RE: Kamukta Story चुदाई का सिलसिला
चुदाई का सिलसिला पार्ट -19
. गतांक से आगे ..............................
शास का लंड भाभी की चूत मैं दाना-दान अंदर बाहर हो रहा था....अओर शास भाभी की चुचियाँ मसल मसल कर मस्ती मैं पी रहा था.....भाभी की चीखें अओर दर्द अब धीरे धीरे सिसकारियों मैं बदलने लगी थी...भाभी के चूतड़ अब उप्पेर नीचे होने लगे थे......उउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्माआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह...भाभी भी अब मस्त होकर शास का चुदाई मैं सहयोग करने लगी थी....वे भी अब सातवे आसहमन पर शैर करने लगी थी....शास के लंड की ठोकर लगने से भाभी की बच्चेदनि का मूह भी खुलने बंद होने लगा था....भाभी के सरीर मैं अजीब सी हलचल हो रही थी....अओर वे अब सब दर्द को भूलकर उछल उछल कर शास का पूरा लंड चूत मैं ले रही थी......बीच बीच मैं भाभी की सिसकारियाँ गूँज रही थी....आआअहह.उउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्माआआईईईएस्स्स्स्स्स्सीईईईईईईईईइ आआहह शास आआअहह मैं तो जन्नत मैं आ गयी हूँ...तुम अभी तक कहाँ थे शास....मेरी चूत कब से प्यासी थी....तुमने तो मेरी बरसो की प्यास बुझा दी....मेरे राजा....आआअहह......चोद दे अओर ज़ोर से.....आआआअह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउम्म्म्म्म्म्म्मीईईएस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्साआआअह्ह्ह्ह्ह.....अओर शास की स्पीड अओर तेज हो गयी थी.....सायेद शास के सरीर मैं कुछ होने के करीब आ गया था.....उधर भाभी का पूरा सरीर सिहरन से भर गया था....भाभी का पानी निकलने के करीब ही था....उनके चूतड़ अब पहले से भी तेज़ी से उछल रहे थे....उनकी शास पर पकड़ बढ़ती जा रही थी....सिसकारियो की रफ़्तार बढ़ गयी थी...इस ठंडे मौसम मैं भी भाभी को पसीना आ रहा था....उनकी तेज साँसे अओर बॅडबॅडा हट शास को अओर जीयादा उत्तेजित कर रही थी.... उसका फनफनता हुवा लंड अओर तेज़ी से भयंकर चुदाई करने लगा था...बीच बीच मैं भाभी की सिसकियो के साथ चीख भी निकल जाती थी....भाभी का पूरा सरीर अब मस्ती के आनंद मैं जाने लगा था...भाभी की चूत बस अब पानी छोड़ने के लिए पूरी तरह से तय्यार थी....भाभी की आँखें पूरी तरह से बंद हो गयी थी....उन्होने शास को अओर कस कर भींच लिया था.....अओर शास का लंड पूरी स्पीड से चुदाई मैं लगा था....सायेद शास का लंड भी अब पानी छोड़ने के करीब ही आ चुक्का था.....अब शास अओर भाभी की मिलीजुली सिसकियाँ वहाँ पर गूँज रही थी...उउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्माआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हाआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ये ले आआअहओर ले उउउउम्म्म्म्म आआआआहह उउउउउईईईएआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईईइ शास आआअहह मैं तो गेयियीईयीईयी......आआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउउउईईईईईईईईउउउउउउउउउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईईईईईईईईईईईईईइईईईईईईईईईईईए के साथ भाभी ने शास के लंड पर गरम पानी की बौछार कर दी थी.....अओर दो चार बार तेज़ी से चूतड़ उछाल उछाल कर पूरा लंड अंदर लिया....अओर पानी की बूँद शास के लंड पर निचोड़ दी थी.....उधर शास का लंड भी पानी छोड़ने के लिए झटके मारने लगा था...उउउउउउउउउउउईईईईईई की आवाज़ आआआआहह लो भाभी......आआअहह ये लो पूरा लो....आआआआआहबहभही लो पी जाओ इस लंड के पानी को आआआआअहह अब निकलने ही वाला है....आआआआआहह...
भाभी...नही शास बाहर मत निकालना...????मेरी चूत को भर दो...आआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म आअज्जज तो मुझे बच्चा दे ही दो शास.....सारा माल मेरी चूत मैं....नही..नही...बच्चेदनि मैं डाल दूऊआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्माआआआआआअह्ह....उउउउउउउउउउउउईईईईईस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईईईई........
शास...ये लो भाभीईईइ आआआआअहह आआआआआहह मैं भी गया......आआआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउउईईईईए अहभाभी आआआईईईईई ये लूऊऊऊऊऊऊऊऊओआआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्के साथ ही शास बड़ी ज़ोर से भाभी से चिपक गया....अओर शास के लंड ने जोरदार वीर्या की तेज पिचकारी भाभी की चूत मैं बच्चेदनि के मुह पर मार दी........आआआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्माआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अओर गरम गरम वीर्या चूत मैं गिरने से भाभी भी मज़े मैं आकर उउउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म....की धुन पर थिरक उठी थी....आआआआअहह उउउउउउम्म्म्म के सुर मैं पूरा महॉल ही गूँज गया था....धीरे धीरे भाभी अओर शास दोनो ही शांत होने लगे थे...रुक रुक कर शास का लंड अभी भी धक्के मार रहा था.....शास के लंड ने आखरी बूँद तक भाभी की चूत मैं उडेल दी थी.....
