RE: Biwi ki Chudai बीवी के गुलाम आशिक
“आज आप कही गए नही “
मोना के चहरे में एक मुस्कान थी ..
“क्यो “
“मुझे लगा की आज से आप ऑफिस जाने वाले हो “
“ओह जान कहा तुम काम की याद दिला देती हो ,इन 15 दिनों में तो आदत सी हो गई है खाली बैठने की “
मोना जोरो से हँसी ,
“चलो मैं फ्रेश होकर आती हु “
“हम्म सुनो यार ये अब्दुल अब परेशान करने लगा है “
अब्दुल का नाम सुनकर मोना ठहर गई
“क्या हुआ ???”
मैं उसका चहरा भांपने लगा ,उसके चहरे में एक अजीब सा आश्चर्य था
“बस साला डॉन बनना चाहता है लगता है उसका कुछ करना पड़ेगा “
“ओह…”मोना ने एक गहरी सांस ली
“मैं तो उससे आज ही मिली थी लेकिन वो तो पहले की ही तरह लगा,और आपके सामने वो क्या है जब चाहे लगाम लगा देना “मोना ने मुझसे कुछ नही छिपाया ये मेरे लिए एक बड़ी बात थी ..
“तुम उससे कब मिल गई “
“वो …”वो थोड़ी नर्वस लगी
“वो ..क्या है ना की रोहित से थोड़ा कहा सुनी हो गई थी ,और आज सुबह अब्दुल ने मुझे काल किया था लाइन मार रहा था साला,पहले तो उसे झाड़ दिया,लेकिन रोहित से झगड़ा होने के बाद मुझे बेकार लग रहा था तो उसे साथ चाय पीने के लिए बुला लिया “
मैं खुद भी आश्चर्य में था की मोना सब कुछ सच बता रही थी …
मेरे चहरे के भाव शायद उसने समझ लिए
“अरे फिक्र मत करो मैं सम्हाल लुंगी उसे ,उसके पास इतनी ताकत नही है की वो कुछ आगे बड़े “
मोना तो हल्के से हँसी लेकिन मेरे चहरे की रंगत अभी भी वैसी ही थी ..
“क्या हुआ आपको ..”
“मुझे अब्दुल की नही रोहित के बारे में फिक्र हो रही है,क्या तुम उसे सम्हाल पाओगी..???”
मेरी बात से मोना लगभग सकपका सी गई
“ऐसा क्यो बोल रहे हो “
“ऐसा क्या हो गया की रोहित तुमसे गुस्सा हो गया ,और तुम उसे माना नही पाई बल्कि खुद भी अपसेट हो गई “
मोना को जैसे सांप सूंघ गया…
“कोई बड़ी बात नही है “
वो घबराई हुई बोली
“मोना तुम मुझसे कुछ छुपा तो नई रही,”मैंने उसपर एक भेदक दृष्टि डाली
“नही नही कुछ भी नही ..”
“जानती हो ना मैं कौन हु ,लोग मुझे पुलिस डिपार्टमेंट का सबसे काबिल जासूस कहते है ,और मेरी ही बीवी मुझसे कुछ छिपा रही होगी तो ये दुखद बात है “
मोना इस बार बुरी तरह से घबरा गई थी,कोई बात थी जिसका उसने मेरे सामने खुलासा नही किया था और वो उसके दिल में डर बनकर पैदा हो रहा था..
“मैं उसे कंट्रोल नही कर पा रही हु “
आखिर मोना ने मुह खोल दिया
“मतलब “
“मतलब वो आगे बढ़ना चाहता है और मैं उसे कंट्रोल नही कर पा रही “
उसकी नजर नीची थी और वो थोड़ी डरी हुई भी थी ..
“तो तुम क्या चाहती हो “
उसने नजर उठाई ..
“आपको क्या लगता है ..?”
उसका जवाब मेरे लिए मुश्किल पैदा करने वाला था
“मुझे क्या लगेगा “
मैंने अपना पल्ला झड़ते हुए कहा.
“क्यो आपको क्यो नही लगेगा,आप ही तो कहते थे ना की दूसरे के साथ देखकर आपको उत्तेजना का अहसास होता है ,तो अब बताओ की आपको क्या लगता है ..”
अब मैं बुरी तरह से झेंप गया था
“तुम बात को बदल रही हो मोना मैंने पहले पूछा था “
मोना के चहरे में एक व्यंगात्मक मुस्कान आ गई
“बात को मैं नही आप बदल रहे हो ,जिस चीज के लिए इतने दिनों से मेरा दिमाग बदलने की कोशिस कर रहे थे आज वो सामने है अब बोलो की आपको क्या चाहिए,मैं सब में तैयार हु “
मोना की बात से मैं बुरी तरह से हिल चुका था,मेरा ही फैलाया गया शनिश्चर मंझे भी अपने चपेट में ले रहा था ,दुनिया के लिए मैं एक माहिर खिलाड़ी था लेकिन ये मामला तो दिल का था ,मेरे इमोशन का था ना की दिमाग का …
मैं अपने को कही ना कही हारा हुआ फील कर रहा था मेरे पास मोना के सवाल का कोई भी जवाब नही था…
मैं बस अपनी नजर नीचे किये हुए अपने सोच में पड़ा था ,की मोना के चहरे की मुस्कान और भी गहरी हो गई
“मुझे पता था की आप का रियेक्सन ऐसा ही होने वाला है,मैंने उस मंत्री के समय देखा था आपको की आपको मेरे दूसरे के साथ होने पर क्या होता है,जान खुद को धोखा देना बंद करो आप मुझसे प्यार ही नही करते बल्कि आपको मुझे बांटना भी नही चाहते ,मान लो इस बात को की आप मुझे किसी और के साथ नही देख सकते …”
मोना इतना बोलकर बेडरूम में घुस गई ,मुझे लगा जैसे किसी ने मेरे मुह में एक जोर का थप्पड़ मार दिया हो ,मैंने तो कहानियों में पढ़ रखा था की ये सब कितना आसान होता है,एक पति अपने पत्नी को बताता है की उसे क्या चाहिए फिर पत्नी भी किसी मोटे लंड की चाह में उसका साथ देती है और अपने पति को जलती है ,और पति दूसरे मर्द के साथ अपनी बीवी को देखकर हिलाता है,बीवी दूसरे का मोटा लंड और सेक्स की क्षमता से खुस हो जाती है और मजे से सेक्स करती है …
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