RE: Indian Porn Kahani पापा से शादी और हनीमून
पापा आप भी ना... मोम के लिए ब्रा लेनी है उस के लिए पूछा है. पापा ने बताया 36डी. मैने वाइट कलर की एक ट्रांसपेरेंट लो कट ब्रा ली और मॅच की पैंटी ली और हम शॉप से निकल आए. हम ने टाइम देखा तो 2 बज रहे थे हम ने खाना खाया और होटेल वापिस आ गये रूम मे आ कर मैने शॉपिंग का समान भी बॅग मे रखा.इतनी देर मे पापा कपड़े चेंज कर के लूँगी पहन कर बाहर आ गये. पापा ने मुझे पीछे से ही पकड़ लिया और मेरे बूब्स दबाने लगे. पापा ने अपने होंठ मेरे पीछे से मेरी नेक पर रख दीए और किस करने लगे. मज़े से मेरा जिस्म कांप गया. मेरी कमीज़ और शलवार पसीने से भीगी हुई थी और मेरी ब्रा साफ नज़र आ रही थी.पापा मेरी कमीज़ से मेरे पसीने को सूंघते करते जा रहे थे साथ साथ. पापा ने मेरी इयर लॉब को दाँतों से दबा कर कान मे कहा जान तुम्हारे जिस्म की स्मेल भी तुम्हारी तरह मस्त है.
अब आगे..........................
काफ़ी देर पापा मेरी नेक और एअर को किस करते रहे फिर वो नीचे बैठ गये और अपनी नोज को मेरी गान्ड से लगा दिया और पसीने से गीली शलवार मे से गान्ड की स्मेल को सूँघा और कहा जान तुम्हारी गान्ड जितनी मस्त है उतनी ही इस की महक भी मस्त है. मैं भी हॉट हो चुकी थी. पापा थोड़ी देर गान्ड सूंघ कर उठे और मेरी कमीज़ और ब्रा उतार कर बेड पे फेंकी और पीछे से मेरे दोनो बूब्स को कस के पकड़ा और और मेरी नेक को और कमर को चाटने लगे. मज़े से मेरे मूँह से आह ओह्ह की आवाज़ें निकल रही थी.
कुछ देर क बाद पापा ने मुझे सीधा किया और मेरे बूब्स को चाटने और चूसने लगे.मेरे निपल हार्ड हो कर खड़े हो गये थे जिन्ही पापा दाँतों से जब काटते तो मेरी आह निकल जाती थोड़ी देर ये सिलसिला चला फिर पापा ने मेरे कान मे कहा जान आज मैं सितार नही ढोल बजाने के मूड मे हूँ.
मैने कहा क्या मतलब?
पापा ने कहा सितार छूट और ढोल गान्ड. मैं फॉरन पापा से अलग हो गई और कहा ना बाबा ना गान्ड मरवाने मे तो बहुत पेन होगा .पापा ने कहा कि मुझे पर ऐतबार करो मैं बहुत आराम से करूँगा और तुम्हें भी बहुत मज़ा आए गा. मैने इनकार किया तो पापा बोले अच्छा मैं सिर्फ़ तुम्हारी गान्ड चाटुन्गा और फिंगर करूँगा .मैं मान गई तो पापा नीचे झुके और मेरी शलवार उतार दी मैं सिर्फ़ पैंटी मे थी.पापा ने मेरी पैंटी भी उतारी और मुझे सोफे के सहारे से झुकने को कहा जब मैं झुकी तो मेरी गान्ड का होल उभर के पापा के सामने आ गया .पापा ने गान्ड के होल पर अपनी ज़ुबान फेरी फिर होल के बाहर ज़ुबान से चाटने लगे.
मैने शरारत से पूछा कैसा लगा आप को मेरी गान्ड का टेस्ट?
