RE: bahan sex kahani बहन की कुँवारी चूत का उद्...
उसके बाद तो जय ने पीछे मुड़कर नही देखा, उसने अपनी जीभ, होंठ और दांतो का इस्तेमाल करके उसकी चूत की धज्जिया उड़ा दी.
और ये सब करते हुए वो दोनो ये नही देख पाए कि पायल दी पानी से निकलकर , मेरे सामने कुतिया के पोज़ मे आकर खड़ी हो गयी थी, और मेरे निकले हुए लंड को उसने किसी कुतिया की तरह ही झपट्टा मारकर अपने कब्ज़े मे ले लिया.
एकदम मस्त प्रोग्राम चल रहा था हम सभी के बीच.
जय अपनी बेहन की चूत चूस रहा था और मैं अपनी बेहन से लंड चुस्वा रहा था, वो अपनी नंगी गान्ड मटकाती हुई मेरे लंड से निकल रहे रस का अच्छे से मज़ा ले रही थी, मैने अपने बियर कॅन से दो बूँद अपने लंड पर टपका दी, जिसे उसने अपनी गर्म जीभ से सॉफ कर दिया, ये एक ऐसी फेंटसी थी जिसके बारे मे मैं अक्सर सोचा करता था कि मैं अपनी गर्लफ्रेंड को कुतिया बनाकर अपना लंड चुसवाउन्गा और अपने लंड से लिसदी बियर पिलाउन्गा.
जय की नज़र जब हमपर पड़ी तो उसकी आँखे हैरानी से फैल गयी, वो शायद समझ चुका था कि ये हमारा पहली बार नही है, वरना पायल दी इतनी आसानी से मेरा लंड ना चूस रही होती, पर इस वक़्त ये सब समझने और समझाने का समय नही था, इसलिए वो फिर से अपने काम मे लग गये..
मैने अपने सारे कपड़े निकाल दिए और अब मैं भी पायल दी के सामने नगा था, मेरे खड़े लंड कोदेख कर उनकी चूत को फिर से रात वाली बात याद आ गयी , जब उसी कड़क लंड ने खुल्ली छत पर उस चूत को कमाल के मज़े दिए थे, और एक बार फिर से वही फीलिंग लेने के लिए पायल दी अपनी जगह से खड़ी हुई और मेरी चेयर के दोनो तरफ पैर करके खड़ी हो गयी, मेरा लंड उनकी चूत से सिर्फ़ 4 इंच की दूरी पर था.
पायल दी ने अपने बूब्स मेरे मुँह मे ठूँसते हुए कहा : “आआअहह भाई चूसो इन्हे काट लो खा जाओ ”
उसके कहने का तरीका ही इतना उत्तेजक था कि मैं अपने आप पर काबू रख नही पाया और मैने अपने पैने दांतो से उसके बूब्स पर लगे लाल निप्पल्स कुतरने शुरू कर दिए..
जय का ध्यान एक बार फिर से हमारी तरफ आ गया, पर काजल ने उसके सिर को पकड़ कर फिर से अपनी चूत मे घुस्वा लिया.
इसी बीच पायल दी ने अपना निपल मेरे मुँह से निकलवा कर मेरे होंठो पर अपने नर्म होंठ रख दिए और उन्हे वो काफ़ी देर तक चूस्ति रही..
और साथ ही साथ वो अपनी चूत और मेरे लंड के गॅप को धीरे -2 कम करने लगी और अचानक मेरे लंड पर वही गर्म-2 नर्म-2 गीला सा एहसास हुआ जो कल रात को हुआ था, एक पल के लिए हमने स्मूच करना छोड़ दिया और एक दूसरे की आँखे मे देखा, दोनो तरफ प्यास सॉफ देखी जा सकती थी.
पायल दी ने धीरे-2 मेरे लंड पर बैठकर उसे अपनी चूत के थ्रू निगलना शुरू कर दिया, उनकी आँखो मे अब भी हल्का दर्द देखा जा सकता था, पर उस दर्द के साथ -2 एक मज़ा भी था, जिसे महसूस करके उनके मुँह से सिसकारियाँ भी निकलने लगी.
”आहह उम्म्म्ममम यसस्स्स्स्सस्स.”
और कुछ ही देर मे मेरा 7 इंच का लंड , उनकी दो ही बार चुदि चूत के पूरा अंदर था.
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