RE: Sex Kahani आंटी और माँ के साथ मस्ती
सोते हुए भी मुझे ख़ुसी थी,कैसे आज मेने चाची की गान्ड मारी,चाची ने कभी भी नही सोचा होगा इतना दम होगा मुझमे
बस अब तो माँ की गान्ड पे चढ़ जाने की इच्छा है,मे माँ की गान्ड इतनी आरामी से नही चोदुन्ग,जब तक मेरे अंदर थोड़ी भी हिम्मत होगी,मे माँ को चोदता रहुगा
लेकिन क्या मे सलीम का मुकाबला कर पाउन्गा
सलीम का ध्यान आते ही मुझे गोली की याद आई
मेने तुरंत गोली निकाली ऑर हाथ मे रख दी ऑर अब मे गोली को घूर्र रहा था
क्या मुझे ये गोली लेनी चाचिए
लेकिन क्या ज़रूरत है गोली की ,बस मुझे थोड़े दिन ही तो ऑर प्रॅक्टीस करनी है फिर मे शायद में सलीम को टक्कर दे सकुगा,ऑर मेने सोचा कोन्सि सलीम के साथ जीत ऑर मौत की रेस लगी हुई है कि अगर हार गया तो मरना पड़ेगा
लेकिन मेरे पास वक्त भी तो कम है,आज 6 तारीख हो गयी,ऑर सलीम 12 को आ रहा है,ये डर लगा रहता है कि अगर कही मेने इस सिचुयेशन मे ढील दे दी तो कहीं चाची सलीम के द्वारा मेरी माँ की गान्ड मरवा दे
मेरे पास 6 दिन है माँ की गान्ड का उद्घाटन करने के लिए,एक बार माँ का उद्घाटन हो जाए फिर तो माँ की गान्ड मे पूरे दिन मेरा ही लंड पड़ा रहेगा
तो मे इस गोली का क्या करूँ, फैंक दूं
मेने गोली को फेकना सही नही समझा,यह गोली किसी के लिए बहुत ज़रूरी हो सकती है,जैसे मेरे लिए थी
तो क्या इस गोली को वापस मनोहर के पास छोड़ आउ
लेकिन वो कहेगा कि मे सौदे के मुकर रहा हूँ,मे चाची को उससे नही चुदवाना चाहता,लेकिन उसको ये कॉन बताए कि मे खुद चाची की गान्ड मनोहर से मरवाना चाह रहा था
फिर मेने सोचा गोली मे ही रख लेता हूँ जब किसी को ज़रूरत होगी उसे दे दूँगा
ऑर यह सोचते सोचते मे सो गया
उस दिन मे इतना थक गया था दिन मे 3 बजे सोया था ,रात को 10 बजे उठा
मम्मी ने मुझे जगाया ऑर बोली
मम्मी:क्या बात है बेटा आज बहुत सोया ,रोज़ तो शाम 5 बजे तक उठ जाता था,आज क्या हुआ
मे:मेरी बोलती बंद,मे क्या बोलता कि मे आज चाची की गान्ड मार कर आया हूँ
मम्मी:लगता है चाची के यहाँ कोई काम करके आया है ऑर मम्मी मुस्कुराइ
फिर मेरा ध्यान आया कि मेरा लंड खड़ा है,मेने तुरंत चद्दर से छुपाया ऑर बोला
मे:नही मम्मी ऐसी कोई बात नही है,वो बस
मम्मी:वो बस क्या,हाँ बता क्या काम करके आया है
मे:मुझे तुरंत एक आइडिया आया,मे बोला वो चाची का बदन दुख रहा था,इसलिए मुझे मालिश करने बुलाया था
मम्मी:तू कब्से मालिश करने लग गया
मे:मेने बताया तो था ,मे मालिश बहुत अच्छी करता हूँ
ऑर आपको भी बोला था ,आपकी कभी मालिश करनी हो तो मुझे बोलना
मम्मी:अच्छा बड़ा आया मालिश करने वाला,चल उठ खाना खाले
ऑर ये कहकर मम्मी चली गयी
जाते समय,मे मॅक्सी मे उपर नीचे हो रहे भारी गान्ड को देख रहा था
गान्ड देखते ही मेरा लंड फिर से झटके खाने लगा,मेने देख कर कहा बस बहुत जल्द तुझे ये गान्ड दिलवाता हूँ,इस गान्ड ने मुझे भी पागल कर रखा है
फिर मेने खाना खाया,ऑर वापस कमरे मे आकर लेट गया,आज गान्ड जोरदार मारने के कारण मेरा शरीर अकड़ गया था,ऑर मेने सोने की सोची,लेकिन नींद नही आई,आख बंद करते ही माँ की गान्ड सामने आ रही थी
मेने सोचा क्या मे पागल हो रहा हूँ या फिर ये मेरा खुमार है गान्ड के लिए जो मुझे सोने नही दे रहा
मन: (भेन्चोद ये क्या बकवस्स है,आज दिन भर सो रहा था,अब घंटा आएगी नींद)
सही बात है,चलो कुछ पढ़ लेते है
मे पढ़ने बैठा,लेकिन मन नही लगा ,फिर देखा ब्लू फिल्म देख लेता हूँ
मेने कुछ देर सर्च किया लेकिन कोई मजेदार नही मिली जिससे देख कर मे लंड हिला सकूँ
इसी बीच मे मम्मी के कमरे के बाहर भी जा आया था यही सोचकर कि मम्मी की सेक्सी बात सुनने को मिल जाए ऑर लंड हिला कर पानी निकाल कर सो जाउ
लेकिन ऐसा कुछ नही हुआ,ऐसे ही करते करते मुझे रात के 1 बज गये ,ऑर बहुत ही कॉसिषो के बाद मे सो गया
फिर मम्मी सुबह आकर मुझे जगाई,ऑर चाइ देकर चली गयी
अब ये ओ रोज़ को नियम हो गया था मम्मी की जाती हुई पीछे से गान्ड को देखना
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