RE: non veg kahani व्यभिचारी नारियाँ
अरे यार... शाम को जब हम लॉन में ड्रिक करती हुई अपने पुराने दिनों की चर्चा कर रही थीं ना... तभी मैंने इस गधे का जालिम और सुपर टॉयटैनिक लंड देख लिया था। तभी से मेरी चूत कुलबुला रही थी और ऊपर से दारू की मदहोशी... ऊऊ..."
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तो फिर अंदर क्यों भाग गयी थी तू....?” शाजिया ने पूछा।
मुझे तो तेरा डर था कि तू क्या कहेगी... मुझे क्या पता था कि तू तो जानवरों के साथ । रोजाना ऐश करती हुई... नहीं तो...."
शाजिया नजीबा की बात बीच में ही काट कर बनावटी गुस्से से बोली, “ऐ... किसी भी जानवर से नहीं... सिर्फ अपने औरंगजेब और टीपू से ही चुदवाती हैं... आज पहली बार उनके अलावा किसी और जानवार के साथ चुदाई की है... समझी...
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“ओके... मेरी जान... नाराज़ मत हो... हाँ तो मैं कह रही थी कि... तेरा डर नहीं होता तो मैं तो वहीं इसका लंड पकड़ कर चूसने लगती.. मुझसे रहा नहीं गया और इसलिए मैं सोने का बहाना करके अंदर गयी ताकि अपनी दहकती चूत को कुछ तसल्ली दे सकें.. अब तुझसे क्या छिपाना... अरे यार मेरी चूत में तो हर दम आग लगी रहती है... साली सैटिसफॉय ही नहीं होती.. कितना भी चुदवा लँ पर इतमीनान ही नहीं होता..." नजीबा अपनी चूत पर हाथ थपकते हुए बोली।
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तो तू भी नहीं बदली... वैसी ही ऐय्याश है मेरी तरह... जैसी हम दोनों कॉलेज के टाइम में थीं... और मैं थी कि तुझसे डर रही थी... तुझसे नज़र छिपा कर बार-बार इस गधे के लंड को देख-देख कर मस्त हो रही थी... वैसे जब मैं इस गधे के पीछे यहाँ आयी तो मेरा इरादा सिर्फ इसका लंड सहलाने और चूसने का था.. पर फिर रहा नहीं गया... सच... मेरी चूत को इतना करार पहले कभी नहीं मिला... जस्ट ऑउट ऑफ दिस वल्ड... देख अभी भी कैसे फैल कर खुली हुई कि जैसे बंद ही नहीं होगी और इतना वीर्य माय गॉड...', शाजिया अपनी चूत की दोनों फाँकें फैला कर नजीबा को दिखाते हुए बोली।
यार.. मेरी गाँड का भी तेरे कुत्ते ने यही हाल किया है.... साले के लंड की नॉट क्रिकेट बॉल से भी बड़ी है.. और उसने मेरी गाँड में वो जालीम नॉट ठूस कर ही दम लिया... गाँड की ऐसी-तैसी कर दी... पर अमेजिंगली मुझे वो दर्द भी बहुत मीठा सा लगा... बहुत ही कड़ाकेदार ओर्गेजम था...” नजीबा ने दूसरी तरफ करवट ले कर अपनी फैली हुई गाँड शाजिया को दिखायी।
तो तूने एक ही शाम में गाँड भी मरवाली मेरे कुत्तों से... वैसे उनके लंड की नॉट भी स्पेकटेक्युलर है... चाहे गाँड में फंसे या चूत में... एक बार दर्द जरूर होता है पर जो मज़ा आता है... इट्स व एनी अमाऊट ऑफ पेन..." शाजिया ने प्यार से अपनी अंगुली । नजीबा की गाँड के फैले हुए छेद पर फिरायी। नजीबा की गाँड में अभी भी कुत्ते का वीर्य । नज़र आ रहा था।
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