पापा बोले तुम्हारी तरह मस्त है. कुछ देर ऊपर से चाटने के बाद पापा ने मेरे होल को थोड़ा सा फेलाया और ज़ुबान की टिप अंदर डाल दी. मज़े से मैं पागल हो रही थी और मेरी पानी निकल गया था. पापा रुके और बेग मे से क्रीम निकाली और मेरी गान्ड के होल पर लगाई और अपनी एक फिंगर अंदर डाल दी.मुझे पेन होने लगा.मैने कहा पापा पेन हो रहा है. पापा ने कहा बर्दाश्त करो जान. पापा ज़ोर ज़ोर से फिंगर करते रहे जिस से गान्ड का होल थोड़ा खुल गया और फिंगर आसानी से अंदर बाहर होने लगी. अब मुझे भी फिंगर मे मज़ा आ रहा था. पापा खड़े हुए और क्रीम अपने लंड पी लगाई और लंड की टोपी गान्ड के होल पर रख दी.
मैने कहा पापा आप ने तो कहा था कि आप सिर्फ़ गान्ड चाटेन्गे और फिंगर करेंगे लेकिन आप ने लंड को क्यूँ रखा यहाँ पर.
पापा ने कहा सिर्फ़ तुम्हारी गान्ड के होल के साथ लंड रगड़ रहा हूँ. मैं रिलेक्स हो गई. पापा थोड़ी देर लंड को गान्ड के होल पर रगड़ते रहे फिर अचानक धक्का लगाया लेकिन गान्ड के होल के टाइट होने की वजह से लंड फिसल गया और अंदर नही गया.इस से पहले कि मैं संभालती और सीधी होती पापा ने मेरे दोनो बूब्स कस के पकड़े और मुझे काबू कर लिया.इतनी ज़ोर से बूब्स दबाने पर मेरे मूँह से आह निकल गई. मैने कहा पापा प्लीज़ गान्ड मे ना डालें लेकिन पापा ने मेरी एक ना सुनी और कहा बहुत मटकती है ना तेरी गान्ड अब इस का मज़ा मैं ले के रहूँगा और ये कह कर पापा ने लंड सेट कर कर ज़ोर का धक्का लगाया .लंड की टोपी मेरी गान्ड के अंदर घुस गई. पेन की वजह से मेरी चीख निकल गई. पापा वहाँ रुक गये और मेरे निपल पकड़ के मसल्ने लगे मेरा पेन से बुरा हाल था.मैने कहा पापा लंड को निकाल लो.पापा बोले बस जान काम हो गया है थोड़ा पेन बर्दाश्त कर लो. पापा मेरे बूब्स मसल्ते रहे
उन का लंड मेरी गान्ड मे फँसा हुआ था.थोड़ी देर वेट कर के पापा ने आहिस्ता आहिस्ता लंड को अंदर डालना शुरू किया. मुझे फिर पेन होने लगा. लेकिन पापा नही रुके और हाफ लंड से चोदने लगे. 10 मिनट तक वो ऐसे ही चोदते रहे.मेरी गान्ड का होल थोड़ा खुल गया था और मेरा पेन कुछ कम हुआ था. पापा ने मुझे थोड़ा रेलेक्स देखा तो स्लो स्लो पूरा लंड अंदर डाल दिया.पेन से मेरा बुरा हाल था. पापा इस बार नही रुके और ज़ोर ज़ोर से लंड पेलने लगे. जब पापा का लंड जड़ तक अंदर आता तो पापा की बॉडी मेरे चुतड़ों से टकराती और लंड के अंदर बाहर होने से गान्ड मे से पच पच की आवाज़ आने लगी. तकरीबन 20 मिनट तक गान्ड चुदवा कर मेरा पेन काफ़ी हद तक कम हो चुका था और मुझे मज़ा आने लगा था. मैं भी गान्ड को पीछे कर कर के लंड को अंदर लेने लगी.मैं बहुत मस्त हो गई थी और मेरी चूत ने फिर से पानी छोड़ दिया.
