RE: non veg kahani नंदोई के साथ
मुझे मानो साँप सूंघ गया। मैं शर्म के मारे पशीने पशीने हो गई। एर कंडीशन की हवा भी मुझे ठंडक नहीं दे पा रही थी। “नहीं आप मुझसे दूर रहो। मुझे आपसे डोर लगता है...” मैंने अटकते हुए कहा- “मैं आपके साले की होने वाली बीवी हूँ अगर दीदी ने देख लिया तो क्या सोचेगी। मैं आपसे रिक्वेस्ट करती हूँ की आप ऐसा नहीं करें नहीं तो मेरी शादी टूट जाएगी...”
अरे तुम घबराती क्यों हो। तुम्हारी शादी करवाने का जिम्मा तो मेरा है...” उन्होंने कहा।
मैं कुछ बोलती मगर तभी दीदी के लौट आने के कारण मुझे चुप हो जाना पड़ा। कोई भी औरत अपने पति की गलती तो मानती नहीं है दूसरे में ही कमियां ढूँढने लग जाती हैं। मैं चुपचाप उनके हाथ से कोल्ड ड्रिंक लेकर सिप करने लगी। दीदी भी आकर अपनी सीट पर बैठ गई। पापकार्न का पैकेट राज ने अपनी जांघों के बीच रख रखा था। हम वहीं से पोप कार्न लेकर खा रहे थे।
एक बार गलती से फिल्म देखते-देखते मेरा हाथ पापकार्न के पैकेट की जगह उनकी जांघों के जोड़ से जा टकराया। मैंने पापकार्न ढूँढ़ने की कोशिश में उनके लिंग को सहला दिया। मुझे अपनी गलती का अहसास होते ही मैंने अपना हाथ वहाँ से खींच लिया। मगर राज ने अपने हाथ से मेरे हाथ को पकड़कर अपने लिंग पर रखा। मैंने पूरी ताकत से अपने हाथ को उनसे छुड़या। मैं अब पापकार्न लेने का इरादा छोड़कर चुपचाप फिल्म देखने लगी। राज ने वापस मेरे कंधे पर अपनी बाँह रख दी और मेरे गले को सहलाने लगा। अब उसका हाथ गले से फिसलता हुआ मेरे सीने के खुले जगह पर घूमने लगा।
मैं चुपचाप अपने ध्यान को सामने लगाने की कोशिश कर रही थी। मैं अपने आपको कोस रही थी की क्यों मैंने इनके साथ फिल्म देखने का प्लान बनाया। तभी उन्होंने अपने हाथ को मेरे कंधे पर सरकया।
और... ओफफफ्फ़... मेरे बदन का रोवां-रोवां खड़ा हो गया... मेरा गला सूख गया... घबराहट के मारे मेरी साँस रुक गई। मेरा एक स्तन उनकी मुट्ठी में था और वो उसे अपने हाथों से मसल रहे थे। मैंने एक झटके से अपनी बगल में बैठी दीदी को देखा।
दीदी ध्यान से फिल्म देख रही थी। इधर-उधर देखने पर मैंने पाया की मेरे और राज के अलावा किसी को खबर नहीं थी की वहाँ क्या चल रहा है। मैंने उनके हाथ को पकड़कर अपने बदन से झटक दिया और दबी आवाज में चेतावनी दी की अगर आइन्दा कोई गलत हरकत की तो मैं शोर मचा देंगी।
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