RE: Hindi Porn Kahani गीता चाची
उसे ऊपर कर के मेरे पेट से सटाकर रेशम का पट्टा मेरी कमर के चारों ओर लपेट कर उससे उन्होंने बांध दिया. फ़िर ऊपर से पैंटी पहना दी. फ़िर ब्रेसियर उठायी और मुस्कराते हुए मेरे पास आयीं. मैंने देख कि ब्रेसियर के दोनों कपों में उन्होंने एक एक अर्धगोलाकार स्पंज की गेंद फंसा रखी थी. एक निकाल कर उन्होंने मुझे दिखायी भी. उसपर रबर की छोटी गोली भी निपल जैसी चिपका रखी थी.
"मैंने पिछले दो दिनों में बनाई यह नकली चूचियां. आखिर तेरे चाचाजी को लगना चाहिये कि असली स्तन हैं." फ़िर उन्होंने ब्रेसियर मुझे पहना दी और हुक पीछे मेरी पीठ पर लगा दिये. बड़ी कसी हुई छोटे साइज़ के ब्रा थी इसलिये इलास्टिक का स्टेप उन्हें कस कर खींचना पड़ा.
मैं थोड़ा कसमसया. ब्रेसियर के स्ट्रेप मेरे बदन में गड़ रहे थे. वे बोलीं. "अरे टाइट ब्रेसियर से स्तन उभरते हैं और बड़े सेक्सी लगते हैं. आइने में देख!" मैंने देखा तो चेहरा शर्म से लाल हो गया और एक अजीब से गुदगुदी हुई. वाकई में मेरे जवान गोरे बदन पर पैंटी और ब्रा बड़े फ़ब रहे थे. बड़े बड़े तन कर खड़े मम्मे नकली हैं ऐसा कोई कह नहीं सकता था. ब्रा के बारीक नाइलॉन मे से निपल का आकार भी फूल आया था.
फ़िर उन्होंने मुझे विग लगाया. शोल्डर लेंग्थ बालों का वह विग था जैसे आजकल लड़कियां रखती हैं. उन्हें लगाते ही मेरा रूप पलट गया. अब मैं सच में एक सुंदर कमसिन युवती जैसा लगने लगा था. मेरे रूप को देखकर मेरा ही लंड और खड़ा हो गया. मैंने मन ही मन सोचा कि मेरा ही यह हाल है तो चाचाजी तो आज मेरा क्या हाल करेंगे?
खैर फ़िर पेटीकोट, साड़ी मुझे पहनायी गयी. ऊँची ऐड़ी के सैंडल मैंने पहने और चलने की प्रेक्टिस की. ऊंची ऐड़ियों के कारण अपने आप मेरी कमर बल खाती थी. फ़िर मेरा मेकप किया गया. और लाल लिपस्टिक से होंठ रंगे गये.
आखिर में हाथों में कांच के चूड़ियां और गले, कान में गहने पहनाये गये. बालियां स्प्रिंग वाली थीं क्योंकि मेरे कानों में छेद नहीं थे.
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