RE: Hindi Sex Kahaniya प्यास बुझती ही नही
राज: मानता हू सर…पर मेरी वाइफ अक्सर बीमार रहती है……मे सेक्स के बगैर नही रह सकता….तभी मेने अनिता के साथ सेक्स किया…..वो भी उसकी मर्ज़ी से.
इनस्पेक्टर शर्मा: वो तो मे बाद मे देखूँगा…फिलहाल तुम्हारा भी डीएनए टेस्ट होगा….तुम्हारे पेनिस पर लगे लावा-पदार्थ और चूतादो पर लगे खून के निशान का…..
राज: सर…आप जो भी टेस्ट करवा ले…पर मे इस खून का अपराधी नही हू…….प्लीज़ मुझपर विश्वास करे.
इनस्पेक्टर शर्मा: राज मे तो सबूतो पर करता हू बिसवास…अगर तुम अपराधी रहे तो तुम्हे कोई नही बचा सकता…और अगर निर्दोष रहे तो फिर मे तुम्हे पूरी कोशिश करूँगा बचाने को.
राज: सर मे भी आपका पूरा का पूरा समर्थन करूँगा…..और हां मेरा एक दोस्त है मिस्टर. कुलकर्णी…पुणे मे प्राइवेट डीटेक्टिव करता है…मे उसे यान्हा बुलाया है…उसकी भी मदद लूँगा और सबूत ढूँढने की पूरी कोशिश करूँगा……सर..
इनस्पेक्टर शर्मा: अगर ऐसा है…तो क़ानून तुम्हे ज़रूर माफ़ करेगा……चलता हू…..तुम अपना इलाज़ करो..और जब तुम्हारा डिसचार्ज होगा तो सबसे पहले मुझसे मिलना.
अनिता की मौत की खबर शहर मे जंगल के आग की तरह फैल गयी…सभी लोग इसका हत्यारा सिर्फ़ राज को मानने लगे…..अनिता की मा का बहुत बुरा हाल था वो बार बार बेहोश हो जाती थी…..और हार बार वो राज को कोष रही थी……….उसके ससुराल वाले तो 2 दिन रहे और फिर वो चले गये…अनिता के ससुराल के लोगो ने कहा कि अच्छा हुआ मेरा बेटा बच गया ……………नही तो हम कही मूह दिखाने के लायक नही रहते. लड़की थी ही कॅरक्ट्रलेस…….ये सारी बाते अनिता की मा को बर्छि की तरह चुभ रही थी…उसका मन कर रहा था कि वो कही जा कर अपनी जान दे दे …पर उसके पास उसका छ्होटा बेटा था जो कि अभी 5 स्ट्ड मे पढ़ता है….और फिर इतनी बड़ी जायदाद को देखना भी था……
राज की अब हालत ठीक हो रही थी….उसकी पीठ पर करीब 10 स्टिच लगे थे…….वो करवट बदल नही सकता था….बार बार उसके मन मे यही सवाल आता था…..कि वो कौन था जिसने कि मेरे पिछे से बार किया…वैसे उस बंदे को हमने अपने बस मे कर ही लिया था….पर एक आदमी ने पिछे से सरीये से बार किया…….निशाना मिस हो गया और सरिया उसकी पीठ पर जा लगा…राज कराह उठा और वही पर गिर गया…फिर कातिल अनिता की तरफ बढ़ किया…………………………………….रात मे जो सख्स कंबल ओढ़े आया था …बार बार उसका ही चेहरा घूम रहा था……पर एक बात और थी…अगर वो कातिल है तो फिर पिछे से कौन आया…..ये और फिर मेन दरवाजा तो बंद था……जिसे अनिता ने खुद ही बंद किया था….तो फिर पिछे से क्यो और कौन आया….?? क्या मकान के पिछे भी रास्ता था………………??? उसका सिर चकरा रहा था…कि तभी रश्मि चाय ले कर कमरे मे आई…..
रश्मि: लो चाय पियो……….अच्छा हुआ तुम्हे होश आ गया……….मे तो परेशान हो गयी पोलीस को जवाब देते देते. सुबह से पोलीस का फोन आ रहा है…..
राज: हमम्म्ममम मे थोड़ा बाथरूम जाना चाहता हू.
रश्मि: बेड पर कर लो……मे अभी यूरिन पॉट लाती हू.
राज: मे चल सकता हू…………बाथरूम तक …तुम सिर्फ़ मुझे सहारा दे दो.. रश्मि: देखो…..घाव अभी हरा है..और फिर 10 12 स्टिच लगे है……रिस्क मत लो..और यही कर लो …अभी लाई…..रश्मि यूरिन पॉट लाई और दरवाजा बंद किया फिर बहुत प्यार से राज के लंड को निकाला और उसके यूरिन पॉट मे फिट किया और फिर राज की आँखो मे देखते हुए बोली…….अब सुरू करो.
राज: मुस्कुराते हुए……बहुत केर कर रही हो…..बेचारे का…
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