पापा ने मेरे बूब्स छोड़ कर मेरी कमर पकड़ी और पूरी ताक़त से धक्के लगाने लगे. 10 मिनट तकरीबन ये सिलसिला और चला और पापा का पानी मेरी गान्ड मे निकल गया.मुझे गान्ड मे गरम गरम फील हो रहा था जब पापा का सारा पानी निकल गया तो पापा ने लंड बाहर निकाला. मैं तो सोफे पर गिर गई. थोड़ी देर के बाद पापा ने मुझे उठ के बाथ रूम मे चलने का कहा. मैं उठी तो लड़खड़ा गई. मुझ से चला नही जा रहा था पापा मुझे उठा के बाथरूम ले गये वहाँ मुझे और अपने लंड को साफ किया और मुझे बेड पर लिटा दिया. थोड़ी देर मैं लेती रही फिर उठ कर बैठ गई पापा नंगे ही सोफे पे बैठे थे उन का लंड मुरझा गया था लेकिन मुरझाया हुआ भी बहुत बड़ा था.मैने साइड मे रखी ड्रेसिंग टेबल के मिरर मे देखा तो पता चला कि पापा के मसलने और दबाने से मेरे दोनो बूब्स रेड हो रहे थे. कुछ देर के बाद जब मैं थोड़ी रेलेक्ष हुई तो उठी और कपड़े पहने.पापा मेरे पास आए और झप्पी डाल कर कहा अब तुम कंप्लीट औरत बन गई हो कैसा लगा तुम्हें?
मैने कहा आप मुझ से बात ना करें आप ने चीटिंग की है.इस पर पापा ने मुझे समझाया कि किरण एक अच्छी मॅरीड लाइफ के लिए हज़्बेंड और वाइफ को सब जगह के मज़े का पता होना चाहिए . पहली बार गान्ड चुड़वाई है इस लिए पेन होने की वजह से पूरा मज़ा नही मिला होगा तुम्हें चूत की तरह नेक्स्ट टाइम पेन नही होगा और तुम्हें मज़ा भी पूरा मिलेगा. पापा ने मुझे झप्पी डाल के किस किया मैने भी उन को अपनी तरफ खेंच लिया और किस किया.
पापा ने घड़ी पर टाइम देखा तो काफ़ी टाइम हो गया था पापा ने कहा किरण हमे अब स्टेशन चलना चाहिए. पापा ने समान लिया और हम रिसेप्षन पर आए.पापा ने होटेल का बिल पे किया.हम टेक्शी मे बैठ क स्टेशन आ गये. पापा ने टिकेट्स लिए.थोड़ी देर मे ट्रेन आ गई और हम उस मे बैठ गये. ट्रेन मे और लोगो के होने की वजह से सारे रास्ते कोई मस्ती नही हुई सुबह 6 बजे हम अपने सिटी पहुँच गये. स्टेशन से घर पहुँचे.
घर पहुँच कर बेल बजाई. थोड़ी देर के बाद मोम ने डोर ओपन किया. हम अंदर आए पापा ने मोम से पूछा रियाज़ कहाँ है?
मोम ने कहा कि वो तो कल शाम मे ही चले गये थे उन की हॉलिडेज़ ख़तम हो गयी थी.पापा ने मुझे कहा कि तुम अपने रूम मे जा कर आराम करो और खुद मोम के साथ उन के रूम मे चले गये.मैं अपने रूम मे आ कर सो गई क्यूँ कि थकान बहुत थी. सुबह 10 बजे मोम ने मुझे जगाया नाश्ते के लिए . मैं जल्दी से उठी और नाश्ता करने के लिए नीचे आई. नाश्ता करने के बाद मोम और मैं बैठ के बातें करने लगे.मोम ने मुझे कहा तुम्हारे पापा तुम से बहुत खुश हैं क्या तुम भी उन से...
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