RE: Hindi Porn Story जवान रात की मदहोशियाँ
यह सुनकर मुकेश ने एक जबरदस्त शॉट लगाया गुलाबी की बुर पर। बन्दुक की गोली की तरह उसका लण्ड औरत की बुर में घुसता चला गया। बुर के गीला होने की वजह से कोई दिक्कत नहीं हुई .
''मेरा लण्ड बहुत जोश में है'' मुकेश ने कहा। ।
''तो चदिए न जमकर कहते क्या हैं? ''
'' आपका बुर तो जी टी रोड बन गया है।''
'' दो-दो शहरी लण्डों को झेल चुका है। मजाक है क्या?'' औरत बोली ।
यह सुनते ही मुकेश ने दनादन गुलाबी की बुर पर हमला प्रारम्भ कर दिया । उसका लण्ड गुलाबी की बुरं में धड़ाधड़ घुसने और निकलने लगा ।
चुदवाते-चुदवाते गुलाबी की बुर की दिवार भी ढीली हो गई थी। और साथ ही दो-दो लण्डों ने उसके अन्दर अपना गरम-गरम वीर्य उगला था । इसलिए मुकेश के लण्ड को किसी तरह की परेशानी नहीं हो रही थी । बुर के अंदर घूसने और निकलने में।
''आपके लण्ड के शॉट भी अच्छे हैं । '' गुलाबी ने अपनी चूत को उछालते हुए कहा
'' तो और क्या ? बिल्कुल नौ इंच का लण्ड है मेरा धमाकेदार और जायकेदार '' मुकेश ने कहा ।। |
'' मेरी बुर की गहराई भी कम नहीं है ।'' गुलाबी ने सीसियाते हुए कहा
'' सो तो मैं देख हो रहा हूं।''
'' देखिए नहीं जमकर चोदिए ।''
'' क्यों आपका बुर बहुत गरम है क्या ?''
'' दो दो लण्डों को गरमी झाड़ने के बाद भी मेरा बुर गरम नहीं होगा '' औरत कही।
मुकेश ने औरत की दोनों चूचियों को अपने हाथ में ले लिया और उन्हें मसलते हुए चोदने लगा पुरी ताकत के साथ ।।
औरत के मुंह में राजु का लण्ड था जिसे वह आम की तरह चुसे जा रही थी मस्ती में ।
'' बुर और चुची दोनों को तुम अपने ही कब्जे में रखोगे तो मैं क्या खाली लण्ड चुसवाउन्गा गुलाबी से। कम से कम एक चुची तो मेरे लिए छोड़ दो ।'' राजु ने मुकेश से कहा ।। |
''चिंता भूत करो । अभी थोड़ी देर के बाद बुर और दोनों चुचियां यानी की पुरी गुलाबी तुम्हारे लिए फ्री हो जाएगी । तब तुम्हें अकेले जो कुछ करना होगा जमकर करते रहना । कोई बाधा नहीं डालेगा ।'' मुकेश ने कहा ।। |
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