RE: bahan sex kahani बहन की कुँवारी चूत का उद्...
ये सोचकर कि वो घर पर अकेली है, लौन्डा चेयर के पीछे छुपकर अपनी बहेन के नंगे बदन को पूरा देखता है, और जब कॅमरा लड़की के बूब्स और चूत को क्लोज़ अप पर से दिखाने लगा तो मेरा लंड तंन करके खड़ा हो गया, मेरे हाथ का दबाव उसके हाथ पर बढ़ गया, काजल भी नज़रे गाढ कर वो मूवी देख रही थी, और वो शायद उसकी लाइफ की पहली पॉर्न मूवी थी जो वो इस तरह से किसी और के साथ देख रही थी.
जैसे ही वो लड़की टावल लपेट कर अंदर जाने लगती है वो लड़का पहले से अंदर जाकर बैठ जाता है, अपने भाई को अंदर बैठे देख कर वो घबराने का नाटक करती है, पर उसके खड़े हुए लंड को देख कर वो समझ जाती है कि वो उसे छुपकर देख चुका है, वो भी सेनुयल तरीके से चलती हुई उसके पास आती है और अपना टावाल खोल देती है, और अपनी आँखो के बिल्कुल करीब अपनी बहेन के बूब्स देख कर वो बोलता है वाउ..
मेरे मुँह से भी वाउ निकल गया वो देख कर.
ये सुनकर वो शरारती आँखो से मुझे देख कर बोली : “भाई, तू बहुत बदमाश हो गया है, उसे तो वहाँ देख कर मज़े आ रहे है, तुम क्यो इतना खुश हो रहे हो यहाँ बैठ कर..”
मैने भोला सा चेहरा उसके सामने बनाया और कहा : “मैने कभी देखे नही है ना किसी के , इसलिए वाउ निकल गया, ”
वो मेरे गालो को पकड़कर बोली : “ओले ओले, लगता तो नही है कि तुमने ऐसा कुछ देखा नही है लाइफ मे, ”
और फिर एक बार फिर से वो मूवी देखने मे व्यस्त हो गयी.
इसी बीच लड़की अपने भाई की गोद मे बैठकर उसे जोरदार तरीके से स्मूच करने लग जाती है. ये देख कर मेरा मूड एकदम से उसे किस करने का बन गया और मैं अपने होंठ उसके कानो के बिल्कुल करीब लाकर गहरी साँसे लेने लगा.. समझ तो वो भी गयी क्योंकि उसके कानो मे मैं अपनी गर्म साँसे छोड़ने मे लगा हुआ था..
उसका बदन अब पूरा काँप सा रहा था, और काँपते हुए उसने जैसे ही मेरी तरफ चेहरा किया, मैं उसके गुलाबी होंठों पर टूट पड़ा, वो इतने मोटे और रसीले थे जैसे चाशनी वाले बंगाली रसगुल्ले.. उन्हे चूस्कर मुझे इतना मज़ा मिला जितना आज तक किसी और को किस करने मे नही मिला था,
वो भी अपनी तरफ से मुझे किस करने मे लगी थी, और वो किस कम मुझे काट ज़्यादा रही थी, पर उसके काटने मे भी एक अलग ही मज़ा मिल रहा था.
उधर मूवी मे भी गर्मी काफ़ी बढ़ चुकी थी, लड़के ने भी अपने कपड़े उतार दिए थे और लड़की ने उसके लंड को मुँह मे लेकर चूसना शुरू कर दिया था..
मैने उसका हाथ पकड़ कर अपने खड़े हुए लंड पर रख दिया, और अपना हाथ उसके बूब्स पर रखकर उन्हे दबा दिया, मेरे लंड पर हाथ लगाते ही वो और भी ज़्यादा उत्तेजित हो गयी, उसकी लाइफ का पहला लंड था ये जिसे वो इस तरह अपने हाथो मे पकड़ रही थी.
रात के मुक़ाबले इस वक़्त ज़्यादा मज़ा मिल रहा था उसकी चुचियों को दबाने मे..
इसी बीच जब उसकी नज़र स्क्रीन पर पड़ी जहाँ वो लड़की अपने भाई का लंड चूस रही थी तो वो शरमाते हुए बोली : “मुझे ये बहुत पसंद है, पर कभी करने का मौका ही नही मिला, ”
उफफफफ्फ़.. उसकी इस बात ने तो मेरा दिल ही जीत लिया, ऐसी लड़किया बहुत कम ही मिलती है जिन्हे लंड चूसने का शॉंक हो, लड़के तो होते ही हरामी है शुरू से, वो तो जवानी की दहलीज पर कदम रखते ही चुचि और चूत चूसने के सपने देखने लग जाते है, और वही दूसरी तरफ कयि लड़किया और औरतें लंड चूसने के नाम से ही बिदक जाती है.
