RE: Desi Sex Kahani गदरायी मदमस्त जवानियाँ
अब शायद राज दोनों लड़कियोंके बारे में सोचते हुए मुझे सहलाने और मेरे स्तनाग्र चूसने लगा. उसका कड़क लंड मेरी गीली चुत के द्वार पर जैसे ठोकरें मार रहा था. आज वो इतना ज्यादा एक्साइट हो गया की हमेशा की तरह सिक्सटी नाइन करे बिना ही मुझे मिशनरी पोज में चोदने लग गया.
मेरी भी चुत इतनी गीली हो गयी थी की मुझे भी चुत चटवाने की जरूरत नहीं लगी.
"आह राज, क्या मस्त मूड में हो आज, फक मी हार्डर, ओह, हाँ, ऐसे ही, फक," मैं भी उत्तेजित होती गयी.
"सुनीता रानी, अगर वो गोरी गोरी तान्या मुझे मिल जाए तो क्या मज़ा आएगा मेरी जान," आखिर राज के मुँह से उसकी फैंटसी निकल ही गयी. वैसे भी मैं जानती हूँ की, सुन्दर, सेक्सी और गोरी लड़किया उसका वीक पॉइंट हैं.
"आओ मेरे राजा, चोदो तान्या को, मेरी इस गीली चुत को फाड़ डालो, इस लम्बे लौड़े से मुझे चोदते रहो, डार्लिंग, फाड़ दो आज मेरी चूत को... रुकना नहीं! और जोर से... और जोर से!"," मैं चिल्लाकर बोली.
"आह, आह, हाँ.. तान्या डार्लिंग, और खोलो तुम्हारी टाँगे और मेरे लंड को पेलती रहो .. आह, कितनी माल हो तुम ..आह," राज अब आँखें मूंदकर तान्या को चोदने का मज़ा ले रहा था.
आखिर आधे घंटे तक कभी मिशनरी पोज तो कभी डॉगी पोज में राज मुझे चोदता गया और आखिर सारा पानी मेरे वक्षोंपर निकाल दिया. अगले कुछ रातोंतक तान्या के बारे में सोचते हुए मेरी ठुकाई होती रही. मुझे भी भरपूर सुख मिल रहा था.
दो दिन बाद राज ने बताया की उसने रूबी और उसकी रूममेट तान्या को रविवार के दिन लंच पर बुलाया हैं.
"मैं चाहता तो शनिवार के शाम के डिनर पर आये मगर वो लोग पहलेसे ही किसी पार्टी में जानेवाले हैं इसलिए रविवार के दिन लंच का तय हुआ हैं."
मैंने फिर से रसोईया बुलाकर अच्छा सा खाना बनवा लिया, जिसमे आलू के पराठे, राजमा, पुलाव, पनीर की सब्जी और रायता था. मिठाई और समोसे रूपेश हलवाई की दूकान से लेकर आ गया.
दोनों लड़किया लगभग दोपहर के बारह बजे घर पर आयी. दोनोंने ढंगके सलवार कमीज पहने थे. दोनोंको देखकर ऐसा लग रहा था की पिछली रात को दोनों देरी तक जगी होगी। उनके मुँहसे भी शराब की हलकी सी बू आ रही थी.
"सॉरी, राज सर, हमें आने में काफी देरी हो गयी," रूबी ने कहा.
"अरे कोई बात नहीं, और घर पर राज कहो, सर वर सिर्फ बैंक में. इनसे मिलो, यह हैं मेरी जान सुनीता, और यह है मेरी प्यारी साली सारिका और उसके पति रूपेश," राज ने परिचय कराया.
रूबी और तान्या फिर सुनीता, सारिका और रूपेश से मिले. फिर सभीने साथ में बैठकर भोजन किया.
इतना सारा घर का बना हुआ खाना देखकर तो दोनों लड़कियोंके मुँह में पानी आ गया. दोनों हॉस्टल पर रहकर बाहर का खाना कहती थी, इतना अच्छा घर का बना हुआ खाना खाकर दोनों खुश हुई. फिर राजने मंगवाया हुआ पान भी ऑफर हुआ.
बाहर कड़ाके की धूप होने के कारण हम लोगोंका काफी देर तक घर के अंदर ही बैठकर बाते करना, गाने सुनना , टीवी देखना और ताश खेलना चलता रहा. आखिर पांच बजे के करीब धुप ढलने के बाद, दोनों लड़किया मुझे और सारिका को धन्यवाद करती चली गयी. जाते वक़्त राज और रूपेश को थोड़ा रूबी और तान्या से गले मिलने का मौका मिल गया. अब दूसरी बार साथ में मिलने के बाद दोनों लड़किया शायद हम लोगोंसे घुल मिल गयी थी.
अब तो रूपेश ने भी कहा," राज (अब वो राज भैया से राज पर आ गया था), ये दोनों काफी चालु लगती है, खास करके तान्या. साली मॉडलिंग का काम करती है, वो तो काफी लोगोंके साथ चक्कर चला चुकी होगी."
