RE: Indian Porn Kahani पापा से शादी और हनीमून
कुछ देर ये सब चलता रहा फिर मोम नीचे बैठ गई और लंड को मुँह मे ले के ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी. काला लंड जब मोम के मुँह से बाहर निकला तो मोम के सलाइवा(थूक) से गीला हो कर चमक रहा था. फिर मोम के भाई ने मोम को बेड पर लिटा दिया और उन पर चढ़ गये और लंड अंदर पेलने लगे . मोम की चूत इतनी खुली थी कि मोटा लंड आराम से अंदर बाहर हो रहा था. रूम मे मोम की चूत से निकलने वाली पच पच की आवाज़ गूँज रही थी आधा घंटा चोदने के बाद मोम के भाई ने लंड बाहर निकाल लिया और बेड से उठ गये.मोम भी तेज़ी से उठी और नीचे बैठ गईं और लंड को जल्दी से मुँह मे ले के चूसने लगीं. 1/2 मिनट के बाद मोम के भाई का लंड झटके खाने लगा और अपना माल छोड़ने लगा. जब सारा पानी निकल गया तो मोम ने वो पानी पी लिया और जो ड्रॉप्स लंड पे लगे रह गये थे उन्हें बहुत महारत से चाट कर साफ कर दिया.
अब आगे.......
इधर मेरी चूत के पानी से शलवार गीली हो रही थी.मोम ने कहा अब मैं चलती हूँ कहीं किरण के पापा ना उठ जाएँ ये कह कर उन्होने जल्दी जल्दी कपड़े पहने और रूम से निकल गईं. मोम के भाई ने डोर बंद किया और अपने मुरझाए हुए लंड को हाथ मे पकड़ कर बाथ रूम मे चले गये. जैसे वो बाथरूम मे गये मैं भी विंडो से बाहर गॅलरी मे आ गई और वहाँ से अपने रूम मे आ गई.
रूम मे आ कर मैने हॅंडी कॅम से फिल्म निकाल कर अपनी अलमारी मे रख दी और सो गये. सुबह नाश्ते पर मैने नोट किया कि मोम बहुत हॅपी मूड मे थी.नाश्ता करने के बाद पापा तो जो थोड़े बहुत छोटे छोटे काम रह गये थे वो करने लग गये जब कि मैं अपने रूम मे आ गई और शाम के लिए ड्रेस निकाल कर रेडी किया. कुछ और गेस्ट्स भी घर पे पहुँच गये थे और मोम उन को कंपनी दे रही थी .
दोपहर मे मोम ने मुझे बुला कर कहा कि आज किचिन का काम ज़्यादा है मिल कर कर लेती हैं और यूँ मोम और मैने खाना बनाया.दोपहर का खाना खाने के बाद पापा मेरे पास आए और मुझे कहा किरण मैं तुम्हें पार्लर ले चलता हूँ वहाँ से फ्री होने तक शाम हो जाएगी और उस वकत तक लड़के वाले भी आ जाएँगे और टाइम ज़ाया किए बाघैर जल्दी ही सारा काम हो जाए तो बेहतर है. मैने कहा मैं मोम के साथ चली जाती हूँ. पापा ने कहा तुम्हारी मोम नही जा रही उस ने मुझे कहा है तुम्हें पार्लर ले जाने को.
मेरे फेस पर मुस्कराहट आ गई और मैने कहा पापा मुझे पता है मोम क्यूँ नही मेरे साथ जा रही. पापा ने हैरान होते हुए पूछा क्यूँ?
मैं अपनी अलमारी मे से फिल्म निकाल कर लाई और पापा को दिखाते हुए कहा मेरा शक सही था इस फिल्म मे कल रात मोम और उन के भाई के दरम्यान होने वाले प्यार की दास्तान है. कल रात को मोम आप के रूम से उठ कर अपने भाई के रूम मे आ गईं थी और वहाँ 2 जिस्मो के दरमिया जो कुछ हुआ वो इस फिल्म मे है.
पापा ने एग्ज़ाइटेड होते हुए कहा चलो पहले इस फिल्म की रेकॉर्डिंग देखते हैं.
