RE: Hindi Porn Story जवान रात की मदहोशियाँ
'' अरे रे....... आपलोग तो पहले चोदने के लिए लड़ने लगे। अरे पहले चोदिए या बाद में, इससे क्या कर्क पड़ता है। मेरा बुर भी अपनी जगह पर है और लंड भी आपलोगों का अपनी जगह पर है तो फिर काहे पहले और बाद का झूमेला । आपलोग मेरी बुर का शील तो तोड़ने नही जा रहे है कि जो पहली बार शील तोड़ेगा उसे मजा आयेगा । । मेरी बुर का शील तो बहुत पहले टूट चुका है। अब कोई कितना भी चोद ले तो मेरी बुर को कोई फ़र्क नहीं पड़ता। इसलिए आपलोग आराम से मेरी बुर को एक-एक करके जमकर चोदिए । आज की रात मेरी बुर है और आपलोगों का लंड है। जबतक आपलोगों के लंड में दम रहेगा, मेरी बुर जरूर साथ निभाएगी '' गुलाबी बोली ।। ।
'' लेकिन फिर भी सबसे पहले मैं ही चोदूंगा । आपकी बुर को।'' संजय ने कहा !
'' नहीं, सबसे पहले इनको चोदने दीजिए क्योंकि ये वेचारे शुरू से ही मेरी बुर पर आंख गड़ाए हुए हैं। मेरी बुर को चाटने की शुरूआत इन्होंने ही की थी और सबसे पहले इन्हीं के लण्ड ने मेरी बर पर आक्रमण किया था चोदने के लिए। '' अजय की ओर इशारा करती हुई बोली गुलाबी । |
गुलाबी के निर्णय को मानने के लिए सब दोस्त मजबुर हो गए। और विजयी भाव से अपने लण्ड को लहराते हुए अजय बढ़ा गुलाबी की बुर की ओर ।
गुलाबी की बुर के नजदीक पहुंच कर अजय ने प्रेम से एक बार बुर को चुमा । चुमने के बाद अजय अपने आप को बुर चोदने की पोजीशन में लाया ।
फिर उसने एक हाथ से गुलाबी की बुर को बिचकाया ( कुछ दोस्त कनफ़्यूज हो रहे होंगे कि ये बिचकाना क्या चीज़ है तो दोस्तो यहाँ बिचकाना का मतलब है फैलाया }और बुर के छेद के ठीक पास अपने फनफनाते हुए लण्ड को रखा। अजय ने दोनों हाथ से गुलाबी की कमर को पकड़ते हुए
एक जोरार धक्का मारते हुए बुर की दीवारों को चीरता हुआ अजय का लण्ड गुलाबी की बुर के अन्दर चला गया। अजय ने फिर अपने लण्ड को थोड़ा बाहर निकाला और पुरी ताकत के साथ धक्का मारा । इस बार पूरा का पूरा लण्ड गुलाबी की बुर में समा गया ।
वस अब तो अजय लागातार गुलाबी की बुर पर अपने लण्ड से आक्रमण करने लगा । उसका लण्ड दनादन गुलाबी की बुर में अन्दर बाहर जाने लगा
गुलाबी अपनी बुर एक लण्ड से चुसवा भी रही थी तथा एक लण्ड को वह मुंह में रखकर चूस भी रही थी। इतना ही नहीं, उसके दोनों हाथों में एक-एक-एक लण्ड जिसे वह सहला सहला कर पुरी तरह जोश में ला रही थी। । ताकी एकलण्ड उसकी बुर में दम तोड़ दे तो दूसरा लण्ड मोर्चा संभाल ले और उसकी बुर की चुदाई जमकर हो, इतनी हो चुदाई कि मस्त हो जाए । गुलाबी की बुर इतनी गीली हो गई थी कि बड़े आराम से अजय का लम्बा सा लण्ड उसकी बुर में घुस रहा था और निकल रहा था ।
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