RE: Kamukta Story चुदाई का सिलसिला
चुदाई का सिलसिला पार्ट-४
शास और ज़ोर से सीमा से चिपकता चला गया..........जैसे उसका पूरा शरीर ही सीमा की चूत मैं समाता चला जा रहा हो.......एक अशीम आनंद के साथ...........सूनी (ज़ीरो) तक..........शास का लंड अभी भी सीमा की चूत मैं ही फँसा था......करीब 10 मिन्यूट्स तक दोनो......इसी तरह से एक दूसरे को भिचे.....पड़े रहे........
सीमा...मेरे भाई आज तो तुमने चुदाई का वो आनंद दिया.....जो मैं कभी नही भूल पावंगी.....तुमने तो वो चुदाई की ...जो बड़े-बड़े चोदु भी नही कर पाते है.....आज एक मुद्दत के बाद चुदाई का जो सुख मिला हैं....मज़ा आ गया...................
शास...दीदी मैने भी आज पहेली बार स्वर्ग की सैर की है.....मैं तो पूरा ही तुम्हारी चूत मैं चला गया था......
सीमा...मुस्कुराते हुवे...तुम्हारा तो लंड ही झेलना भारी पड़ गया था.......
कुछ देर के बाद शास ने लंड को बाहर निकाला...दो- चार बूँद चूत का पानी (लेस्श) और गम मिलाजुला चूत से बाहर निकल आया.....
शास... आपकी चूत से खून नही निकला....क्या आपकी सील नही टूटी है क्या??????
सीमा...तुम्हे कैसे पता कि सील टूटने से खून निकलता है....????????
शास...संतोष बूवा की चूत से निकला था....बूवा ने ही बताया था.....लकिन उन्होने किसी को बताने से मना किया था....
सीमा...शास मैं किसी थोड़े ही हूँ मैं तो तुम्हारी दीदी हूँ....
शास...दीदी आपकी चूत से खून क्यों नही निकला है.....क्या आपकी सील नही टूटी है दीदी???
सीमा...तुम्हारा लंड तो कई सील एक साथ तोड़ दे.....मैरी सील पहले ही टूट चुकी थी....फिर भी इतना दर्द हुवा...अगर आज सील टूटती तो मैं तो मर ही जाती....
शास...पहले किसने तोड़ी थी दीदी.....??????????
सीमा... मेरे एक सर थे....उन्होने.....
थोड़ी देर बाद सीमा ने शास के लंड को देखा.....गुलाबी..गुलाबी रॅशीला सूपड़ा....और बड़े ही प्यार से फिर चूसने लगी....सीमा ने शास को बताया कि आज तो उसकी भी सील टूट चुकी है.......
शास...मेरे तो खून नही निकला दीदी...????????????
सीमा....लड़को को खून नही...वीर्या(गुम) निकलता है...जो तुम्हे आज पहली बार थोडा ही निकला है............
उस रात सीमा और शास ने फिर दो बार चुदाई का आनंद लिया और रात के पिछले पहर मस्त होकर सो गये.......
सुभह के 8 बजे रहे थे...शास मस्त होकर सो रहा था....सीमा अपनी सहेलियो के साथ नीचे हॉल मैं हंस हंस कर कुछ आनंदित बाते कर रही थी....उनमें कुछ सीमा की खास सहेलिया भी थी....शादी की बातें...साजन की बातें....मस्ती का आलम था...वहाँ.....तभी..सीमा की बूवा आई...सीमा तुम जल्दी से तय्यार हो जाओ तुम्हे महेन्दि और श्रन्गार करवाने के लिए जाना है.....सीमा पूजा के साथ अंदर के रूम मैं चली गयी.....बाकी लड़कियाँ वही पर आपेस मैं बाते करती रही....
पूजा...आज तो बड़ी मस्ती मैं हो...????????????
सीमा...तुम्हे ऐसा कयूं लगा.....?????
पूजा...इतनी मस्ती मैं तो तुम कभी बात नही करती थी....आज तो रंग बदला...नज़र आ रहा है.....कोई खास बात है क्या......?????????
