RE: Porn Kahani चली थी यार से चुदने अंकल ने ...
मैं बहुत गर्म हो गयी और उसकी हर हरकत का जवाब देने लगी। मैं भी उसे चूमने लगी। यह देख शनि को और जोश आ गया और मेरी चूचियों को पीने लगा, काटने लगा।फिर वो बोला- दीदी लेट जाओ, टाइम कम है।मैं बोली- नीचे?तो वो बोला- लेट जाओ यार, घास है। आज मैं आपको खुले आसमान में चुदाई का आनंद दूँगा।मैं मन ही मन बोली ‘बेटे, पूरी रात मैं यही करवा रही हूँ।’
फिर भाई ने मुझे नीचे लेटा दिया और अपने कपड़े उतारने लगा। फिर उसने अपना लन्ड निकाल कर मेरे मुंह पे रख दिया। मैं भी अपने भाई का लंड चूसने लगी और वो मेरी चूत चाटने लगा।शनि का लन्ड बिल्कुल अमित की तरह था और वो चूत भी अमित की तरह ही चूस रहा था। मैं उसके लन्ड को भी अमित का ही लन्ड समझ कर चूस रही थी।
करीब 10 मिनट बाद मेरी चूत पानी छोड़ दिया और उसने सारा पानी जीभ से चाट कर साफ किया और फिर लन्ड को मेरे चूत के द्वार पर टिकाया और जोरदार झटका मारा और एक बार में लन्ड को मेरी बच्चेदानी तक पहुंचा दिया. जैसे ही उसके लंड ने चोट की, मेरी तो जैसे दर्द के कारण एक बारगी आवाज़ ही बंद हो गयी। लेकिन अगले ही पल मैं जोर से चिल्लायी- हाय मेरी चूत साले भाई ने फाड़ दी।और मैं बोलने लगी- ओह्हह हह आह हहह ओह माँ… मेरी चूत फट गई।
मेरी चीख से मेरा भाई बहुत खुश हुआ। मैं जोर से छटपटाई लेकिन वो लन्ड आगे पीछे करने लगा। करीब 5 मिनट बाद मुझे भी मजे आने लगे, मैं भी मूड में आ गयी थी और कमर उचका-उचका कर चुदवा रही थी और मदहोशी में बोलने लगी- फाड़ दो मेरे भाई अपनी बहन की चूत को!वो भी पूरे जोश से गाली देने लगा- आज तो तेरी चूत का भोसड़ा बना दूंगा साली।मैं बोली- बहनचोद साले, अपनी बहन को रंडी बना दे।फिर शनि बोला- आज तुझे रंडी की तरह ही चोदूंगा साली।
इसी तरह एक दूसरे को गालियां के साथ चुदती रही।
तकरीबन 10 मिनट बाद मैं झरने को आई, फिर मेरे मुँह से आवाजें निकलने लगी- और तेजज्ज… उम्म्ह… अहह… हय… याह… फाड़ दे इस चूत को… साली में बहुत गर्मी है। भोसड़ा बना दे अपनी बहन की चूत को!और मैं झर गयी।
करीब 5 मिनट बाद वो भी झरने को आया और बोला- दीदी मैं भी झड़ने वाला हूं। पानी कहाँ छोड़ूँ?मैं बोली- भाई जहाँ तेरी मर्ज़ी हो!
फिर उसने चूत से लन्ड निकाला और मेरे मुँह में लन्ड डाल दिया और मेरे मुँह में आगे पीछे करने लगा। कुछ देर बाद तेज पिचकारी मेरे मुँह में निकली। मेरा मुँह उसके माल से भर गया था और भाई का वीर्य मेरे गले से नीचे उतरने लगा।भाई के लंड से अभी भी वीर्य निकल रहथा… अब वीर्य मेरे मुँह से निकल कर मेरी चूचियों पर गिरने लगा था। फिर मैंने उसके लन्ड को अपने मुँह से निकाला और वीर्य को मुँह से निकालने लगी।अब वीर्य मेरी पूरी चूचियों से होते हुए पेट और नाभि के रास्ते चूत तक जा पहुँचा।
अभी भी भाई के लन्ड से पानी निकल ही रहा था, वो लन्ड हाथ में लेकर मेरे चेहरे पर वीर्य निकालने लगा और अब मेरे पूरे शरीर पर मेरे भाई के लन्ड का वीर्य था।
फिर शनि ने मुझे गले लगाया और बोला- दीदी, आज मजा आ गया!और मेरे वीर्य वाले गाल पर पप्पी कर दी।मैं हँसती हुई बोली- बहनचोद बन कर खुश है ना?तो वो बोला- तेरी जैसी बहन हो तो हर भाई ख़ुशी-ख़ुशी बहनचोद बन जायेगा।और फिर हम दोनों हँसने लगे।
आपको यह कहानी कैसी लगी जरूर बताएगा।आपकी बहुत प्यारी चुदक्कड़ दोस्त मधु एक बार फिर आपको नमस्कार करती है।
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