RE: Hindi Porn Story जवान रात की मदहोशियाँ
'' क्या आप सबों को मजा आ रहा है न ? '' मुंह में से संजय के लण्ड को निकालकर औरत बोली ।।
'' हां हां बहुत मजा आ रहा है।'' चारों दोस्तों ने एक साथ कहा ।
''हां में हां मत मिलाइए। अगर किसी को कम मजा आ रहा हो तो तुरंत कहिए । मेरे पास और भी तरीके हैं। मैं चाहती हूं आप चारों को आज पूरी तरह से संतुष्ट कर दूं और किसी को किसी तरह कि शिकायत का मौका नहीं हो '' औरत बोली ।
'' नहीं हमें कोई शिकायत नहीं है । हम तो इस बात से आश्चर्य चकित हूं कि आपने अकेले हम चारों दोस्तों से एक साथ चुदवाने की हिम्मत कैसे कर
ली। मुकेश बोला ।
''अरे शहरी बाबु मैं पहाड़ी।औरत हूं शहरी औरत की तरह सुकुमार नहीं हैं कि केवल नाज नखरे दिखाउँ और एक ही लण्ड के सामने हार मान जाउं
। हम पहडी औरतों के बुर में भी बहुत ताकत होता है, इतनी ताकत कि दस मर्दों को भी परास्त कर दे। '' औरत बोली ।
यह कहने के बाद गुलाबी ने संजय के लण्ड को अपने मुंह में ले लिया और चुसने लगी । चारों दोस्तों के लण्ड में ज्वालामुखी धधकने लगी थी। इसी बीच अजय औरत की बुर को बिचका कर अपना लण्ड घुसाने की कोशिश करने लगा। |
''अरे रे रे, आप इतनी जल्दी अपने लण्ड को बुर में घुसाना क्यों चाह रहे हैं। मेरी बुर में आपका लण्ड एक बार घुस गया तो अन्दर से परास्त होकर ही निकलेगा। इसलिए जल्दीबाजी में मेरे बुर में लण्ड मत घुसा दीजिए क्योंकि तब तो आपके लण्ड का खेल ही। खत्म हो जायेगा.'' औरत बोली ।
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