सीमा...तुमने पूजा मुझ से कभी कोई बात नही छुपाई, एसलिए मैं कैसे छुपा सकती हूँ.???
पूजा... तो फिर बता ना क्या बात है...?????क्या ससुराल जाने को खुश हो रही है...?????...जीजा जी के साथ सुहग्रात मनाने के विचारो मैं खुश हो रही हो..???
सीमा...आरी नही पूजा....”सुहग्रात” तो मैने रात ही मना ली ....और सीमा ज़ोर से हंस पड़ी.......और पूजा की तरफ..मस्त निगाहो से देखा..???????
पूजा...सीमा..क्या???????????? क्या बोल रही हो...??? कुछ पता भी है..?????????
सीमा...है यार सच कह रही हूँ.......रात बड़ी मस्त थी.......तीन-तीन बार सुहग्रात मनाई , बस पूजा पूछो मत....कया मस्त सुहग्रात थी...........रात भर आँखे खुली ही नही...
पूजा...क्या सपने मैं (इन दा ड्रीम)......???????????
सीमा...नही पूजा, हक़ीकत मैं...
पूजा....मज़ाक कर रही हो....???
सीमा...नही पूजा ...मेरा यकीन कर... रात मैं तीन बार....वो मस्त चुदाई हुई की जीवन भर याद रहेगी.............चुदाई मैं हमेशा लड़की की सील टूटती है...पर रात मैं मैने एक लड़के की सील तोड़ दी...??????????
पूजा...सीमा मेरी कुछ समझ मैं नही आ रहा है...तुम क्या कह रही हो.....साफ_साफ बताओ ना क्या हुवा.....???????????? ( पूजा बड़े ही असचर्या से सीमा को देख रही थी....लॅकिन सीमा के गालो पर गुलाबी पन देखकर और आँखो की चमक बता रही थी कि कुछ तो है....पूजा कुछ समझ ही नही पा रही थी...कया कोई लड़की शादी से पहले ही रात मैं ऐसी सुहग्रात मना सकती है.??????? उसका अस्चर्ये बढ़ता जा रहा था....)
सीमा... आरे साफ..साफ ही तो बता रही हूँ कि रात मैं मैने सुहग्रात बड़े ही मस्त होकर मनाई है....क्या मैने कभी तुमसे झूट बोला है..?????????
पूजा...मुझे याकीन नही हो रहा है....कौन था वो....????????
सीमा.... बतया ना मैने ही उसकी सील तोड़ी है....
पूजा...कौन है वो...........?????????
सीमा... शास.....मेरी बुआजी का लड़का....अभी कम उमर है...मगर ..उसका लंड क्या मस्त है...देखा लेगी तो खाए बिना नही रह पाएगी..........
पूजा...क्या???????????????????
सीमा ... हाय पूजा सच कह रही हूँ....( एक बार तुमने बताया था ना कि रात मैं तुमने अपने मम्मी-पापा की चुदाई की बाते सुनी हैं...तुम्हारे पापा का लंड गधे के लंड की तरह बड़ा है.....बस शास का लंड भी ऐसा ही है.......मेरी जान....कयूं परेशान है...मिलवा दूँगी....जीवन मैं...शास के सिवाय कोई और याद ही नही आएगा....)
पूजा...सच कह रही हो.....????????????
सीमा....हाँ यार....कया मैने आज तक कभी तुमसे कुछ भी झूट बोला है.....और देख शास उप्पेर के रूम मैं सो रहा होगा...रातभर तो मैने उसे सोने नही दिया...मैं तो ब्य्टिपार्लर मैं जा रही हूँ...तुम ज़रा जाकर उसे जगा देना ...और मेरे आने तक उसका ध्यान....तुम्हे ही रखना है....समझ रही हो ना मेरी बन्नो........????????
पूजा...मैं कैसे ध्यान रखूँगी..???
सीमा...मैने सब कुछ सच बता दिया ना... वो मेरा खास हो गया है....मेरा खास भाई. शास....क्या तुम मेरे खास भाई का ध्यान भी नही रख सकती....कया तुम मेरी इतनी से भी बात नही मनोगी...?????????
