RE: bahan sex kahani बहन की कुँवारी चूत का उद्...
काजल को भी उसे देख कर जोश आ गया और उसने भी अपना समान उतारकर साइड मे रख दिया अब दोनो टॉपलेस होकर अपनी चुचिया मेरी छाती से रगड़ रही थी, मेरे होंठ अभी भी काजल से चिपके हुए थे उसके बावजूद पायल दी ने अपने होंठ बीच मे घुसा दिए, एक साथ 3 जोड़ी होंठ आपस मे भिड़ गये
कभी मेरे मुँह मे पायल दी के होंठ आते तो कभी काजल के दोनो मे जैसे होड़ लगी हुई थी की कौन मेरे होंठो को ज़्यादा देर तक चूस्ता है वही हाल उन्होने अपने बूब्स चुस्वाते हुए भी किया पायल दी ने थोड़ा उपर होकर अपनी नुकीली चुचि मेरे मुँह मे ठूंस दी, मैं भी काजल के रसीले होंठो को छोड़कर उनके निप्पल पर टूट पड़ा काजल भी कहाँ पीछे रहने वाली थी.
वो भी उपर आ गयी और अपनी छाती पकड़ कर मेरे मुँह मे घुसा दी, जैसे कोई माँ अपने बेटे को दूध पिलाते हुए करती है दोनो की इस लड़ाई मे मज़ा तो मुझे ही मिल रहा था पायल ने जब अपना पूरा मम्मा मेरे मुँह मे डाल रखा था तो काजल साउत की दिशा मे चली गयी यानी मेरे लंड की तरफ और मेरी शॉर्ट्स को नीचे खिसकाते हुए उसने मुझे पूरा नंगा कर दिया.
मैं सिहर उठा जब उसके रसीले होंठो ने मेरे लंड को चूसना शुरू किया ,
मैं तो आवाज़ भी नही निकाल पा रहा था, मेरे मुँह मे पायल दी का मम्मा जो था.
काजल को मेरा लंड चूस्ता देख कर पायल दी भी नीचे आ गयी ऐसा लग रहा था कि दोनो वही काम करने मे लगी थी जो दूसरी कर रही थी, पर इसमे लड़ाई या जैलीसी जैसा कुछ नही था, सब मस्ती मे चल रहा था क्योंकि दोनो के चेहरों पर एक हँसी भी थी और सेक्सीपन भी था.
मेरे लंड के पास पहुँचकर दोनो मे ज़्यादा लड़ाई नही हुई, क्योंकि वहाँ लंड के साथ-2 मेरी बॉल्स भी थी एक मेरा लंड चूस सकता था और दूसरी बॉल्स और जब दोनो को बराबर का हिस्सा मिल रहा था तो खिचातानी भी कम ही हो रही थी.
काजल के लंड चूसने का स्टाइल बड़ा ही गजब का था ऐसा लग रहा था जैसे वो पैदा ही लंड चूसने के लिए हुई है, अपनी जीभ के नीचे मेरे लंड का टोपा रखकर वो जब उसे चुभलाती तो मेरी गान्ड हवा मे उठ जाती.
पायल दी ने जब देखा कि इस खेल मे काजल का पलड़ा भारी है तो उन्होने वो काम कर दिया जो काजल ने सोचा भी नही था और वो कर भी नही सकती थी.
उन्होने भी अपनी शॉर्ट्स उतारी और पूरी नंगी होकर मेरे उपर चढ़ गयी मेरी आँखो मे देखते हुए उनके चेहरे पर एक कातिलाना स्माइल थी, और इससे पहले मैं या काजल कुछ समझ पाते उन्होने अपनी गान्ड नीचे की और मेरे खड़े हुए लंड को काजल के मुँह से निकालकर अपनी चूत मे घुसा लिया.
ये वो पल था जिसमे काजल के चेहरे के एक्सप्रेशन्स लाख बार बदले, उसने तो सोचा भी नही था कि पायल दी ऐसा काम करेंगी.
कोई और दिन होता तो मुझे भी विश्वास नही होता, पर कल रात को अपनी सील तुड़वाने के बाद पायल दी मे इतनी हिम्मत आ चुकी थी कि वो सुबह सवेरे ही मेरे लंड को अंदर लेकर चुदाई करवाने लगी.
ये बात काजल को पता नही थी अभी तक, इसलिए वो हैरान हो रही थी कि पायल दी ने कैसे मेरे लंड को अपनी चूत मे ले लिया पर फिर जब उसने देखा कि वो बड़ी आसानी से मेरे लंड को अंदर लेकर सिसकारिया मार रही है तो वो समझ गयी कि ये हमारा पहली बार नही है और कल से पहले तक तो वो कुँवारी ही थी, इसलिए ये काम ज़रूर कल रात ही हुआ है.
पर जो भी था, हम दोनो भाई बहन को चुदाई करता देख कर वो काफ़ी उत्तेजित हो गयी उसने सिर घुमाकर जय की तरफ देखा जैसे देखना चाहती हो कि वो जाग रहा है या नही और शायद जाग रहा होता तो वो उसके लंड पर टूट पड़ती इस बात को सोचकर ही कि उसी के सामने हम भाई-बहन चुदाई मे मस्त है, वो बुरी तरह से पनिया उठी.
उसने भी अपनी शॉर्ट्स को उतार दिया और नंगी हो गयी बेचारा जय, उसे पता होता कि वहाँ क्या चल रहा है तो उसके तो होश ही उड़ जाते.
काजल लपककर मेरे चेहरे पर आकर बैठ गयी, उसने अपना चेहरा पायल दी की तरफ कर रखा था मेरा लंड पायल दी की रसीली चूत मे था और मेरी जीभ काजल की रसीली चूत मे ऐसा तो मैने सपने मे भी नही सोचा था.
काजल ने अपनी चूत मेरे चेहरे पर घिसी और धीरे से फुसफुसाई.
”उम्म्म्मम ये कब हुआ दी आपने राज से फक्किंग कब करवाई ”
वो मेरे राजसिहासन पर बैठकर शायद हमारी चुदाई की कहानी सुनना चाहती थी.
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