RE: Desi Sex Kahani चुदाई घर बार की
मैने हेरनी से बाजी की तरफ देखा और बोला क्यों बाजी अब क्या हुआ तो बाजी ने मुझे ढाका देके गिरा दिया और खुद मेरे ऊपर चार के बैठ गई और मेरे ऊपर पूरी तरह लेटते हो अपना एक हाथ पीछे कर के मेरा लूँद पकड़ लिया और अपनी चुत के सोराख पे सेट करने लगी
अब बाजी ने मेरा लूँद अपनी चुत पे सेट किया और पूरी ताक़त से अपनी चुत को नीचे की तरफ दबा दिया जिस से मेरा लूँद बाजी की चुत मैं एक ही झटके से पूरा जा घुसा तो बाजी ने फिर से अपनी चुत को ऊपर उठाया और ज़ोर से मेरे लूँद की तरफ दबा दिया और बार बार ऐसे ही पूरी ताक़त से अपनी चुत मैं मेरा लूँद लेने लगी और साथ आअहह उनम्म्मह की तेज़ आवाज़ैईन भी करने लगी तो
अचानक मेरी नज़र फरीदा की तरफ गई जो अपनी आखेँ पूरी तरह खोले अब हुमारी चुदाई देखने मैं मगन थी और इस से पहले के उस की नज़र मेरी नज़र से मिलती मैं फिर से बाजी की तरफ देखने लग गया और अपने हाथ बाजी की कमर पे रख के खुद भी नीचे से झटके मरने लगा
ऊपर से बाजी और नीचे से मेरे झतकों से मेरा बुरा हॉल होने लगा और मेरा पानी अपने एंड पे था और इस से पहले के मेरा लूँद पानी छोड़ता बाजी के मुह से आअहह भाईईईईईईईईईईईईईईईईई मेरा हो .ग्याआआआआआ की तेज़ आवाज़ के साथ ही पानी छोड़र गई तो
मेरे लूँद ने भी पानी अपनी बड़ी बेहन की चुत मैं ही पानी छोड दिया तो बाजी निढाल हो के मेरे ऊपर ही गिर गई
थोड़ी देर तक हम अपनी अपनी आखेँ बंद किए अभी होई चुदाई का सकूँ लेते रहे फिर मैने अपनी आखेँ खोली और फरीदा की तरफ देखा तो अब अपनी आखेँ बंद कर चुकी थी तो मैने बाजी को अपने ऊपर से हटाया और बिस्तेर से उतार के अपने कपड़े उठा के पहने और बाजी को एक किस की और बाजी के रूम से निकेल के अपने रूम मैं आ गया और खामोशी से सो गया
अगली सुबह मैं काफ़ी देर से उठा और नहा के वापिस रूम मैं आया तो उस के थोड़ी देर के बाद ही फरीदा मेरा नाश्ता ले के आ गई और मेरे सामने नाश्ता रख के सीधी होते हो बोली भाई क्या बात है आज कल रात को ठीक से नींद नहीं आ रही क्या जो इतनी देर तक सोते हो तुम
फरीदा ने ये बात बड़े ही तंज़िया अंदाज़ मैं कही थी और मैं उस की वजाह भी जनता था
क्यों की फरीदा ने रात मुझे फरी बाजी के साथ सेक्स करते हो जो देखा था
खैर मैने फरीदा की तरफ देखा और उस की आँखों मैं आखेँ डॉल के देखते हो बोला क्यों देर तक सोना मना है क्या और
वेसे तुम ऐसे क्यों पूछ रही जैसे मैं रात को कहीं चोरी करने जाता हूँ तुम्हें बताये बिना
फरीदा मेरे इस तरह उस की आँखों मैं आखेँ डॉल के बात करने से थोडा घबरा गई और जल्दी से बोली नहीं भाई मैं तो बस ऐसे ही मज़ाक कर रही थी और जल्दी से रूम से बाहर निकल गई
फरीदा के जाने के बाद मैं आराम से नाश्ता किया और बर्तन उठा के साइड पे रख के फिर से लेट गया क्यों के मुझे बड़ी थकावट सी महसोस हो रही थी ऐसा लग रहा था जैसे मेरा पूरा जिस्म दर्द कर रहा हो
मुझे अभी लेते थोड़ी देर ही होई थी के बाजी मेरे रूम मैं आ गई और आते ही बोली क्या बात है भाई अभी तक लेते हो हो आज खेतों पे नहीं जाना तुम ने जो अभी तक घर पे ही हो
मैं उठ के बैठते हुए बोला यार बाजी आज सारा जिस्म दर्द कर रहा है और कहीं भी जाने को दिल नहीं हो रहा इसी लिए लेटा हुआ हूँ मैं तो बाजी ने कहा यार भाई तुम खेतों पे ही चले जाओ तो अच्छा है क्यों की
वहाँ तुम आराम भी कर लोगे और यहाँ अगर कोई मोका मिला और फरीदा ने मेरे साथ या अम्मी के साथ कोई बात की तो उस का भी कुछ करना होगा ना
मैं क्रहते हो उठा और बोला अच्छा बाजी अगर मेरे घर मैं रुकने से फरीदा बात नहीं कर रही तो मैं चला जाता हूँ लेकिन इस बात की क्या ज़मानत है की मेरे जाते ही वो भी भागी होई तुम से या अम्मी से बात करने आए गी
