RE: Biwi ki Chudai बीवी के गुलाम आशिक
उसके आंखों में फिर से आंसू आ गया था,और मुझे उसके दिल का कोई भी हाल समझ आना बंद हो गया था,आखिर वो चाहती क्या है ...एक बार फिर दरवाजा खटखटाया गया लेकिन इस बार थोड़ा धीरे ..
“मोना मुझे माफ कर देना मैं तुम्हे गलत समझ गया,सॉरी यार ,मैं जा रहा हु आशा करता हु की तुम मुझे माफ कर दोगी ..”
मोना ने पीछे मुड़ कर दरवाजे को देखा ..फिर मुझे
“क्या वो चला गया”
मैंने लेपटॉप में देखा घर का दरवाजा खुला और रोहित बाहर निकला ,वो बेहद ही परेशान दिख रहा था ,
“हा वो चला गया “
मोना ने एक गहरी सास ली और जाकर दरवाजा अंदर से बंद कर लिया वो आकर बिस्तर में लेट गई …
“जो हुआ वो नही होना था मोना ,शायद मेरे कारण ये सब हो गया “
मैं उसे उदास देखकर बोला ,उसके होठो में एक फीकी सी मुस्कान आई ..
“नही अभी ये तुम्हारे कारण नही हुआ,मैं तो बस तुम्हे जलाना चाहती थी इसका हमारे उस खेल से क्यो वास्ता नही था,मैं जानती हु की तुम मुझपर भरोसा करते हो और मुझे समझते हो ….जो हुआ उसका कारण शायद वो रात थी जो हमारे बीच बीती थी ..”
मैं चुप उसके बाते सुन रहा था,मोना ने अपने जीवन की हर जरूरी बात मुझे बतलाई थी लेकिन ये नही …
उसने मेरे चहरे को देखा ,उसकी आंखों में कोई भी भाव नही थे जैसे वो शून्य में गुम हो गई हो ..
“क्या हुआ था उस रात ..”मैं पूछ बैठा..
वो मुस्कुराई
“सुन पाओगे “
“थोड़ा तो समझ ही गया हु ,”
“फिर भी मुझसे प्यार करोगे ..”
उसकी आंखों से वो सवाल साफ था जो उसने मुझे पूछा था..
“कोई शक,”
“तुमने कैसे जाना उस रात के बारे में ,..ओह वो सब सॉफ्टवेयर...जासूसी कर रहे थे ना मेरी “
मैं थोड़ा घबरा गया
“नही जान बस थोड़ा ..”
“चुप रहो संमझती हु आपको ,भले ही कितना भी कहो की प्यार करते हो लेकिन फिर भी दिल के किसी कोने में आप को शक का कीड़ा काटता ही रहता है ,सभी मर्द एक ही जैसे होते है तो आप कैसे उनसे जुदा होंगे ..’
मैं कुछ भी नही कह पाया ..वो भी कुछ नही बोली ,थोड़ी देर बाद ही उसने एक गहरी सांस ली और कहना शुरू किया……
“तब हम कालेज में थे,रोहित और मैं बेहद ही अच्छे दोस्त थे ,रोहित मुझे चाहता था एक लड़की की तरह लेकिन उसने कभी सिरियासली नही कहा,हा मजाक में वो मुझे कई बार प्रपोज कर चुका था ,मैं जानती थी की वो मुझसे प्यार करता है उसकी आंखे बताती थी ,और मुझे भी उससे प्यार था लेकिन फिर भी हम दोस्ती का चोला ओढ़े हुए थे ,जब तक वो रात नही आयी………”
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मोना ने कहना शुरु किया,
उस रात हम एक पार्टी में थे,हम दोनो ही बेहद ही खुस थे,मैं रोहित के साथ ही पार्टी में आयी थी,हमने जमकर शराब भी पी ली थी,रोहित ही मुझे अपनी बाइक से घर छोड़ने वाला था,हम दोनो की दोस्ती ऐसी थी की मुझे उसके साथ कभी डर नही लगा,हमारे ही कालेज में लड़की थी जिसका दिल रोहित पर आ गया था,बहुत ही पैसे वाली लड़की थी ,लेकिन रोहित तो ठहरा मेरा दीवाना,मुझे उसने उस दिन तक कुछ नही कहा था वो लड़की मेरे पास आकर रोहित से अपनी बात कहने को कहती और उसकी बात सुनकर ही रोहित का चहरा उतर जाता,मैंने रोहित को बहुत कहा लेकिन वो उस लड़की को भाव ही नही देता था,पार्टी तो खत्म हो गई लेकिन ठंड के दिन में हल्की बरसात ने मौसम को और भी गर्म बना दिया था,मैंने घर में बता दिया की मैं उस लड़की के साथ रुक रही हु जो रोहित को चाहती है,रोहित भी हमे उस लड़की के घर तक लिफ्ट देने को राजी हो गया ..
