Hindi kahani कच्ची कली कचनार की
05-17-2019, 01:33 PM,
#10
RE: Hindi kahani कच्ची कली कचनार की
मैने अपना बॅग पॅक किया और उसी रात की गाड़ी से निकल गया. अगले दिन जब मैं वहाँ पहुँचा तो मेरी आखे सिर्फ़ अनुराधा को ही देख रही थी. मगर उसका कोई अता पता नही था. फिर अब काफ़ी सालो बाद मिलने की वजह से सारे रिलेटिव्स भी दिमाग़ खाने लगे थे और मैं बेसब्री से अनुराधा को ढूँढ रहा था. शादी मे आई सभी लड़कियो को मैने देख लिया और एक तो दो बहोत ही हॉट आइटम थी. मगर मैं मेरी बेहन को ढूँढ रहा था. अब शादी के घर मे ना जाने कितने लोग होते हैं और काम तो हज़ारो. मैं काम मे बिजी हो गया और अनुराधा अब भी नही दिखी थी. इनफॅक्ट उसकी बेहन दिख गयी. सॉरीसिस हो गया था उससे. बड़ी ही अजीब दिख रही थी..मैने उससे अनुराधा के बारे मे पूछा भी. बोली अब तो वो 10थ मे हैं. मगर बोली कि पता नही कहाँ गयी. मेरा सब्र टूट रहा था कि तभी पीछ से मुझे सुनाई दिया,"अनुराधा, जाके लड़की वालो को लंच के लिए बुला ला!"


मैने तुरंत पीछे देखा और मेरी नज़र उस लड़की पे गयी जिसे मैने सुबह आते ही -देखा था. दूध जैसे गोरी-चिट्टि,बार्बी डॉल जैसी क्यूट, लगभग 5-2' लंबी, शोल्डर तक उसके बाल थे और सबसे अच्छी उसकी आखे. और मुझे याद आ गया कि मैने जिस लड़की को सुबह देख ते ही हॉट समझा था वो अनुराधा ही थी. मेरा लंड खड़ा हो गया था. मैं बहोत खुश हो गया. मैने उसकी ओर देखा और स्माइल करने लगा और वो भी जान गयी थी कि मैने उसे पह चान लिया हैं.
मे: वाउ...हाई अनुराधा...मैने तो पहचाना ही नही तुझे
अनुराधा: हाँ,,जानती हूँ..सुबह ही मैं समझ गयी थी तुम अपनी बहना को भूल गये.
मे: नही अनुराधा..मैं तुझे ही ढूँढ रहा था..इनफॅक्ट मैने सुबह तुझे देखा भी मगर मैं नही समझ पाया कि तू हैं. तू इतनी सुंदर हो गयी अब. बिल्कुल हॉट मॉडेल जैसी.

मैने उसे गौर से देखा. उसने ब्लू कलर का कुर्ता और रेड पाजामा पहना था. मैने उसके फिगर को करीब से देखा. उसके बूब्स इस एज मे ही ऑलमोस्ट 32 सी हो गये थे. उसकी कमर बिल्कुल नॅरो. जितना भी फॅट था सब चला गया था और जैसे कमर का सब फॅट उसके हिप्स मे आ गया हो इतने पर्फेक्ट और टाइट हिप्स दिख रहे थे उसके. पाज़ामी मे से मैं सॉफ महसूस कर पा रह था उसकी गान्ड और उसके सी कप बूब्स बिल्कुल खड़े,सख़्त और रेडी टू बी सक्ड. इन शॉर्ट मैने उसको देख कर पक्का कर लिया कि आज तो सुहागरात मनाउन्गा ही इसके साथ.
अनुराधा: ठीक हैं भैया..मैं जाती हूँ मुझे काम हैं.
मे: अर्रे,,,कहाँ जा रही हैं. मैं इतनी बेसब्री से तुझे ढूँढ रहा था और तू हैं कि ना मुझसे गले मिली ना किस दी.
इतने मे मैने ही उसे कस्के हग किया और आजू बाजू कोई नही है देख कर उसकी गान्ड को फील किया. आज भी उतनी ही सॉफ्ट,स्मूद मगर बड़ी और टाइट थी उसकी गान्ड और आगे से उसके बूब्स मैने अपनी चेस्ट से दबाए थे. मैं धीरे धीरे उसके बॅक पे हाथ घुमाने लगा और उससे कहा
मे: आइ रियली मिस्ड यू अलॉट!!
मेरा हाथ अपनी गान्ड पे महसूस करके वो पीछे हट गयी और अजीब सी नज़रो से मुझे देखने लगी.
अनुराधा: भैया मुझे जाने दो...काम हैं
इतना कह के वो चली गयी. मैं उसकी मटकती गान्ड को देखने लगा. सेक्सीयेस्ट गान्ड एवर. उसके हर कदम पे उसकी गान्ड हिलती थी. और बाउन्स होती थी. मगर उसने बड़े अजीब तरीके से मुझे देखा. मुझे लगा काम मे होगी और सबके सामने डर रही होगी सो मैने भी जाने दिया और अपने काम मे लग गया. शाम की शादी थी. सब रेडी हो गये और बारात निकल चुकी थी. मैं जानता था कि इश्स वक़्त घर मे शायद ही कोई होगा. लड़की वाले भी बिजी थे. उनके लिए गेस्ट रूम मे अरेंज्मेंट लिया गया था जो घर से अलग था थोड़ा. मैं सुबह से काम करके थक चुका था तो थोड़ी देर रेस्ट के लिए मैं बेड पर लेट गया. तभी मैने देखा कि अनुराधा नहाने जा रही थी. मैं तुरंत उठ गया और उसे बाथरूम की ओर फॉलो करने लगा. उसके हाथ मे एक छोटा बॅग था जिसमे कॉसमेटिक्स और कंधे पे उसके कपड़े थे. मेरी नज़र उसकी ब्लॅक ब्रा पे गयी और मेरा लंड एक दम खड़ा हो गया. जैसे ही हम बाथरूम की ओर पहुँचे मैने अनुराधा को पीछे से कमर के सहारे उठा लिया..
