RE: bahan sex kahani बहन की कुँवारी चूत का उद्...
ये सुनकर जय भैया का चेहरा देखने लायक था… और मेरी तो हँसी ही निकल गयी पायल दी की प्लानिंग सुनकर.. क्या दिमाग़ लगाया था उन्होने, ऐसी हालत मे लाकर अगर तुम किसी से कहो कि अपनी बेहन की सेट्टिंग पहले किसी और से करवा फिर मुझसे मज़े ले तो कैसा फील होगा..यही हाल था इस वक़्त जय भैया का..
पर वो कहते है ना एक बार अगर ठरक दिमाग़ पर सवार हो जाए तो मर्द के लंड को कुछ सुनाई नही देता… यही हाल इस वक़्त जय का था.. उसके सामने रबड़ी जैसी पायल दी खड़ी थी और उनकी शर्त के अनुसार उन्हे काजल और मेरे बीच होने वाली सेट्टिंग को अनदेखा करना था… ऐसा तो उन्होने शायद सपने मे भी नही सोचा था..
पर फिर उन्होने सोचा कि वो भी तो इस वक़्त वही सब कर रहे है, अपनी कज़िन के साथ मज़े लेने की कोशिश… ये अगर राज और काजल भी कर लेंगे तो क्या बुरा है… आख़िर जवानी तो उनपर भी मेहरबान है.
उन्होने झट से हां कर दी..
और सच कहूँ दोस्तो, उनकी हां का असर सीधा मेरे लंड पर हुआ… मेरा लंड सीधा खड़ा हो गया, चादर मे अगर जय भैया मेरे लंड मे बने तंबू को देख लेते तो उन्हे एक मिनिट मे ही पता चल जाता कि मैं जाग रहा हूँ.
जय भैया की हां सुनकर पायल दी भी खुश हो गयी, अब उनके हिसाब से सब चलने वाला था.
पायल दी जय भैया की तरफ पलटी और वो दोनो एक दूसरे से बुरी तरह लिपट गये और पलक झपकते ही वो एक गहरी स्मूच मे डूब गये…
अब मेरी आँखे पूरी खुल चुकी थी, अपनी बेहन को अपने कज़िन के साथ ऐसा करते देख कर मुझे गुस्सा भी आ रहा था और आने वाली संभावनाओ को सोचकर मैं रोमांचित भी हो रहा था…
अचानक पायल दी ने वो किस तोड़ दी… जय तो और आगे बढ़ने की तैयारी कर रहा था, उनकी टी शर्ट उतारने की कोशिश कर रहा था..
पायल : “बस…. अभी के लिए इतना बहुत है… . ऐसा ना हो कि राज जाग जाए, उसने हमे ऐसा करते देख लिया तो मुश्किल हो जाएगी…”
जय : “पर तुमने ही तो कहा था कि वो और . कुछ भी कर सकते है, मुझे इसमे कोई प्राब्लम नही है…”
पायल : “हां, पर उन्हे ये बात बतानी भी तो पड़ेगी ना… इनफॅक्ट ये मैने तुमसे इसलिए भी कहा है कि काजल ने मुझे अपनी फीलिंग . थी… आंड आइ थिंक उसे राज पसंद है… वो भी उसके साथ ऐसा ही कुछ करने के लिए मरी जा रही है…”
अपनी बेहन के बारे मे ये बात सुनकर जय को विश्वास ही नही हुआ… उसकी छोटी बेहन अपने कज़िन के लिए ऐसी भावनाए रखती है, इस बात का अंदाज़ा भी नही था उसे.. और वो इतनी बड़ी कब हो गयी कि उसकी रूचि सेक्स के लिए इतनी बढ़ गयी कि अपने ही कज़िन ब्रदर को वो लाइक करने लगी है… ये लड़किया कब बड़ी हो जाती हैं, पता ही नही चलता..
पर फिर उसने सोचा कि वो भी तो यही कर रहा है, अपनी खुद की कज़िन सिस्टर के साथ इस तरह के संबंध बनाने की कोशिश करना भी उतना ही ग़लत है.