बाजी हंसते हो बोली भाई समझा करो ना मैं चाहती हूँ के फरीदा को पूरा मोका दिया जाए के वो बात करे क्यों के अगर वो चुप रहती है और बात नहीं करती तो फिर मसाला हो गा
मैं घर से निकला और खेतों की तरफ चल दिया और जुब मैं खेतों मैं पंहुचा तो देखा के वहाँ अबू के साथ बिल्लो और फरजाना दोनो ही बेती गुपैयन लगा रही थी
फरजाना को अबू के पास बेता देख के मेरे दिल की अजीब हालत होने लगी (शैयद जलन हो रही थी क्यों क फरजाना पे मेरी नज़र थी और मैं उसे अबू के साथ बेता ब्रदाश्त नहीं कर पा रहा था)
मैं भी अबू के पास जा के बैठ गया तो बिल्लो मेरी तरफ देखते हो अबू से बोली अंकल लगता है के आप का बेटा शहर जा के भूल गया है क जुब किसी के पास जाते हैं तो सब से पहले सलाम दुआ करते हैं
मैं... लेकिन मैं कों सा किसी के पास गया हूँ तुम ही ऐइ हो तो तुम्हें ही सलाम दुआ करनी चाहिए
फरजाना... नहीं भाई हम आप से पहले यहाँ बेती होई हैं और आप अभी आए हो तो यहाँ सब से आप को ही मिलना चाहिए था
मैं... अच्छा बाबा मुझे नहीं पता था की यहाँ इस बिल्लो की बची के अच्छी ख़ासे वोट हैं और ऊपर से तुम भी यहाँ हो जो के हर वक़्त इस की दूं चली बनी रहती हो इस लिए मैं ही सॉरी बोल देता हूँ
फरजाना... भाई मैं भला फरजाना की दूं चली कैसे हो सकती हूँ इस की तो दूं है ही नहीं बिल्लो.... फरजाना छोड यार लगता है तेरा भाई पागल हो गया है इसे शैयद पता नहीं है की लड़कियों की दूं नहीं होती
अबू... अच्छा बचो तुम गुप शुप लिगाओ मैं थोडा काम देख लून और उठ के चले गये
अबू के जाते ही फरजाना उठी और बिल्लो के कान मैं कुछ बोल के वहाँ से निकल गई तो
मैं फरजाना को जाते हो देखने लगा तो बिल्लो थोडा खाँसते हो बोली क्यों विक्की तुम तो बोल रहे थे की फरजाना अभी बची है और अब खुद ही उस की मटकती होई गांद को घौर रहे हो
मैने बिल्लो की तरफ देखा और बोला हन यार है तो अभी छोटी लेकिन उस का जिस्म सच मैं कमाल का है दिल कर रहा है की अभी जा के उस चोद दूँ लेकिन क्या करू वो माने गी नहीं
तो जा चोद दे यहाँ तुम्हें मना करने वाला कों है बाद मैं खुद ही जुब मज़ा आएगा तो चुप हो जाएगी
मैने बिल्लो की बात पे घौर किया लेकिन मेरा दिल नहीं मना तो मैने कहा नहीं यार जो मज़ा रज़ामंदी मैं मिलता है वो ज़बरदस्ती मैं थोडा ही होगा ना
बिल्लो मैं फरजाना के साथ जुब भी करू गा उस की मर्ज़ी से करूगा ऐसे ज़ोर ज़बरदस्ती नहीं करूगा मैं
बिल्लो चुप हो की किसी सोच मैं गुम हो गई और थोड़ी देर तक सोचती रही और फिर बोली
विक्की अगर तुम कहो तो मैं फरजाना को मना लून क्यों की उसे ये तो पता है क मैं चुदाई का मज़ा ना सिर्फ़ ले चुकी हूँ बलके अक्सर लेती रहती हूँ और फरजाना भी चुदाई क लिए मारी जा रही है तो मेरा ख्याल है क अगर तुम कहो तो मैं उसे तुम से चुदवा सकती हूँ
मैं हेरनी से बिल्लो की तरफ देखते हो बोला लेकिन किस तरह होगा ये सब तो बिल्लो हँसती होई बोली ये तुम मुझ पे छोड दो तुम्हारा काम हो जाएगा लेकिन मुझे क्या मिलेगा ये बताओ
मैने कहा जो तुम माँगो गी अगर मेरे बस मैं हुआ तो मैं तुम्हें मना नहीं करूगा ये मेरा वादा है
बिल्लो की आँखों मैं मेरी बात सुन के चमक आ गई और वो मेरा हाथ पकड़ के हिलाते हो बोली विक्की पक्का वादा करना और बाकी
तुम्हारा काम 2 से 3 दिन मैं हो जाएगा तुम बस तैयार रहो अपनी छोटी बेहन की कच्ची चुत का मज़ा लेने के लिए और हंस पड़ी
मैने भी बिल्लो से पक्का वादा किया और इस से पहले की हम और कुछ बोलते हमनें फरजाना आती नज़र आ गई तो हम खामोश हो के बैठ गये
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