मैने पापा के करीब हो कर उन को झप्पी डाल दी और अपनी चूत को उन के लंड पर रगड़ के कहा अभी नही बाद मे देख लेंगे. अब देखा उस सुजाता रांड़ का मैं क्या हॉल करती हूँ कैसे उसे इस घर से बाहर निकालती हूँ. अगर उस ने मुझे आपकी पत्नी बनाया है तो अंब आप पर मेरा हक़ है अब मैं आप को उस रांड़ को नही चोदने दूँगी .
पापा मुस्करा पड़े ऑर मेरा चुंबन लेते बोले जैसे तुम्हारी मर्ज़ी मेरी जान अब मैं तुम्हारा हूँ ऑर तुम मेरी हो ओके.
मैने अपने बूब्स पापा की चेस्ट मे दबाते हुए कहा आप को अपना वादा याद है ना? मेरा काम कंप्लीट हो गया है बस आप का कम बाकी है.
पापा ने भी मुझे अपनी बाहों मे कस के पकड़ते हुए कहा जो हुकम जनाब का और हम दोनो हंस पड़े.
मैं पापा के साथ पार्लर आ गई. जब मैं तैयार हुई तो शाम हो रही थी मैं पापा के साथ घर आई लड़के वाले भी आए हुए थे. मोम ने मुझे देख कर कहा आज तो मेरी बेटी बहुत प्यारी लग रही है.
मैं ये सुन कर ब्लश हो गई. मैने नोट किया कि मोम के भाई की नज़रें मोम की बॉडी पर ही ज़्यादा तर थी और मोम भी उन को अपनी बॉडी का नज़ारा दे रही थी. मैं सोचने लगी कि ये जिस्म की आग भी क्या चीज़ है ये किसी रिश्ते को नही देखती इसे तो बस अपने से मतलब होता है जो भी आप से मिलन कर ले वो ही आप का राजा होता है चाहे वो रिश्ते मे कुछ भी हो. मैं ऐसे ही हालत से गुज़र चुकी थी जब पापा से मैं चुदि नही थी तब मैं परेशान थी कि कैसे कर पाउन्गी मैं उन के साथ लेकिन अब तो पापा के लंड ने मुझे पागल कर दिया था और मैं अपने आप को उन की वाइफ के रूप मे ही देखने लगी थी.
मैं इन सोचो मे डूबी हुई थी कि मोम मेरे पास आई और पूछा किन ख़यालो मे गुम हो? फिर मुझे ले जा के उस लड़के के साथ बैठा दिया और ट्रडीशनल मॅरेज की तरह ये ड्रमई मॅरेज भी हो गई.जिस मे कोई हक़ीकत नही थी लेकिन हर किसी ने अपना किरदार इतने अच्छे से निभाया था कि हक़ीकत का गुमान हो रहा था. फिर खाना लगाया गया सब ने खाना खाया और फाइनली मेरी रुखसती का टाइम आ गया. मैं उस लड़के और उस के घर वालो के साथ होटल आ गई और रात के गहरा होने का वेट करने लगी क्यूँ कि मैं बहुत चुदासी हो रही थी. प्लान के मुताबिक पापा लेट नाइट होटेल मे आएँगे उस टाइम तक मैं कपड़े चेंज कर चुकी थी और नाइटी मे थी.
पापा ने अंदर आते ही मुझे अपनी बाहों मे भर लिया और अपने होंठ मेरे होंठो पर रख दिया मैं तो कब से तरस रही थी फॉरन से पापा के होंठो को चूसने लगी. पापा नाइटी पर ही से मेरे बूब्स को सहला रहे थे.थोड़ी देर के बाद पापा ने मुझे उठा के बेड पर लिटाया और मेरी नाइटी के बटन खोल दिए और ब्रा क ऊपर से ही बूब्स चूसने लगे मेरी चेस्ट मे तो पापा के गरम लिप्स ने आग लगा दी थी मैने लेटे लेटे ही ब्रा को अपने बूब्स के उपर सरका दिया मेरे गोल गोल बूब्स एक दम उछल कर बाहर आ गये. पापा ने जैसे ही मेरे नंगे बूब्स देखे तो उन पर भूके भेड़िए की तरह हमला कर दिया. मेरे मोटे मोटे निपल हार्ड हो कर बाहर को उभर गये थे जिन्हे पापा मज़े से चूस रहे थे. बीच मे निपल छोड़ कर मेरे बूब्स की गोलियो को चाटते तो मैं मज़े से पागल हो जाती.
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