RE: bahan sex kahani बहन की कुँवारी चूत का उद्...
वो मेरे करीब आई और बोली : “मैं तुम्हे कल से सॉरी बोलना चाह रही थी, पर मौका ही नही मिला…”
मैं चुप रहा.
फिर वो थोड़ा आगे आई और बिल्कुल मेरे जिस्म से लगकर खड़ी हो गयी, इतना करीब की मेरे टावाल का खड़ा हुआ लंड उसकी चूत के उपर वाले हिस्से को टच कर रहा था, तभी मुझे ये एहसास हुआ कि मेरा लंड अभी तक खड़ा है.
वो मेरी आँखो मे देखते हुए, मेरे दोनो हाथों को अपने हाथ मे लेकर एक बार फिर से बोली : “आइ आम सॉरी राज आंड हॅपी बर्तडे..”
इतना कह कर उसने भी अपने होंठ मेरे होंठों पर रख दिए और उन्हे चूसने लगी..
मेरा तो दिमाग़ ही चलना बंद सा हो गया.. पहले पायल दी और अब ये काजल भी… दोनो एक ही तरीके से , बारी-2 मुझे बर्तडे विश कर रहे थे…
मैं तो अभी पायल दी के रसीले होंठों के स्वाद से उभर भी नही पाया था और वैसी ही मिठास एक बार फिर से मेरे मुँह मे भरने लगी थी ये काजल..
मैं एक बार फिर से रसीले होंठों की मीठी मिठास मे खो सा गया.. मेरे हाथ आदत के अनुसार उपर उठते चले गये और मैने उसके बूब्स मसल्ते हुए उसे स्मूचना शुरू कर दिया… पहले धीरे-2 और फिर ज़ोर-2 से… इतनी ज़ोर से कि वो बेचारी को चीख कर बोलना पड़ा : “पागल हो गये हो क्या राज… खून निकलोगे क्या मेरे होंठों से…धीरे करो…”
उसकी बात सुनकर मैं होश मे आया और मैने उसके होंठ धीरे -2 चूसने शुरू कर दिए..
फिर अचानक मुझे पायल दी द्वारा दी गयी लंड वाली किस भी याद आ गयी… वो जब मेरे लंड पर भी किस करके गयी है तो इसका भी तो फ़र्ज़ बनता है वहाँ किस करने का… इसलिए मैने उसके सिर पर दबाव डालते हुए उसे नीचे खिसकाना शुरू कर दिया..
वो समझ तो गयी कि मैं क्या करवाना चाह रहा हूँ पर शायद मेरी तरह डर वो भी रही थी..
वो बोली : “अभी ये मत करवाओ ना प्लीज़… कोई आ जाएगा तो…”
मैने बड़ी ही बेशर्मी से अपने लंड को टवल के नीचे से निकाला और उसकी गुलाबी आँखो के सामने लहराता हुआ बोला : “सिर्फ़ एक किस, फिर जाने दूँगा..”
वो भी मेरे चिकने लंड को देख कर फिसल गयी… और गहरी साँसे लेती हुई वो अपने घुटनो पर बैठी और काँपते हुए हाथों से उसने मेरे लंड को मुँह मे लिया और उसे किस कर दी…
उसके गीले होंठों का एहसास इतना उत्तेजक था कि मेरी आँखे बंद होती चली गयी…
मैने उसके सिर को पकड़ कर जैसे ही अपना लंड उसके मुँह मे ठूँसना चाहा वो हँसती हुई खड़ी हो गयी और बोली : “ओहो…. बड़ी जल्दी हो रही है…. थोड़ा वेट करो… आज पूरा दिन तुम्हारे साथ बहुत कुछ होगा… तुम भी नही जानते…”
ओह्ह्ह तेरि…. सेम बात अभी कुछ देर पहले पायल दी भी बोल कर गयी थी.. यानी उन दोनो ने पहले से ही प्लानिंग करके ये सब किया था.. सब कुछ डिसाइड हो चुका था, तभी तो दोनो एक-2 करके मेरे पास आई थी, किस किया, लंड को भी किस किया और एक जैसी बात करके मुझे तरसने के लिए छोड़ दिया…
मुझे तो अब खुद ही इंतजार था आने वाले पलों का जब मेरे साथ वो कुछ करेंगे..
और अपनी बात कह कर वो अपनी नन्ही सी गान्ड मटकाती हुई बाहर निकल गयी.. मैने कस कर अपने लंड को पकड़ लिया और उसकी किस्मत की दाद देने लगा, आज उसे 1 नही 2-2 किस मिली थी, और वो भी मेरी बहनो से… ऐसी किस्मत कम ही होती है लंड की.
मैने फटाफट अपने कपड़े पहने और नीचे आ गया, आज मेरी पसंद का नाश्ता बन रहा था, मों के साथ-2 वो दोनो भी किचन मे थी, मैं डाइनिंग टेबल पर बैठकर जय और पापा से बाते करने लगा..
बातो-2 मे जय ने पापा से बाहर जाने की पेर्मिशन भी ले ली, वो बड़े थे शायद इसलिए उन्हे ही इस बात की ज़िम्मेदारी दी थी दी ने… और उनकी बात को मना करने का सवाल ही नही था, पापा ने अपनी पॉकेट से 500 के 8-10 नोट निकाल कर जय को दे दिए ताकि वो आज हम सभी को घुमा सके..
सभी बहुत खुश थे. नाश्ता करके मोम-डॅड ऑफीस के लिए निकल गये और पायल दी के साथ काजल उनके रूम मे जाकर तैयार होने लगी.
मैं भी जय के साथ रूम मे गया और तैयार होकर नीचे आ गया… वो दोनो अभी तक अंदर ही थी…मन तो कर रहा था कि अंदर घुस जाउ और देखु ज़रा उन्हे कि कैसे कपड़े बदल रही है वो.. आज तो वैसे भी मेरा दिन था, इसलिए मुझे मना करने का तो सवाल ही नही था.. वो तो बस जय भैया का डर था वरना मैं घुस भी जाता अंदर.
कुछ ही देर मे वो दोनो बाहर निकल आई, और जैसा कि मैं सोच रहा था , उन्होने ठीक वैसे ही कपड़े पहने हुए थे, पायल दी ने टाइट सी जीन्स के उपर एक टाइट सी सेंड़ो पहनी हुई थी और उसके उपर एक शर्ट जिसके बटन खुल्ले थे सामने से…
काजल ने पतली डोरी वाला हॉल्टर टॉप पहना हुआ था जिसकी पतली डोरी ने उसके नर्म कंधो को बड़ी ही नज़ाकत से पकड़ा हुआ था.. नीचे उसने ब्लॅक जीन्स पहनी थी और नेवेल वाला हिस्सा नंगा था, जिसमे से उसकी अंदर की तरफ धँसी हुई नाभि काफ़ी सेक्सी लग रही थी..
मैं तो आँखो ही आँखो से उन्हे चोदने लगा..
पायल दी और काजल मेरे अगल बगल आकर खड़ी हो गयी और मुझसे चिपक कर उन्होने काफ़ी पिक्स खिचवाई, उन दोनो के बूब्स मेरी कोहनियो मे चुभ रहे थे, जिन्हे फोटो खींचता हुआ जय भी देख पा रहा था, पर वो कुछ बोला नही.
पायल दी ने मुझसे कहा : “तू आज फ़िक्र ना कर, आज पूरा दिन हम दोनो बहने तेरे अगल बगल मे रहेंगी… इट्स युवर डे भाई, सो एंजाय…”
पायल दी की बात सुनकर मैं हंस दिया.
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