RE: Hindi Porn Story जवान रात की मदहोशियाँ
संजय के इन धक्कों से औरत की बुर भी मस्त हो उठी । लंड के ऐसे ही आक्रमणों से गुलाबी की बुर पर मस्ती छाती थी । गुलाबी भी नीचे से चूतड़ उछला-उछला कर संजय की लंड के आक्रमण का जबाव देने लगी ।
बाह ! क्या चुदाई हो रही है । मुकेश बोला।। । अरे संजय ! इतना जोर से मत चोदो कि गुलाबी का बुर तहस-नहस हो जाये और हमलोगों को चोदने लायक ही नहीं रहे ।
आखिर हमलोगों का लंड इस वक्त कहां जाएगा बुर की तलाश में। राजु ने हंसते हुए कहा ।। |
आप दोनों चिंता मत कीजिए | इनका लंड से मेरे बुर का कुछ नहीं बिगड़ने वाला है। आप दोनों के लंड की शक्ति को भी बड़े आराम से देखेगी मेरी
बुर । बहुत ही मजबूत है मेरी बुर गुलाबी बोली ।।
इतनी तेजी से संजय का लड चोदे जा रहा था कि ऐसा लग रहा था मानो पागल हो गया है संजय का लंड ।
तुम्हारा लंड पगला गया है क्या संजय ? मुकेश पूछा ।
""हां "" संजय ने कहा ।।
""क्यों ? ""
"" मस्त बुर को ताकत देखकर ।""
"" तो ठीक है अपने लंड का पागलपन उतार ही लो । ""
""बिल्कुल उतार लूंगा ।""
"" कुछ भी बाकी मत रखना ।""
"" बिल्कुल नहीं रखेंगा ।""
'' क्यों ? ""
'' ताकि औरत को बुर को अहसास हो जाये । ""
""किस बात का ? ""
""यह कि शहरी बाबु का लंड में भी ताकत होती है ? ""
"" ठीक है चोदते जाओ कुल स्पीड से । ""
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