अनुराधा: अया.....छोड़ो...छोड़ ,मुझे...कौन हैं??? कुत्ते..छोड़ मुझे...
अंधेरे मे उसने मेरी शक्ल नही देखी और डर के मारे चिल्लाने लगी. मैने उसे नीचे रखा और वॉल से सटा दिया और उसका मूह हाथ से बंद कर दिया..
मे: चिल्ला क्यू रही हैं?? मैं हूँ.
अनुराधा: भैया,,छोड़ो मुझे...जाना हैं..
मे: ऐसे नही..एक किस तो देनी ही पड़ेगी. आख़िर कार हम 5-6 साल बाद मिले हैं...और तू इतनी सुंदर हो गयी हैं कि जी चाहता हैं कि अभी तुझसे प्यार करू.
अनुराधा: नही भैया...जाने दो मैं चीखुगी...मैं यह सब नही करना चाहती...जाने दो भैया..प्ल्ज़...
मे: क्या हुआ तुझे?? लगता हैं तुझे याद दिलाना पड़ेगा तेरा प्रॉमिस?
इतना कह के मैने राइट हॅंड से उसकी बूब को दबाया तो वो छटपटा कर हट गयी..
अनुराधा: मैने कहा ना कि मुझे जाने दो नही तो मम्मी को बता दुगी सब..
मुझे गुस्सा आने लगा..मैने उसका हाथ पकड़ा और उसे दीवार से सटा दिया..
मे: चुप चाप रह और नाटक मत कर,,,क्या हुआ हैं तुझे?
उसने मेरा हाथ झटका और एक ज़ोर दार तमाचा मेरी चेस्ट पे मारके चली गयी. मेरी कुछ समझ मे आता इससे पहले उसने बाथरूम लॉक करली थी..मैने 1-2 बार नॉक किया खोल खोल...मगर वो बोली जाओ भैया यहाँ से...
मैं बहुत गुस्से मे था.. मैं वहाँ से चला गया और रेडी होकर शादी मे पहुँच गया.. उस दिन ना मैं अनुराधा के सामने गया ना वो मेरे सामने आई. अगले दिन हम अपने अपने घर जाने के लिए निकल पड़े. मैने अपना सामान पॅक करके कार मे रखा और तब मेरी नज़र अनुराधा पे पड़ी. वो मेरी तरफ देख रही थी. मैने उसकी ओर गुस्से से देखा और अपना मूह फेर कर अपनी कार मे बैठ गया.. 2-3 घंटे मे हम घर पहुँच गये. वो अपने घर चली गयी थी और मैं अपने घर .. उस दिन के बाद मैं ना उससे मिलने गया और ना ही वो मुझसे मिली.
मेरी छुट्टियाँ ख़त्म होने को आई थी. मैने डिपार्चर की टिकेट कन्फर्म की और 2 दिन बाद की टिकेट मिली थी. मैं घर आ गया और अपने बेडरूम मे लेट गया. 10-15 मिनट किसी ने डोर नॉक किया और मुझे एहसास हुआ जैसे अनुराधा हो. मैने डोर ओपन किया और मम्मी खड़ी थी..
मम्मी: क्या हुआ तुझे??? तबीयत ठीक नही है क्या तेरी?
मे: ठीक हू मैं...बस थोड़ी थकान हैं...
मम्मी: ठीक हैं.सोजा..हाँ वैसे शाम को हम लोग आउट ऑफ स्टेशन जा रहे..तेरे पापा का कुछ अफीशियल फंक्षन हैं और हमें इन्वाइट किया हैं..हो सके तो रात तक आ जाएगे या कल दोपहर तक. वही अरेंज्मेंट की हैं रहने की गवर्नमेंट ने..तू चल रहा है ना??
मे: नही..तुम लोग जाओ..मैं बोर हो जाता हूँ ऐसी जगहो पे..
मम्मी: बट अकेले क्या करेगा तू?? चल ना
मे: नोप..और मेरे फरन्डस भी तो हैं..यू गाइस गो!!
मम्मी: ठीक हैं...फिर रात का डिन्नर बनाकर जाउन्गी..
मे: अर्रे..मैं देख लूँगा..बनाओ मत
मम्मी: ठीक हैं..
मैं फिर थोड़ी देर सो गया... शाम को उठा तो पेरेंट्स जाने वाले थे..मम्मी ने कुछ इन्स्ट्रक्षन्स दिए जो मैने सुने ही नही. और मैं उन्हे सी ऑफ करके सो गया..20-25 मिनट बाद उठा और मैं नहाने जाने लगा. मैने अपने कपड़े लिए और बाथरूम की ओर जाने लगा इतने मे ही डोर बेल बजी. अब मुझे नंगा रहना पसंद हैं तो जब भी अकेले होता हूँ न्यूड रहता हू. मैने तुरंत टवल रॅप किया और वेस्ट पहन ली. ज़्यादातर खिड़की मे से ही बात करता हू मैं अगर कोई डोर पे होता हैं तो... मैने साइड विंडो से देखा और सर्प्राइज़ हो गया...अनुराधा थी.
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