पूजा...ये तुम क्या कह रही हो सीमा...मैने आज तक तुम्हारी कोन सी बात गिराई है....
सीमा...तो फिर शास का ध्यान रखना....मैं ब्य्टिपार्लर जा रही हूँ....वो उप्पेर के रूम मैं सो रहा है...........
कुछ देर के बाद सीमा अपनी बूवा और बड़ी बेहन के साथ ब्य्टिपार्लर मैं चली गई... और पूजा घर पर बैठी सोच रही थी...कि अब उसे क्या करना चाहिए...सीमा तो शास की ज़िम्मेदारी उस पर छोड़ गयी है............
पूजा बैठी सोच रही थी अब वो कया करे.... उसे कया करना चाहिए....इसी उधेड़..बुन मैं पूजा.....फिर सीमा की बात सुनाई दी .... पूजा....”सुहग्रात” तो मैने रात ही मना ली .... रात मैं तीन बार सुहग्रात मनाई है ... .....”.रात बड़ी मस्त थी.......तीन-तीन बार सुहग्रात मनाई , बस पूजा पूछो मत....कया मस्त सुहग्रात थी...........रात भर आँखे खुली ही नही.”.... ..”उसका लंड कया मस्त है...देख लेगी तो खाए बिना नही रह पाएगी”.......... और उसके बाद तुम्हे शास के अलावा कोई और याद ही नही आएगा... ..” एक बार तुमने बताया था ना की रात मैं तुमने अपने मम्मी-पापा की चुदाई की बाते सुनी हैं..
पूजा उठ खड़ी हुई....उसके कदम धीरे धीरे सीढ़ियो (स्टेप्स) की और बढ़ने लगे.....पूजा....अभी...भी...शून्य...(ज़ीरो)... मैं फँसी थी.....कदम धीरे धीरे बढ़ रहे थे.....और...पूजा...ने पैर सीडीयो पर रख..दिया....
पूजा...कभी..सीमा, कभी..शास...के बारे मैं ही सोच रही थी...”बड़ा मस्त लंड है शास का”.....एक बार देखलोगि तो खाए बिना नही रह पावगी.....पूजा हल्के से मुस्कुरा दी....उसके मन मैं उत्सुकता...जाग उठी....उसके कदम थोड़ा...तेज..तेज बढ़ने लगे...शास के रूम की तरफ....शास के रूम का दरवाजा अभी भी बंद था....कुछ पल पूजा रुक गयी....अंदर शास कया कर रहा होगा....शायद अभी तक सो रहा होगा....”रातभर तो सीमा ने उसे सोने नही दिया”....तीन- तीन बार मस्त चुदाई की है....
पूजा.. ने फिर हिम्मत जुटा कर दरवाजा खोल दिया.....अंदर बेड पर शास लेता हुवा पीठ के बल सो रहा था... उसका लंड अंडरवेर मैं अभी भी तंबू बना हुवा था....
शास के इस तरह अंडरवेर मैं तंबू बने लंड पर नज़र पड़ते ही ....शरम से पूजा की आँखे नीची हो गई....उसके मन मैं घामाशान शुरू हो गया.....एक मन कह रहा था....कि पूजा वापस नीचे चलो.....दूसरे मन मैं एक जिगयसा जाग उठी थी... शास के लंड को देखने की......
पहला मन...पूजा तुम नीचे चलो...तुमने आज तक अपने कुंवारे पन की रक्षा की है...ये नारी धर्म नही है....अगर किशी को...पता चल गया तो.....मा. बाप की बदनामी अलग होगी...हमारा धर्म...इसकी एज्जाजत नही देता...चल पूजा चल...नीचे चल....औरत के पास एक ही दौलत होती है उसके सतित्व अगर....वो ही चली जाए तो रह कया जाएगा.....आज तक कितने ही लड़को ने तुम पर नज़र रखी पर तुमने नज़र उठाकर नही देखा.....एक ही झटके मैं अपना कया सब कुछ लूटा दोगि...???????????चल चल नीचे चल पूजा...चल..!!!!!!!!!! पूजा के कदम नीचे चलने के लिए जैसे ही मुड़े............
