RE: Kamukta Story चुदाई का सिलसिला
ससुर…नहीं बेटी छुप कर नहीं…बाहर तक आवाज़ आ रही थी…
भाभी…क्या आवाज़ आ रही थी…पिताजी…..
ससुर….अरे अब क्या बताऊ…कि ससुर ने उसने लता की उसका क्या हाल कर दी है…….
भाभी….पिताजी आपने ये सब सुन लिया क्या….
ससुर…हाँ बेटी जब आवाज़ आ रही थी तो सुनना ही पड़ा….
भाभी…पिताजी…आपको शरम भी नहीं आई ऐसी बाते सुनते हुए….
ससुर…बेटी…में तो शिरफ़ सुन ही रहा था…बाते तो तुम दोनो ही कर रही थी…
भाभी…ने शरमा कर अपने मुँह को हाथों से छुपा लिया….पिताजी आप तो बड़े खराब निकले…सब सुन लिया…..आपको बुरा नहीं लगा…पिताजी….
ससुर…इसमें बुरा लगने की कोन्सि बात थी…पर अब बुरा लग रहा है…कि हमारी बहू…हमे अपने पेट की सही तरह से मालिश भी नहीं करने दे रही है…….
भाभी…पर पिताजी हमें शर्म आ रही है…हम क्या करे…..
ससुर…ठीक है बहू…हम बाहर चले जाते है…हम ने तो सोचा था कि हमारी बेटी भी हमें वैसे ही अपना समझती है जैसे लता अपनी ससुर को मानती है…..ऑर ससुर जी उठने लगे…….
भाभी…ये जान कर कि ससुर जी को बहुत दुख हुआ है….ऑर कहीं सच मूच ना चले जाए तो सारे प्लान पर पानी फिर जाएगा…..एक दम से बोली…नही नहीं..पिताजी…आप ना जाओ…हम तो आपकी उस लता से ज़्यादा सेवा करना चहते है…पर हमे शर्म आ रही थी…लो हम कुछ नही बोलेंगे…आप जो चाहे कर ले……
ससुर…जो चाहे…..ऑर हन्स पड़े….
भाभी…झेंप कर हमारा वो मतलब नहीं था…पिताजी…हम तो…वो….
ससुर …हम तो क्या बेटी….
भाभी…पिताजी…हम तो वो नाडा ढीला करने की बात….कहकर भाभी ने अपने मुँह पर दोनो हाथ रख लिए….
ससुर…हम जानते हैं बेटी…तुम हमारा कितना ख़याल रखती हो…हम ये भी जानते है बेटी कि तुम हमारी हर इच्छा….पूरी भी करना चाहती हो…लता से भी ज़्यादा…..ससुर ने बात को कुछ ज़्यादा ही सॉफ करते हुए कह ही दिया….
भाभी…हाँ ये तो है पिताजी…लता की बातों की याद करके ऑर फिर ससुर के लंड को अपने कुल्हों पर रगड़ने से भाभी की चूत भी पानी छोड़ रही थी….
अब ससुर जी को पूरा यकीन हो चुका था कि उसकी बहू भी गर्म हो चुकी है ऑर चुदने को तय्यार है….वे इस खूबसूरत मौके को भला कैसे छोड़ने वाले थे उन्होने भाभी के पेटिकोट का नाडा खोल दिया ऑर साड़ी ऑर पेटिकोट को थोड़ा नीचे खिसका दिया….भाभी के सरीर में चीटियाँ दौड़ने लगी थी…उनकी चूत अब ऑर ज़्यादा पानी छोड़ने लगी थी उधर ससुर जी का लंड भी अब ऑर बैचेन हो चला था….बरसों की तमन्ना आज पूरी होने जा रही थी…सारी ऑर पेटिकोट को थोड़ा नीचे करते ही ससुर जी के होश उड़ गये….अब उन्हें भाभी की चूत के उपरी हिस्से के झान्टो के छोटे छोटे बाल जो नज़र आ गये थे….उनके लंड ने सलामी दी…ऑर बहू के चुतड़ों से टकरा गया…..बहू के मुँह से आहह निकल ही गया….
ससुर…क्या हुआ बहू…..
भाभी…शरमाते हुए….कुछ नहीं पिताजी…आपका वो हमे चुभ रहा है….
ससुर…हमारा वो…वो क्या बेटी…
भाभी.. आप बड़े बेशर्म होते जा रहे है…पिताजी..भला हम कैसे कहे….
ससुर…बेटी जब तुम हमे नहीं बताओगी तो हमे कैसे पता चलेगा कि हमारा क्या आपको परेशान कर रहा है….
भाभी…आप तो बड़े ही वो है…जाओ हम आपसे नहीं बोलते….
ससुर…अरे नहीं…बेटी नाराज़ ना हो पर बताओ तो सही…ऑर ससुर जी ने बहू की चूत का उपरी बालों वाला हिस्सा छू ही लिया….
भाभी…..आआआआआअहहुउऊउउस्स्स्स्स्सिईई ये क्या कर रहे हैं पिताजी…आआअहह हमे कुछ हो रहा है….
ससुर …ठीक है बेटी…हम सब ठीक कर देते है…ऑर उन्होने भाभी की साड़ी ऑर पेटिकोट को ऑर नीचे कर दिया……जिससे बहू की गीली पैंटी ही उनके निचले हिस्से पर रह गई… थी….ऑर भारी-भारी जांघों के बीच उभरी हुई पैंटी के नीचे चूत…..ससुर जी की हालत खराब हो गई….
भाभी…ये आपने क्या किया पिताजी…हमे नंगा ही कर दिया…हम तो आपकी बेटी के समान हैं..ये आपने क्या किया….
ससुर…हैं बेटी…तुम हमारी बेटी के समान ही हो…इसीलिए तो हमारा भी फ़र्ज़ बनता है कि बेटी के दर्द पीड़ा का ध्यान भी रखे…अब हम खुल कर मालिश कर सकेंगे…ऑर कपड़े भी खराब नहीं होंगे….
भाभी…हैं ये तो ठीक है…पर पिताजी…आपने तो हमे नंगा ही कर दिया….
ससुर…अभी नंगा कहाँ किया है बेटी…तुम्हारी ये पैंटी तो बहुत सुंदर है…इसके नीचे किया छुपा रखा है…बड़ी ही मेजेदार खुसबू आ रही है….
भाभी…आप तो बड़े खराब है…पिताजी…हमे नंगा कर दिया…ऑर अब….
ससुर…बेटी यदि हम तुम्हारा ध्यान नहीं रखेंगे तो लोग क्या कहेंगे…कि बहू को दर्द हो रहा था…ऑर हम ने ध्यान भी नहीं रक्खा….ससुर जी भाभी की गोरी चिट्टी जांघों को देखते ही पागल से हो उठे थे….
भाभी…आँखें खोल कर …क्या देख रहे है पिताजी…
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