RE: Porn Kahani चली थी यार से चुदने अंकल ने ...
फिर हम शनि के यहाँ पहुँच गए। जैसे ही रूम में गयी, शनि ने लाइट जलाई। फिर अपने आप को देखा, मेरे पूरे शरीर पर शनि की वीर्य थी जो बिल्कुल सूख गया था, समय देखा तो 6 बज गये थे। मेरे पास कपड़े भी नहीं थी कि मैं घर जा सकती।
फिर मैंने मॉम को फोन करके कहा- मैं शनि के यहाँ हूँ, आने में थोड़ी देर लगेगी।मॉम को मेरे पे शक हो गयी कि मैं झूठ बोल रही हूँ तो मॉम बोली- शनि से बात करवा?तो मैंने शनि को फोन दे दिया, मॉम से शनि बोला- मासी, आप टेंशन मत लो, मैं शाम को आऊंगा तो मधु को अपने साथ ले आऊंगा।मॉम मान गयी।
मैं रात भर चुद चुद कर बिल्कुल थक गई थी और बिस्तर पर लेट गयी। शनि भी मेरे पास लेट गया और मुझे किस करने लगा, मेरे बूब्स चूसने लगा, वो मेरे बदन के साथ खेल रहा था। और मैं पता नहीं कब नींद की आगोश में चली गयी।जब मेरी नींद खुली तो देखा कि शनि मेरे पास बिल्कुल नंगा सोया हुआ है और लन्ड भी बिल्कुल ढीला सोया था। मैं उठकर जैसे ही बैठी तो वीर्य मेरी चूची से नीचे टपक रहा था।
फिर मैंने आईने के सामने जाकर देखा तो मेरी चुचियाँ एकदम लाल थी और लव बाईट भी थी। मैं समझ गयी कि शनि ने मेरी दुधु पर मुठ मेरी है।मैंने समय देखा तो शाम के 4 बज रहे थे।
फिर मैंने शनि को उठाया और बोली- उठ बहनचोद, मुझे कपड़े भी लेने हैं और घर भी जाना है।शनि ने उठते ही मुझे अपनी ओर बिस्तर पर खींच लिया और बोला- दीदी, आज रात रुक जाओ ना?मैं बोली- अच्छा, आज रात ही क्यों, तेरे बच्चे की माँ बनने तक रुक जाती हूँ।और हम दोनों भाई बहन हँसने लगे।
शनि हँसते हुए बोला- काश, तू मेरी बीवी होती।मैं बोली- चल उठ और बाज़ार जाकर मेरे लिए कपड़े लेकर आ, तब तक मैं स्नान कर लेती हूँ।तो शनि बोला- दीदी, मैं भी आपके साथ नहाऊंगा!मैं बोली- पागल मत बन, जल्दी जा, मुझे देर हो रही है।लेकिन शनि जिद करने लगा।
फिर मैं बोली- ठीक है, जल्दी उठ!और मैं जाने लगी। वो वहीं लेटा मेरी लचकती गांड देख रहा था।वो अचानक उठा और मुझे पीछे से दबोच लिया, उसका लन्ड मेरी गांड में चुभने लगा था।वो बोला- दीदी, आपकी गांड बहुत सेक्सी है। एक बार गांड मारने दो ना?मैं बोली- पागल हो गया है क्या? बहन हूँ तेरी रंडी नहीं… जब से मिला है चोदे ही जा रहा है।
मैंने थोड़ा गुस्सा दिखाया और बाथरूम में चली गयी। वो भी पीछे-पीछे आ गया और बोला- गुस्सा मत हो दीदी!और बाथरूम में घुस गया और मैंने झड़ना शुरू किया और वो दोनों नहाने लगे। वो मुझे बड़े प्यार से स्नान करवा रहा था, मेरी चूची को मसलने लगा.
मैं फिर से थोड़ी उत्तेजित होने लगी, मैं कुछ नहीं बोली. वो फिर आगे बढ़ा और मेरे होंठों को जीभ से चाटने लगा। मेरे शरीर मे झनझनाहट सी फैल गयी। वो मेरे गाल, गर्दन, चूची सिर्फ चाटे जा रहा था जोकि मेरे लिए बिल्कुल नया और अलग अनुभव था। आज तक मैंने बाथरूम में ऐसे नहीं करवाया था।
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