और यहाँ काजल तो खुद ही इस बात को कबूल रही थी कि उसे लंड चूसने का मन करता है.
मैं : “ओहो, तभी रात को मेरी गोद मे लेटकर तुम मेरे शेर को अपने मुँह मे दबोच रही थी, ”
उसने हां मे सिर हिलाया और मुस्कुराते हुए मेरी पेंट मे हाथ डालकर मेरे फड़कते हुए लंड को पकड़ लिया..
मैं ज़ोर से सीसीया उठा.
उसने आनन फानन मे मेरी जीन्स खोली और मेरे लंड को बाहर निकाल लिया, और नीचे झुककर जब उसने मेरे लंड को पहली बार देखा तो उसकी आँखो की भूख बता रही थी कि मेरे लंड का वो क्या हाल करने वाली है..
और उसने किया भी.. एक ही झटके मे उसने मेरे लंड को केले की तरह मुँह मे लिया और उसे चूसने लगी.
मैने उसके बालों को ज़ोर से पकड़ लिया क्योंकि उसके हमले काफ़ी ख़तरनाक लग रहे थे और मुझे डर था कि कहीं वो मेरे लंड को कोई नुकसान ना पहुँचा दे, और इससे पहले कि मैं उसके बालों को खींचकर उसकी लगाम रोक पाता, बाहर की घंटी बज गयी.
मेरी और काजल, दोनो की फट कर हाथ मे आ गयी.
मैने फटाफट अपना हुलिया ठीक किया, लॅपटॉप को बंद किया औट दरवाजा खोलने भागा..
दरवाजा खोलते ही मेरी जान मे जान आई, वो पिज़्ज़ा वाला था… इनकी टाइमिंग इतनी पर्फेक्ट होती है, दूसरो से तो कोई मतलब ही नही है ना इनको, वो क्या कर रहे है, क्या नही, उन्हे कुछ सरोकार नही होता, बस अपना पिज़्ज़ा टाइम से पहुँचाना होता है..
खैर, मैं पिज़्ज़ा लेकर वापिस अंदर आ गया, बेचारी तब तक बाथरूम मे जाकर अपना हुलिया ठीक कर आई थी, उसके चेहरे का रंग अभी तक उड़ा हुआ था, उसे लगा था कि उसका भाई जय और पायल दीदी वापिस आ गयी है.. और मन मे चोर हो तो ऐसे अचानक दखल मिलने की वजा से इंसान डर ही जाता है.
काजल का भी यही हाल था, मैं उसके करीब गया और उसे गले लगाकर कूल डाउन होने के लिए कहा…
वो डरी हुई सी आवाज़ मे बोली : “भाई, हमे ये नही करना चाहिए, किसी को पता चल गया तो मैं किसी को मुँह दिखाने के काबिल नही रहूंगी…”
मेरी तो झान्टे सुलग उठी ये सुनकर, साली कल रात को सबके सामने मेरी गोद मे लेटकर मेरे लंड को मुँह मे ले रही थी, तब तो डर नही लगा था, आज ये पिज़्ज़ा वाले के आने भर से इसकी फट कर हाथ मे आ गयी.
मैने उसे चूमना चाहा तो उसने अपना चेहरा दूसरी तरफ कर लिया, मेरी और सुलग गयी… अभी कुछ देर पहले तक तो सही थी ये एकदम से क्या हो गया इसे..
मैं बोला : “अगर ये सब करना है तो बंद करते है ना ये सब…”
कहते हुए मैने अपना लॅपटॉप उठा कर वापिस रख दिया, मुझे लगा कि वो रोकेगी पर ऐसा कुछ नही हुआ, वो शायद सच मे अंदर तक डर सी चुकी थी, पर मेरे सिर पर भी जैसे कोई सनक सी चढ़ चुकी थी, उसका ये रवैय्या मुझे सच मे पसंद नही आ रहा था.
पर ज़बरदस्ती भी तो नही कर सकता था ना, और जब मैने देखा की लॅपटॉप उठाने के बाद भी उसे कोई फ़र्क नही पड़ा तो मैं पैर पटकता हुआ अपने रूम की तरफ चला गया और टीवी ऑन करके बैठ गया..
मैने सोच लिया कि अब वो खुद ही आकर मेरे से माफी माँगेगी तो कुछ करूँगा, पर वो नही आई और मैं अपने लंड को मसलता हुआ, उसे अंदर से गालियाँ निकालता हुआ कुछ देर मे सो गया.
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