भाभी ने कस कर शास को बाहों मैं जकड़ा हुवा था....और शास की पकड़ भी काफ़ी मजबूत थी....शास का पूरा लंड भाभी की चूत मैं फँसा हुवा था.....भाभी ने आज जो परम सच का अनुभव किया था....वो सायेद ही पहले कभी मिला हो....दोनो की आँखें अभी बंद ही थी...अभी भी वे सातवे आसमान पर तेर रहे थे.....कंचन, पायल अओर पूजा आपेस मैं ही मज़े ले रही थी....भाभी को लगा की सायेद आज उसकी बरसों की मा बनने की तम्मन्ना आज ज़रूर पूरी होगी.....
कंचन...भाभी इस कंचन की तमन्ना का पूरी होगी...????
भाभी...कंचन बस दो मिनूट रुक जाओ...बस दो मिनूट अओर इस लंड को भाभी की चूत मैं ही रहने दो.....उसके बाद जब तक तुम चाहोगी....ये लंड तुम्हारी चूत मैं ही फँसा रहेगा.....
कंचन...थॅंक्यू भाभी...पर इसके लिए मुझे एंतजार भी बहुत करना पड़ा है.....भाभी अगर आप कहें तो मैं किचन से एक ग्लास मिल्क (दूध) ले आऊ शास के लिए....कुछ देर के लिए शास के लंड को भी आराम मिल जाएगा.....????
भाभी...हां ठीक है कंचन मैं भी यही सोच रही थी....पर एसलिए नही बोली की सायेद तुम ये समझो ...कि मेरी बारी पर भाभी इधर उधर की बाते बता रही हैं......
कांचेन किचन मैं दूध गरम करने चली गयी थी...पायल अओर पूजा एक दूसरे की चूत को चाट चाट कर मस्ती मैं पानी छोड़ रही थी....जैसे वे आज चूत को निचोड़ कर ही छोड़ेंगी....शास का लंड भाभी की चूत मैं ही फँसा था...अओर शास अभी भी भाभी के उप्पेर ही था....भाभी के दोनो हाथों ने अभी तक शास को कस कर भींचा हुवा था.......शास का फूला हुवा लंड अभी भी झटके खा रहा था....अओर भाभी की चूत मैं हल चल पैदा कर रहा था....
भाभी...शास अभी तक कया मन नही भरा..??? तुम्हारा लंड तो अभी भी चूत मैं झटके मार रहा है....???
शास...भाभी तुम्हारी चूत का गरम पानी पीकर ये अओर गरम हो गया है...सायेद एसीलिए झटके मार रहा है...कया एक बार अओर चुदाई कर दूं भाभी..???
भाभी...नही शास मेरी चूत तो दुखने लगी है...अओर फिर मैने कंचन से वादा भी तो किया है....अब तुम्हारा लंड उसकी चूत के लिए रिज़र्व है......
शास...हा भाभी...मुझे भी कंचन की चूत का एंतजार है...उसकी चूत मैं कुछ अलग ही मज़ा है....
भाभी...कया मेरी चूत मैं मज़ा नही था...
शास...हा भाभी...पर कंचन की नाज़ुक चूत...????
भाभी...हां ये तो है...उसकी कुँवारी अओर नाज़ुक चूत का मज़ा कुछ अओर ही होगा...मगर शास कंचन की चूत को फाड़ मत देना...अभी वो छोटी है...अओर उसकी चूत भी छोटी ही है...उसकी चूत को बड़े ही प्यार से धीरे धीरे ही चोदना......वेर्ना...तुम्हारा ये मुस्टंड लंड तो उसकी चूत को फाड़ डालेगा...अओर सायेद डॉक्टर के पास टाँके भरवाने ले जाना पेड़ेगा...गजब हो जाएगा....एसीलिए शास धीरे धीरे ही चोदना.....जल्दी बाजी या जोश मैं नही....
कंचन...मेरी कया बात हो रही है भाभी.....????
भाभी...मैं शास से कह रही थी कि कंचन की चूत को बड़े ही प्यार से धीरे धीरे ही चोदना...कही उस नज़ूक चूत को फाड़ ही डाले...
शास...चिंता मत करना कंचन बहन...तुम्हारी चूत का मैं पूरा ध्यान रखूँगा......
कंचन...शास मेरी चूत मैं एटनी देर से जो खुजली मची हुई है...कया वो आराम से चोदने से हॅट जाएगी....????
शास...ओह! कंचन कियों चिंता करती हो....जब तक तुम्हारी चूत की खुजली को मैं पूरी तरह से नही मिटा दूँगा तब तक तुम्हारी चूत से लंड ही नही निकालूँगा....
