RE: Sex Kahani आंटी और माँ के साथ मस्ती
माँ:अच्छा,लेकिन तुम राज़ी कैसे करोगी अपने बेटे को
चाची:मेरा बेटा तुम्हारी गान्ड के पीछे पागल है,वो तो तुम्हे कही भी अकेला देख कर चोद दे
मे फार्महाउस पे इसलिए ले जा रही हूँ,जहाँ दिन खोल के चुदाई हो सके
तुम पलट जाओ
माँ पेट के बल लेट जाती है,चाची बहुत सारा तेल माँ की पीठ पे डालकर मसाज करती है ,फिर पैरों मे लगाकर मसाज करती है
ऑर फिर आखरी मे गान्ड के उपर तेल डालकर मालिश करने लगती है
चाची:एक बात तो है,तुम्हारी गान्ड वाकई बहुत मस्त है,इसलिए मेरा बेटा इस गान्ड के पीछे पागल है,
चाची अब दबा दबा कर माँ की गान्ड की मालिश करने लगती है
माँ:आह,आह... मज़ा आ गया ,तुम्हारे हाथो मे जादू है,तुम्हारी मालिश से थोडा मन तो शांत हो जाता है पर ये शरीर की गर्मी नही निकलती ,
चाची:तुमहरा शरीर है इतना भारी कि इसकी गर्मी को शांत करने के लिए बड़ा लंड चाहिए ऑर तुम्हे ऐसी ठुकाई करे कि सारी गर्मी निकल जाएगी
माँ:बात तो सही कह रही है,एक बड़े लंड की ज़रूरत तो है
चाची:तभी तो कह रही हूँ,मेरा बेटा आ रहा है ,उसका बहुत बड़ा लंड है,वो तुम्हारी ऐसी ठुकाई करेगा कि तुम जिंदगी भर याद करोगी
माँ:बात तो यूँ कर रही हो जैसे ,तुम रोज़ चुदवाती हो
चाची:मेरा बेटा बड़ा हरामी है,उसने मुझे बहुत पहले ही पटा लिया था
माँ:तो तुम अपने बेटे से चुदवाती हो
चाची:हाँ क्या करू,इस चूत को लंड की ज़रूरत थी ,ऑर मेरे बेटे को चूत की,तो दोनो का काम हो गया
माँ:तुम्हे शर्म नही आई,अपने बेटे से चुदवाते
चाची:एक बात है,अपने बेटे से चुदने मे मज़ा है वो किसी ओर से चुदने मे नही
ऑर एक बेटा अपनी माँ से सबसे ज़्यादा प्यार करता है,अगर माँ अपने बेटे को चोदने दे,तो उस प्यार का कोई अंत नही ,
चाची:तुम देख सकती हो,मेरा बेटा सलीम मुझ पे कितना मरता है,ओर मे उसपर कितना मरती हूँ,मे अपने बेटे के लिए जान भी दे सकती हूँ,ऑर मेरा बेटा मेरे लिए
माँ:हाँ,माँ बेटे का प्यार ऐसा ही होता है
माँ:चल तू अपने बेटे से चुदवा लेती है,लेकिन मे अपने बेटे से कैसे चुदवाऊ ,मुझे बहुत शर्म आती है
चाची:तुझे शर्म इसलिए आ रही है कि तूने किसी ऑर के साथ अभी तक चुदाई नही की,नही की है ना? चाची कॉन्फिडेन्स से बोलते हुए
माँ:हाँ अपने पति के अलावा किसी से नही चुदवाइ,अब मेरा पति मुझे चोदता नही
चाची:इसलिए ही तो कह रही हूँ,हम आपस मे ही चुदाइ कर लेते है,बाहर किसी को खबर भी नही होगी,क्या बोलती हो
माँ:सहमति से,हुम्म बात तो सही है,
लेकिन मे सलीम से सीधा कैसे चुदवा सकती हूँ,मुझे बहुत शर्म आती है
चाची की उंगलिया अब माँ की गान्ड की दरार मे चलने लगती है
चाची:सारी शर्म निकल जाएगी जब एक बार लंड अंदर घुसेगा
माँ:तू भी बेशर्मो जैसी बाते करती है
चाची:चुदाई का मज़ा लेना लेना हो तो बेशर्म बनना पड़ता है
चाची:एक बात कहूँ,बड़ी मस्त ऑर भारी गान्ड है तुम्हारी,कभी किसी को मज़ा दिया है अपनी गान्ड का
चाची अब दोनो गान्ड के हिस्सो को एक दूसरे से दूर करते हुए माँ की गान्ड का छेद देखने लगी,
चाची:वाह क्या गान्ड का छेद है,बिल्कुल कसा हुआ,लगता है ये छेद केवेल निकालने के लिए ही काम मे लिया है,घुसाने के लिए नही
चाची ने अब तेल लिया ऑर सीधा माँ की गान्ड के छेद के उपर डाल दिया
माँ:क्या कर रही हो,वहाँ कोई ज़रूरत नही,वो तो रोज़ गंदी हो जाती है
चाची:बहुत जल्द इसकी ज़रूरत पड़ने वाली है
चकची अब तेल से सनी हुई उंगली को माँ की गान्ड के उपर गोल गोल घुमा रही थी
माँ:बहुत गुदगुदी हो रही है,मत करो वहाँ मालिश
चाची:इस छेद को मालिश की सबसे ज़्यादा ज़रूरत है
माँ:क्या ज़रूरत पड़ने वाली है
चाची :बस पड़ने वाली है,इसलिए इस छेद को तैयार कर रही हूँ
अब चाची ने एक उंगली ठीक माँ के छेद के उपर लाकर रोक दी,ऑर उस उंगली पे ज़ोर डालने लगी
उंगली मे तेल लगा होने के कारण ,माँ की गान्ड का छल्ला ,उससे रोक नही पाया तो थोड़ा सा खुल गया
माँ की आखे खुली रही गयी,दर्द भरी चीख के साथ माँ ने करवट ले ली
माँ:गुस्से मे ये क्या कर रही थी तुम
चाची:गान्ड का छेद खोल रही थी
माँ:क्यो
चाची:जिससे तुम गान्ड मराई का मज़ा ले सको
माँ:मुझे नही लेना गान्ड मराई का मज़ा
चाची:क्यो नही लेना,आज के बच्चे चूत से ज़्यादा गान्ड मारना ज़्यादा पसंद करते है
ज़रा सोचा मोहित जो तुम्हारी गान्ड पे मरता है,क्या होगा जब तुम उससे कहोगी,कि मुझे गान्ड नही मर्वानी,बेचारे का दिल टूट जाएगा,
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