दूसरा मन चीख उठा....नही ... पूजा ...नही रुक जाओ....सीमा ने कितने विस्वास के साथ तुम पर शास की ज़िम्मेदारी डाली है......कया सीमा के विस्वास को तोड़ दोगि....सीमा की तुम सबसे प्यारी सहेली हू....एक ही पल मैं उसके विस्वास को....यूँ ही तोड़ दोगि....कितनी ही लड़कियों से पूजा की दोस्ती है....पर उसने शास की ज़िम्मेदारी....तुम पर ही कयूं डाली...?????? सोचो...पूजा...ज़रा....सोचो...कितना भरोसा है तुम पर सीमा को.....उसने कोई भी बात कया....तुमसे छुपाई.....और तुम......?????????????
नही पूजा मत बहको..... चलो नीचे....कया आपनी निगाहो से नही गिर जाओगी???? इसी लिए कहता हूँ चलो नीचे जाओ....पूजा नीचे जाओ....
रुक जाओ पूजा...तुम सीमा के विस्वास को ऐसे...नही तोड़ सकती....फिर इसमे बुराई ही कया है......कया ये परकृति का नियम नही है....कि नर मादा की तरफ...अओर मादा नर की तरफ....आकर्षित होते ही है....इसमे ....बुरा कया है....सीमा मेरी सबसे प्यारी सहेली...क्या मैं उसका विस्वास तोड़ दूं...............????????????
धीरे धीरे पूजा पेर दूसरा मान हावी हूता गया...और ...पूजा के कदम शास...के बेड...की अओर बढ़ने लगे....पूजा की आँखे शास के तने हुवे लंड पर जमी थी....आँखो...ही...आँखो...मैं..पूजा शास के लंड की लंबाई...अओर मोटाई नाप रही थी....कड़ें बढ़ रहे थे....शास के बेड की अओर..........
चलते चलते एक बार फिर पूजा के कदम ठहेर गये....तुम कया कहोगी...शास ..से..??? क्या..बात करोगी...कया कहोगी????? तुम तो पूजा पहले मिली भी नही हो शास से...???? लॅकिन पूजा की नज़रें अभी भी शास के बॅमबू बने हुवे लंड पर ही थी...अनेक ख़याल आ .. जा...रहे थे.... इसी कस्मकस मैं पूजा ने आपनी चूत मैं गीलापन महसूस किया... लॅकिन पूजा का अन्तेर्मन...अभी भी उसे चेतावेनी दे रहा था....पूजा ये पाप है....तू कया करने जा रही है शास के पास चल नीचे अभी भी समेय है....लॅकिन पूजा पर अब शायद ही इस सब का असर होने वाला था.....उसकी साँसे तेज तेज चलने लगी थी...चूत मैं कुछ..कुछ होने लगा था सामने था शास का तना हुवा...बॅमबू बना हुवा लंड.....और पूजा की आँखे स्थिर थी उसी पर.....पाप और पुण्य के उप्पेर अब वासना हावी होने लगी थी... पूजा खड़ी थी निहार रही थी शास के लंड को....जो कुछ ही कदम दूर था पूजा से....बस ...एक..दो कदम...की...दूरी...पर...पूजा का दिल ज़ोर ज़ोर से धड़क रहा था...
पूजा ने आँखे बंद कर ली...उसकी आँखूं के सामने शास का भारी..भरकम लंड घूमने लगा...फिर पूजा ने एकदम से आँखे खोल दी...शास सो रहा था...पूजा ने धीरे धीरे कदम आगे को बढ़ाए....और शास के बेड के पास खड़ी हो गई...पूजा से रूकना अब लगभग मुस्किल हो चला था....उसके हाथ काफ़ी कस्म्कस के साथ आगे बढ़ने लगे शास के लंड की तरफ.....लंड के ओर पास ओर पास...और पूजा ने धीरे से शास के लंड को अंडरवेर से आज़ाद कर दिया......पूजा की आँखे...एक टक..निहार रही थी...शास के लंड को....आआहह....उउउउउम्म्म्म्म कया लंड पाया है शास ने.......
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