कंचन...हां ये ठीक रहेगा.....पर अभी तो इस लंड को भाभी की चूत से तो निकालो....तभी तो मेरा नंबर आएगा...???
शास...भाभी की चूत का पानी पीला कर इस लंड को अओर ताकतवर बना रहा हूँ ....एससे तुम्हारी चूत की खुजली जो मिटानी है....???
भाभी अओर कनचन इस पर दोनो ही मुस्कुरा दिए....अओर कंचन ने शर्मकार मूह नीचे कर लिया....
शास...भाभी तुम्हारी चूत मैं एस्सा कया है जो ये लंड ढीला ही नही पड़ रहा है.....अभी भी टाइट ही है....????
भाभी...मुझे कया मालूम...अपने लंड से ही पूछ लो ना....???
शास...इससे कया पूंचू ये तो अभी भी झटके खा रहा है....
कंचन...कंचन ने चेहरा उठाकर धीरे से कहा....सायेद ये मेरी चूत की खुजली मिटाने की तय्यरी कर रहा है....इस पर वे तीनो ही हंस दिए.....
भाभी...शास अब अपने लंड को मेरी चूत से निकल लो....मेरी चूत तो दुखने लगी है....अब तो इसके झटको को भी झेलने की हिम्मत मेरी चूत मैं नही बची है.....
शास...ठीक है भाभी.....
कंचन...तुम्हारे लंड के झटके झलने के लिए शास भयया अब मेरी चूत तय्यार है....
भाभी...नही कंचन पहले शास को दूध पीला दे...इसके कुछ देर बाद चूत मैं डलवाना तो ये लंबे समेय तक तुम्हारी चूत को चोद सकेगा...समझी की नही....???
कंचन...ठीक है भाभी...मेरी ब्करारी तो बढ़ती ही जा रही है...???
भाभी...चिंता कियूं करती है पगली....अब तुम्हाई चुदाई ही तो होनी है....
कंचन...यही सोच सोच कर तो मेरी चूत बेचैनी हो रही है....कि कब शास भयया का ये लंड मेरी चूत मैं घुसेगा...शास के इस लंड पर जब से मेरी नज़र पड़ी थी.....मेरी चूत तो तभी से पानी छोड़ रही है...इस लंड से चुदवाने के लिए मैने कितने ही प्लान बनाए थे भाभी....अब कही जाकर एंतजार ख़तम होने को आया है....मेरी चूत तो इसे लेने के लिए बेताब हो रही है.....अपनी पहली चुदाई अओर वो भी शास भयया के लंड जैसे से...समझ लो भाभी मेरा कया हाल हो रह होगा...????
भाभी...शास अब अपना लंड बहार निकल ही लो....मुझे याद आ रही है आपनी पहली चुदाई...सोच सोच कर ही चूत गीली हो जाती है...ये बात अलग है की वो लंड शास के लंड जैसा नही था......
शास...ठीक है भाभी...जैसा आप कहती हैं....
अओर शास ने अपना भाभी की चूत मैं टाइट्ली फँसा हुवा लंड बहार निकाल लिया...फुचक की आवाज़ के साथ शास का लंड भाभी की चूत से बाहर निकला...भाभी की चूत अब भी किशी गुफा की तरह से खुली हुई थी...अओर उससे शास के लंड से निकला हुवा ढेर सारा वीर्य बाहर निकलने लगा..........कंचन ने आगे बढ़कर शास का फूल कर कुप्पा हुवे लंड को अपने मूह मैं भरने की कोशिस की पर इतना बड़ा लंड उसके मूह मैं कहाँ आना था....इसलिए कंचन शास के लंड को चाट कर ही काम चलाने की सोचने लगी ....अओर भाभी की चूत से बहता हुवा वीर्य नीचे बिछी बेडशीट को गीला करने लगा था....
भाभी...कंचन शास भी थक गया होगा पहले इसे गरम गरम दूध तो पीला दो....????
कंचन...ठीक है भाभी....अओर कंचन ने गरम दूध का ग्लास उठाकर शास की अओर बढ़ा कर लो शास भयया अपनी पूरी थकान मिटा लो......इसके बाद पूरी ताक़त से मेरी चूत को चोदना....
शास...अब एस लंड को तुम्हारी चूत ही तो चोदने है...फिर आभी तो ये 10 चूत अओर चोद सकता है....तो ये समझ लो कि 10 चूत के नाम की तुम्हारी चूत की लंबी चुदाई करके ही ये लंड संतुष्ट हो जाएगा....
भाभी...शास अगर इस बीच कंचन तक जाए अओर इसकी चूत जबाब दे दे तो मेरी चूत एक बार अओर तुम्हारा लंड लेने के लिए तय्यार है...
कंचन...भाभी अब तो भूल जाओ...अब तो मेरी चूत सुबहा तक इस लंड को चोदने वाली नही है....????
कंचन की एस बात पर फिर से सभी हंस पड़े...अओर उन सभी के मूह से एक साथ निकल ही गया...कंचन तो आज पूरी चुदाई के मूड मैं हैं....इसकी सुहाग रात तो लंबी चलेगी............
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