RE: Sex Kahani आंटी और माँ के साथ मस्ती
लकड़ी छीन ने की वजह से वो लड़की भी मेरे पास खीची चली आ गयी,लेकिन पता नही मेरी मारने की इच्छा नही थी फिर भी मेरा हाथ उठ गया ऑर एक जोरदार थप्पड़ उसके गाल पे रशीद दिया ""चटाआक्ककककककककककक""
लड़की:आाआआईयईईईईई
ऑर वो उसी पेड़ से टकरा गयी जिसके पास मेरी मम्मी खड़ी थी,उसका सिर पेड़ से टकराया ओर वो बेहोश हो गयी,उसके सिर पे चोट आई थी ऑर उसके गालो पे मेरी पाचो उंगलिया छप गयी थी
मुझे उस लड़की पे हमदर्दी आ रही थी पर पता नही किस चीज़ ने मुझे उसकी मदद करने से रोक रखा था
लेकिन मेरा गुस्सा ख़तम नही हुआ था उस लड़के पे से
मे उसके पास गया ,मेरे हाथ मे वो लकड़ी थी मेने एक जोरदार वार किया उसके बाजू वाले हिस्से पे
लड़का:आआआहह,वो उछल के कुछ दूर खड़ा हो गया ऑर अपने चोट वाली जगह को मसल्ने लगा
उस लड़के को गुस्सा बहुत आ रहा था पर वो बेबश था मेरे सामने ,ख़ासकर जब मेरे हाथ मे लकड़ी का मोटा टुकड़ा था
लड़का:साले तुझे देख लूँगा
मे:तो आ ना साले,अभी तुझे बताता हूँ
ये कह कर मे कुछ कदम आगे खिसका
मुझे आगे खिसकता देख कर वो पीछे खिसक रहा था
मे:साले आता है या नही ,नही तो मे तेरी इस गर्लफ्रेंड को मार मार के हड़िया तोड़ दूँगा
लड़का:तुझे जो करना है करले
मे:भेन्चोद, बचपन मे मम्मी का दूध नही पिया क्या,लगता है तुझे अपनी माँ का भी नही पता
मेरी ये बात सुनकर वो भड़क गया ऑर भागता हुआ एक बार फिर मेरे पास आया
((कहते है गुस्से मे अपने शरीर पे कंट्रोल नही रहता,ठीक यही हो रहा था उस लड़के के साथ))
मेने एक बार फिर साइड मे हट कर लकड़ी से जोरदार प्रहार करके की कॉसिश की लेकिन वो बच गया,लकड़ी का डंडा ठीक उसके कान के पास से निकला ,अगर लग जाता तो उसकी माँ बहन हो जाती
लेकिन मेरे इस प्रहार से वो सकपका गया ऑर दूर भागकर खड़ा हो गया
लड़का:तू तो गया तुझे देख लूँगा
मे:अपनी माँ का दूध पिया हो तो आ मेरे पास ,,,अरे यार तू आएगा कैसे ,तूने जब माँ का दूध ही नही पिया तो मुझसे लड़ेगा कैसे
लेकिन बार मेरी बातो का कोई असर नही हुआ,मे जानता था ख़तरा जब तक टल नही सकता जब तक ये लड़का यहाँ है
मे:भेन्चोद आ ना
ये कहकर मे लड़की के पास गया ऑर उसके बाल पकड़के उसे खिचते हुए खड़ा करने लगा
वो बेहोश थी फिर भी बालो की पकड़ की वजह से दर्द मे वो कराह गयी
ऑर मे अब उसके होंठो को अपनी उंगलियो से इतना ज़ोर से दबाने लगा कि वो लड़की बेहोश होने के बाद भी चीख गयी
ये सीन देख कर उस लड़के से रहा नही गया ऑर एक बार फिर भागता हुआ मेरे पास आया
जैसा मेने सोचा वैसा ही हुआ,जैसे ही वो मेरे पास आया मैने इस बार लकड़ी से बिल्कुल सटीक हमला किया,मेरा वार सीधा उसके जबड़े मे लगा ऑर वो गिर कर वही ज़मीन पे ढेर हो गया
मे:बहन्चोद मेरी माँ को चोदने चला था,तूने उसके साथ ज़बरदस्ती करने की हिम्मत कैसे की
ऑर ये कहकर एक वार उसकी टाँग पे किया,उसमे इतनी हिम्मत भी नही बची कि वो चोट वाली जगह को मसल कर अपना दर्द कम कर सके
फिर मेने एक जोरदार लात उसके पेट पे मारी,लात इतनी ज़ोर से थी कि उसके मुँह से खून ऑर थूक बाहर आने लगा था,ऑर उसने अपना पेट पकड़ लिया था,मेने ऐसे ही 2-4 लाते ऑर पीट मे मार दी
वो अपनी आँखों के इशारो से मुझे बोलना चाह रहा था कि ""अब बस कर ""
लेकिन मेरा गुस्सा शांत नही हुआ,मे नीचे बैठा ऑर उसके होंठ पकड़ते हुए बोला ""ये वही होंठ है ना जिसने मेरी माँ के होंठो को छुआ था"" ऑर ये कह कर एक मुक्का सीधा उसके होंठो पे मार दिया
इस मुक्के से उसके होठ पूरे कट गये थे ऑर पूरा मुँह खून मे हो गया था
मम्मी:मोहिततत्त,बहुत हुआ अब
मे:मम्मी इन्होने आपके साथ ज़बरदस्ती करने की कॉसिश की
ऑर ये कह कर मे खड़ा होने लगा,जैसे ही खड़ा हुआ
""छाटाआआक्कककककककककक"" की आवाज़ जंगल मे गूँज गयी
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