RE: bahan sex kahani बहन की कुँवारी चूत का उद्...
तभी मुझे किसी ने पीछे से आकर पकड़ लिया
और वो कोई और नही बल्कि पायल दी थी,
पायल : “उम्म्म मुझे लगा कि तुम थोड़ी देर मे आ जाओगे फिर उपर का दरवाजा खुलने की आवाज़ आई तो मैं समझ गयी कि तुम उपर आ गये हो यहाँ खड़े होकर क्या सोच रहे हो ”
यानी जब मैं रूम से निकल कर नीचे गया तो वो जाग रही थी.
मैं मुस्कुरा दिया और मुड़कर उनकी तरफ मुँह कर लिया,
और बोला : “दी, मैं तो बस ठंडी हवा खाने आ गया था और सोच रहा था वो सब जो आज हमारे बीच हुआ है ”
वो भी मेरी बात सुनकर मुस्कुरा दी
और बोली : “अपने रिश्ते को खोलने के चक्कर मे मैने शायद कुछ ज़्यादा ही पंगा ले लिया काजल के साथ -2 जय भाई भी ग्रूप मे शामिल हो गया तुम्हे बुरा तो नही लगा ना ?”
मैने मुँह बनाकर कहा : “बुरा क्यो नही लगेगा, मेरी बहन को मेरे ही सामने वो सब कुछ करने मे लगा था और मुझे बुरा ना लगे ”
मैने ये बात कुछ सोच समझकर ही बोली थी
ताकि उन्हे भी लग सके कि मैं सिर्फ़ काजल के हुस्न के पीछे नही भाग रहा
और वैसे भी, काजल ने तो हफ्ते बाद चले ही जाना था, बाद मे तो पायल दी के साथ ही रहना था मुझे,
पायल : “ओले मेला बैबी इतने पोज़ेसिव हो मेरे बारे मे तुम आइ लव यू फॉर दिस ”
इतना कहते हुए उन्होने अपनी बाहे मेरे गले मे डाली और मुझे ज़ोर से स्मूच कर लिया,
कब से मैं उनकी इस किस के लिए तरस रहा था
ठंडी हवा और गर्म होंठों का मिलन बड़ा ही सेक्सी लग रहा था इस वक़्त,
मैने भी उनके नितंबो को पकड़कर उन्हे अपने लंड से घिसते हुए उन्हे चूसना शुरू कर दिया
सिंपल सी स्मूच कुछ ही देर मे ख़ूँख़ार होती चली गयी
मेरी तरफ से कम पर पायल दी की तरफ से ज़्यादा
वो तो मेरे गालो को, गले पर छाती पर, हर जगह बुरी तरह से चूम रही थी जैसे आज के बाद कभी मिलूँगा ही नही उनसे
मेरे लंड को भी शॉर्ट्स के उपर से ही बुरी तरह से मसल रही थी वो,
कुछ घंटे पहले काजल ने उसे बड़ी बेदर्दी से चूस्कर उसका सारा जूस निकाल कर पी लिया था
पर अपनी सग़ी बहन का हाथ लगते ही ऐसा लगने लगा जैसे वो काई महीनो से झडा ही नही था,
मैने भी पायल दी की टी शर्ट को उपर किया और उनके बिना ब्रा के बूब्स को चूसने लगा
उन्होने खुद ही उसे निकाल कर फेंक दिया,
और नीचे की शॉर्ट्स भी उतार दी
पायल दी की फुर्ती देख कर मैं भी हैरान था
कुछ ही पॅलो मे वो मेरे सामने जन्मजात नंगी होकर खड़ी थी.
मैं भागकर बाल्कनी का दरवाजा अंदर से बंद कर आया, कि कही कोई उपर ना आ जाए,
मेरे कपड़ो को भी उन्होने जल्दी से उतारना शुरू कर दिया
मुझे तो समझ ही नही आ रहा था कि वो चाहती क्या है
इस छत पर जो काम हो सकता था वो तो बिना कपड़े उतारे भी कर सकती थी वो,
एक बार पूरे नंगे होकर जब हम दोनो एक दूसरे के गले से मिले तो ऐसा एहसास हुआ जैसे हम किसी और ही दुनिया मे पहुँच गये है
वो अपने जिस्म को मेरे बदन से बुरी तरह रगड़ रही थी
मेरा लंड पूरा खड़ा हो चुका था
मैने उसे धक्का देकर नीचे बिठाना चाहा ताकि वो उसे चूस सके,
पर उसने मेरी आँखो मे देखते हुए मुझे चूम लिया और मेरे कान के पास आकर फुसफुसाई : “आज मुझे वो करना है ”
मेरे तो रोंगटे खड़े हो गये ये सुनकर
मैं : “क क क्या?”
उसके चेहरे से वासना टपक रही थी मेरे गालो को वो अपनी लंबी जीभ से किसी नागिन की तरह चाटने लगी मेरे कानो को मुँह मे लेकर उन्हे ज़ोर-2 से चुभलाने लगी.
और एक बार फिर से बोली : “उम्म्म्ममम , राज आइ वॉंट यू टुडे कंप्लीट्ली ”
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