात इतना जल्दी छेड़ देगा)
कालू:बहन्चोद भूल गया वो बात,जब मेने ,तूने ऑर राजू ने कसम खाई थी कि हम अपनी माँ'ओ को चोदेगे ऑर फिर दूसरे से चुदवाने मे मदद करेंगे
मे:हाँ यार याद है
कालू:तो कहाँ तक पहुचि
मे:यार अभी तो चाची ही नही पट रही ,माँ को कैसे पटाऊ
कालू:बहन्चोद तू तो एक नंबर का फट्टू है
मे:तो तूने अपनी माँ को पटा लिया
कालू:ऑर नही तो क्या,बहन्चोद ,मचक मच्छक कर चोदता हूँ अपनी माँ को,नानी याद दिला देता हूँ
मे:क्या बात कर रहा है
कालू:अरे बिल्कुल ,मेने तो माँ की गान्ड चूत दोनो मार दी
मे:कैसे पटाया अपनी माँ को तूने
कालू:कुछ नही ,वो अपना बहादुर चाचा है ना
मे:अरे वो ठर्की ,जो किसी भी औरत के पीछे लग जाता है तो उसे चोदे बिना नही रहता है
कालू:हाँ हाँ वही
मे:अब थोड़ी ही करता होगा वो ठर्की वाली हरकते
कालू:अरे करता है अभी भी,अभी ये बात छोड़ ,मे बता रहा था कि चाचा रोज गांजा पीते है ऑर मस्त रहते है
एक दिन मे उनके पास गया था कि चाचा कुछ बताओ ना कैसे एक बड़ी उमर की औरत को चोदने के लिए पटाऊ
मे:तो क्या बताया उन्होने
कालू :उन्होने पूछा कोन्सि औरत ,तो कहा कि है कोई उमर आपस पास 45 साल ,ये सुनते ही तो वो अपना लंड मसलने लग गया ऑर बोला कि पहले गांजा पी फिर बता ता हूँ,मेने गांजा पिया ,मेरा सिर घूम गया ऑर मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया फिर चाचा बोले ,वो औरत जिसकी तू बात कर रहा है ऑर कोई नही तेरी माँ ही है
मे नशे मे मस्त था ,इसलिए सब कुछ सच निकलगया
मे:अरे यार तूने क्या किया
कालू:मे क्या करता ,सब कुछ नशे नशे मे निकल गया
मे:तो उन्होने क्या बताया
कालू:चाचा ने बताया कि रात को सोते समय मे नींद का नाटक करके माँ की चुचि ऑर गान्ड दबा दिया करो ऑर लंड को खड़ा करके सीधा होकर सो जाया कर ,माँ अपने आप तेरी तरफ खिचि चली आएगी
मे:तो हुआ क्या ऐसा कुछ
कालू:हुआ ना,कुछ दिन ऐसे ही चलता रहा ,मुझे शुरू मे डर लगा ,लेकिन बाद मे हिम्मत आनी शुरू हो गयी थी जब माँ कोई विरोध नही कर रही थी,ऑर कुछ दिनो बाद जब माँ से रहा नही गया तो उसने मेरा लंड पकड़ लिया ,उसके बाद मे बस माँ पे चढ़ गया उस दिन के बाद मे रोज माँ पे चढ़ता आ रहा हूँ
मे:यार तेरे तो मज़े हो गये
कालू:साले मेने तो सोचा था कि तू सहर मे अपनी माँ को चोदता होगा ऑर जब यहाँ आएगा तो दोनो अपनी माँ की अदला बदली करके चुदाई करेंगे
मे:हाँ यार मेरी भी इच्छा है अदला बदली करने की पर यार मे क्या कर सकता हूँ
यार तू तो अपनी मदद कर न अपनी माँ को मुझसे चुदवाने मे
कालू:साले तू पलटी मार गया ना
मे:यार तूने ऐसा सोच भी कैसे लिया हम बचपन के दोस्त है यार
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