जय को चुप देख कर मेरे और पायल दी के मन मे बस यही बात चल रही थी कि इस मोड़ पर आकर अगर जय ने मना कर दिया तो सब गड़बड़ हो जाएगा, पायल दी का दिल भी टूटेगा और काजल की हड्डिया भी…
पर ऐसा कुछ नही हुआ, वो इंसान के टाँगो के बीच एक लंड नाम की चीज़ होती है ना, उसने सब संभाल लिया… और उसी लंड की . मे आकर जय ने ये सच्चाई भी कबूल कर ली कि उसकी बेहन अपने कज़िन के साथ मज़े लेना चाहती है..
इसलिए उसने इस बात पर भी हां कर दी..
जय का इतना कहना था कि पायल दी ने बिना एक पल गँवाए वहाँ से दौड़ लगा दी और कमरे से बाहर निकल गयी… और जय बेचारा देखता रह गया कि ये उसे हुआ क्या है..
कुछ ही देर मे वो वापिस आई और साथ मे काजल को भी ले आई वो..
जय ने जब काजल को उस वक़्त देखा तो उसकी फट कर हाथ मे आ गयी… उसने तो सोचा था कि अभी कम से कम पायल के साथ वो मज़े ले सकेगा, बाद मे जो होगा देखा जाएगा, पर पायल तो अभी के अभी जाकर काजल को ले आई…
और पायल दी ने उसे लाने से पहले , शॉर्ट मे सब समझा भी दिया था… पर फिर भी इस तरह से अपने बड़े भाई के सामने आने से वो सकुचा रही थी और डर भी रही थी.
पायल : “आओ काजल.. आओ…डरो मत, मेरी और जय की बात हो गयी है, तुम्हारे मन मे जो भी राज के लिए है वो तुम बोल सकती हो, और जो भी तुम्हारे दिल मे है वो तुम इसके साथ कर भी सकती हो, जय भैया तुम्हे कुछ नही कहेंगे… है ना जय…”
पायल ने जब जय से ये प्रश्न पूछा तो वो बेचारा हक्का-बक्का रह गया, पर इस वक़्त वो पायल दी के बिछाए जाल मे फँस चुका था… इसलिए उसने बिना कुछ बोले सिर्फ़ हाँ मे सिर हिला दिया..
काजल के चेहरे की खुशी देखने वाली थी, उसे भी शायद जय भैया के इस तरह जल्दी से मान जाने की उम्मीद नही थी… पर वो कहते है ना कि जवानी के जलवे सब काम करवा लेते है.. वही हुआ था अभी.
पायल ने काजल का हाथ पकड़ा और उसे लेकर वो सीधा मेरे बेड के करीब आई और बोली : “चलो…. शुरू हो जाओ… कर लो जो तुम्हारे मन मे है…”
पायल दी की ये बात सुनकर मुझे सच मे उनपर बहुत प्यार आया… मन तो किया की अभी के अभी चादर साइड मे फेंक कर अपना लंड निकालु और पहले पायल को चोदकर काजल की चूत की भी धज्जिया उड़ा दूं… पर इस वक़्त ये सब करना पासिबल नही था, ऐसा करने से जय को हमारी प्लानिंग पर शक हो सकता था..
काजल ने एक नज़र पायल को देखा और फिर जय को… जय तो नज़रे चुराने की कोशिश कर रहा था, वो मन मे सोच रहा था कि कहाँ तो वो खुद मज़े लेने के मूड मे था और कहाँ ये पायल उसी की बेहन की फिल्म दिखाने पर उतारू है…
पर जो भी था, मज़े मुझे ही मिलने वाले थे, काजल के मन मे भी हज़ारो लहरे उठ रही थी पर वो उनपर काबू करने की कोशिश कर रही थी… पायल दी ने उसे पहले ही समझा दिया था कि यही एक मौका है, या तो मामला इधर या उधर..मज़े लेने है तो बेशरम बनना पड़ेगा.
काजल ने एक गहरी साँस ली और मेरे करीब आकर बैठ गयी, वो अब जय भैया को देख ही नही रही थी.. उसका सारा ध्यान मेरी तरफ ही था…वो मुझपर झुकी और उसने अपने मोटे मम्मे मेरी छाती पर टिका कर मुझे एक किस कर दी.
|