लड़की ने जिद की मैंने बाइक में रोहित के पीछे बिठा दिया,उसका घर तो आ गया था लेकिन उसने रोहित से एक और ड्रिंक के लिए रिक्वेस्ट की ,उस लड़की के घर पर ही हम तीनो ने दो ड्रिंक्स और लिए,लड़की ने अपने आधे कपड़े खोल दिए ताकि वो रोहित को उत्तेजित कर सके लेकिन वो इतने नशे में हो चुकी थी की वो गिर रही थी हमने मिलकर उसे उसके कमरे में सुला दिया,और रोहित जाने लगा…
“रोहित यार इतनी चढ़ गई है और हम भीग भी गए है ,यही रुक जा कपड़े बदल ले ऐसे भी इसके बाप के पास बहुत पैसा है थोड़ी उसकी शराब और पी लेते है …”रोहित मेरी बात को टाल नही सका,हम दोनो ने ही अलग अलग कमरे में जाकर कपड़े बदल लिए,मैं एक नाइटी पहन कर उसके सामने आयी तो उसका चहरा खुला का खुला रह गया,नशे की हालत और भीगा हुआ बदन ,मैं भी उसके सुडौल शरीर को देखते ही रह गई थी ,ये मेरा पहली बार था जब मैं किसी लड़के की तरफ यू खिंची चली जा रही थी …
हमने एक पैक और बनाया,दोनो ही सोफे में बैठे थे ,रोहित मुझे ही घूर रहा था ...उसका शरीर भी भीगा हुआ था,दोनो को ठंड तो लग रही थी लेकिन शराब ने हमे थोड़ा गर्म कर रखा था,
“ऐसे क्या देख रहा है “
“तुम बहुत ही सुंदर हो”
मैं हल्के से हँसी
“कोई नई बात बोल ना “
“मैं तुमसे प्यार करता हु “
“मैं भी करती हु …”
वो मेरे आंखों में देखने लगा
“क्या हुआ ..”
“इस बार मैं सच कह रहा हु ..”
उसने अपना हाथ मेरे जांघ पर रख दिया,जैसे मेरे शरीर में एक करेंट सा दौड़ गया था ,वो अपने हाथो को हल्के से हिलाया,मेरे जिस्म में एक सुरसुरी सी दौड़ी ,शराब का वो नशा नही था जो इस छुवन का था ..
“रोहित हम अच्छे दोस्त है ..”मेरी जुबान लड़खड़ा रही थी
“लेकिन फिर भी मैं तुम्हारे प्यार में हु मोना ,मैंने कई बार ये कहना चाहा लेकिन हिम्मत ही नही हुई ..”
उसका हाथ जांघो में थोड़ा और ऊपर गया,वो जांघो के जोड़ के करीब ही था,और मेरे बिल्कुल पास आकर बैठ गया था,उसकी सांसे मेरे चहरे से टकरा रही थी ,मैंने नजर नीचे झुका रखी थी ,वो मेरे और भी करीब सटता गया,
“मोना आई लव यू ..”
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