"तो क्या अब उसे भी पटाने का इरादा हैं क्या मेरे शेर?" सारिका ने पूंछा.
"पट गयी तो क्यों नहीं," अब राज के दिल की आवाज़ निकल कर बाहर आ गयी.
फिर रूबी और तान्या के बारे में सोचते हुए हम चारो हमेशा की तरह एक ही बिस्तर पर पार्टनर बदल कर सम्भोग सुख लेते रहे.
अगले दो महीनोंमें कोई न कोई बहाने से हम चारो रूबी और तान्या से मिलते रहे. एक दिन राज को रूबी से पता चला की अगले दिन तान्या का जन्मदिन हैं. फिर क्या, राज और रूपेश ने बाजार में जाकर अच्छे परफ्यूम और फूलोंका गुलदस्ता लेकर आ गए. वैसे तो जन्मदिन तान्या का था मगर तोहफे रूबी और तान्या दोनोंके लिए लाये गए.
वो दोनों सिर्फ कुछ ही देर के लिए हमारे घर पर रुकी, तोहफे लिए और थैंक्स बोलकर चली गयी. फिर एक बार, राज और रूपेश को रूबी और तान्या से गले मिलने का मौका मिल गया. इस समय ऐसा लगा की वो आलिंगन कुछ ज्यादा देरी तक चले और दोनों लडकोंके पैंटोसे उभरे हुए लंड भी दिखाई दिए. फिरसे मैंने और सारिका ने दोनों लड़कों की काफी टांग खींची. मगर मन ही मन मैं सोच रही थी की सही में अगर इनके हैंडसम, जवान और सेक्सी बॉयफ्रैंड्स हो तो चुदाई में और मजा आ जायेगा.
उस वीकेंड पर अब रूबी ने हम सब लोगोंको एक पार्टी का आमंत्रण दिया. ये पार्टी उसके दोस्त विक्रम के घर पर शनिवार की शाम की थी. पार्टी के लिए राज और रूपेश दोनोने नए टी-शर्ट और शॉर्ट्स पहने।
मैंने जामुनी रंग की मिनी स्कर्ट और काले रंग का स्लीवलेस टॉप पहना था, जिसका गला काफी खुला था. थोड़ा सा झुकते ही चूचियोंके क्लीवेज दर्शन देते थे. अब जब मौज मस्ती ही करने जाना था, तो अपने हुस्न को छुपाने में क्या मतलब?
सारिका नीले रंग की शार्ट और गुलाबी रंग के टैंक टॉप पहनी थी. उसकी गोरी जाँघे और भरे हुए वक्ष कहर बरसा रहे थे. हम दोनों भी एकदम माल लग रही थी.
जैसे ही हमारी टैक्सी उस पते पर पहुँची, हमने देखा की वो एक काफी बड़ा बंगला था. ऐसा लगा की विक्रम काफी पैसे वाले घर का होगा. तभी तो इन सेक्सी लड़कियोंने उसे फांस के रखा होगा. जैसे ही हमने घंटी बजायी, एक हसीं २२ वर्षीय युवक ने दरवाज़ा खोला. हमने अपना परिचय दिया और बताया की रूबी और तान्या ने हमें बुलाया हैं.
"ओह, अच्छा, तो आप लोग हैं स्पेशल गेस्ट, आईये आइये, मेरा नाम सागर हैं. मैं इन सबका दोस्त हूँ."
हमें उसने स्पेशल गेस्ट कहा, यह सुनकर अच्छा लगा. जैसे हि हम लोग अंदर दाखिल हुए, देखा की पार्टी का माहौल अच्छा था. संगीत , शराब और डांस चल रहे थे. वहाँ पर रूबी और तान्या पहले से ही मौजूद थे. रूबी ने फूलोंके डिज़ाइन वाली लाल रंग की स्लीवलेस टॉप और ब्राउन स्कर्ट पहनी थी. तान्या एक पीले रंग का चोली के स्टाइल का छोटा सा टॉप और जीन्स शॉर्ट्स पहनी हुई थी. उसका क्लीवेज और गोरी जाँघे देखकर, राज और रूपेश दोनोंके लंड खड़े होकर सलामी देने लगे.
दोनों हमारे पास आकर हमसे गले मिली और आने के लिए थैंक्स कहा.
"अरे, इतनी अच्छी पार्टी में बुलाया हैं तो हम तो जरूर आते, हैं न राज?" मैंने कहा.
"हां. हाँ, रूबी और तान्या बुलाये तो हम कही भी आने को तैयार हैं, ये तो बहुत बढ़िया जगह और ख़ास पार्टी हैं. हमें बुलाने के लिए फिर से थैंक्स रूबी," राज ने कहा. वैसे तान्या को उस सेक्सी ड्रेस में देखकर अब सिर्फ उसके मुँहसे लार टपकना ही बाकी था.
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