RE: non veg kahani नंदोई के साथ
तभी राज ने अपनी रफ़्तार बढ़ा दी और जोर-जोर से धक्के देने लगा। हर धक्के के साथ “हँग हुंग” की आवाज निकल रही थी। मेरे शरीर में वापस एंथन होने लगी और मेरे योनि से पानी चूत गया। तब तक तीसरा आदमी मेरे निपल्स को चूस-चूसकर गीला कर दिया था वोह स्तनों को दाँतों से काटने लगा तो मैं दर्द से बिलबिला उठी। दोनों स्तनों पर उसके दाँतों के निशान बनने लगे थे जो कई दिन तक मेरे साथ घटी इस घटना की गवाही देने वाले थे। वो दोनों हाथों से उन खाली स्तनों से दूध निकालने की कोशिश कर रहा था।
वो उठकर मेरे पेट के ऊपर बैठ गया और अपने लिंग को मेरे दोनों स्तनों के बीच रखकर मेरे दोनों स्तनों को सख्ती से उसके ऊपर दबा दिया और मेरे स्तनों के बीच वो अपने लिंग को आगे-पीछे करने लगा। मेरे मुँह से अजीब अजीब तरह की आवाजें निकल रही थी।
उधर राज तब भी रुकने का नाम नहीं ले रहा था। कोई आधे घंटे तक लगातार धक्के मारने के बाद वो धीमा हुआ। उसका लिंग मेरी योनि के अंदर झटके लेने लगा। मैं समझ गई अब उसका वीर्यपात होने वाला है। मैं शादी से पहले किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहती थी।
प्लीज अंदर मत डालो मैं प्रेग्नेंट नहीं होना चाहती। राज प्लीईएस” मैंने गिड़गिड़ाते हुए कहा। मगर मेरी मिन्नतें सुनने वाला कौन था वहाँ। उसने अपने लिंग को और सख्ती से मेरी योनि के अंदर दबा दिया और ढेर सारा वीर्य मेरी योनि में डालने लगा। अपने लिंग को पूरा खाली करने बाद ही उसने अपने लिंग को बाहर निकाला। राज का लिंग वीर्य से चुपड़ा हुआ चमक रहा था उसपर मेरे खून के कुछ कतरे भी लगे हुए थे।
“देखो दोस्तों ये खून गवाह है आज के इस सेक्स का मजा आ गया बहुत टाइट चूत है ऐसा लग रहा था मानो की मेरा लिंग गन्ने का रस निकालने की मशीन में फंस गया है। हाहाहा..” और इसके साथ ही बिस्तर पर मेरे बगल में ढेर हो गया। वो अब पशीने से भीगा हुआ लंबी-लंबी सांसें ले रहा था। लेकिन मेरी कसरत अभी खत्म नहीं हुई थी।
उसके लिंग के बाहर निकलते ही जो आदमी मेरे स्तनों को चोदकर उठा और मेरे जांघों के बीच आ गया। वो एक झटके में अपना लिंग मेरी योनि के अंदर कर दिया। उसका उतावलापन देखकर ऐसा लग रहा था मानो । कितने ही दिन से भूखा हो। वो मेरे बदन के ऊपर पसर गया और अपने लिंग से धक्के मरने लगा। उसके हर धक्के के साथ मेरे मुँह से “हूँ... हॅ... उफफफ्फ़... उफफफफ्फ़... एम्म्म...” निकलता और मैं अपने दोनों बाजुओं से। बिस्तर को सख्ती से पकड़े हुए थी। वो साथ ही साथ मेरे स्तनों को बुरी तरह से मसल रहा था। मेरे दोनों स्तन इतनी देर से मसले जाने के कारण बुरी तरह दर्द कर रहे थे। दोनों के रंग हल्के गुलाबी से लाल हो गये थे। मुझे भी अब चुदाई में मजा आने लगा।
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