RE: Desi Sex Kahani गदरायी मदमस्त जवानियाँ
मैंने सोचा यह अच्छा मौका हैं रोहित से बदला लेने का! साले ने नौकरी के लिए मेरी बीवी को तीन दिन तक लगातार चोदा, अब मैं मुफ्त में उसकी बीवी को चोदूंगा.
माधुरी को चूमते हुए अब मैंने एक हाथ उसके वक्षोंपर रखके उसे सहलाने लगा.
"मेरे छोटे हैं न राज?"
"ना मधु, मुझे बहुत सेक्सी और मस्त लगते हैं ये."
"ओह, आह, राज, यू आर सो स्वीट."
"मधु डार्लिंग, तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो, और सेक्सी भी. आह, कितने कठोर और प्यारे मम्मे हैं तुम्हारे, आह."
मैं और मधु ऐसे ही सहलाते और चूमते हुए कुछ देर तक उत्तेजित होते रहे. उसका दिल जोरोंसे धड़क रहा था.
"मैंने आज तक कभी ऐसा महसूस नहीं किया हैं, राज," माधुरी ने कहा.
अब मैं और माधुरी दोनों एक दुसरे को सहलाते और चूमते हुए मदहोश हो गए थे. मेरा कड़क लंड उसकी योनि पर दब रहा था. मैंने देखा की माधुरी भी अब अपनी योनि मेरे लौडेपर दबा रही थी, जैसे की चोदने का संकेत दे रही हो. मगर मुझे बहुत सावधानीसे काम लेना जरूरी था क्योंकि वो मेरे बॉस की पत्नी थी. अभी तक मुझे ये भी पता नहीं था की रोहित को मेरी और माधुरी की चुदाई पर कोई आपत्ति है या नहीं.
थोड़ी देर के बाद, हम चारो एक साथ मिले. माधुरी बहुत खुश लग रही थी और उसके चेहरे पर कोई अपराध की भावना बिलकुल नहीं थी. हो सकता है की वो रोहित के दूसरी लड़कियोंके साथ चक्कर के बारे में जानती हो, इसलिए मेरे साथ मस्ती करके उसे भी थोड़ा अच्छा लगा होगा.
हँसते हुए रोहितने कहा, "यार राज, बड़ा मज़ा आया सुनीता के साथ रोमांटिक डांस करते हुए. क्या सुनीता, तुम्हे कैसे लगा?"
"मुझे तो रोमांटिक डांस हमेशा ही अच्छा लगता हैं, और तुम तो हो भी इतने हैंडसम!" खिलखिलाते हुए सुनीता ने कहा.
"हां यार, मुझे और मधु को, मतलब माधुरी को भी बड़ा मज़ा आया. वो बहुत अच्छी डांसर है," मैंने सहज भाव से कह दिया.
"तुम भी कुछ बताओ माधुरी, तुम्हे कैसा लगा," रोहित उसकी आंखोंमें आँखे डाल कह रहा था.
"ओह रोहित, मुझे इतना मज़ा आज तक कभी नहीं आया था. राज ने मेरा बहुत अच्छा ख़याल रखा, वो बहुत ही अच्छा डांसिंग पार्टनर हैं."
फिर मैं माधुरी के और रोहित सुनीता के कमर में हाथ डालकर हम डिस्को थेक के बार की तरफ गए. फिर एक बार वाइन और बियर का दौर हुआ. अब माधुरी को काफी चढ़ गयी थी. बाहर निकलकर हम रोहित की कार में बैठकर नजदीक के पंजाबी रेस्ट्रॉन्ट में गए और भोजन किया. उन्होंने वापसी में हमें घर पर ड्राप किया और आगे चले गए.
"क्या क्या किया मेरे राजा ने अपनी मधु, ओह सॉरी माधुरी के साथ?" मेरी बाहोंमे आते हुए सुनीता ने पूंछा.
"कुछ ज्यादा नहीं, बस चुम्बन और आलिंगन. थोड़ा उसकी गांड पर हाथ फिरा लिया, बस. और रोहित ने तुम्हारे साथ क्या क्या किया मेरी जान?"
"खड़े खड़े और नाचते हुए जो कुछ कर सकता था, सब कुछ किया सालें ने. बार बार उन तीन रातोंको याद कर रहा था. लगता हैं मुझसे चुदने के लिए बेताब हैं साला."
कपडे खोलकर हमने साथमें शावर किया और चुदाई में लग गए.
"यार, मधु की गोरी गोरी जाँघे मस्त दिख रही थी. उन्हें चूमूंगा और फिर उसकी चुत चाटूँगा," सुनीता के वक्षोंको मसलते हुए मैं कह रहा था.
"आह, दे तेरा लंड मेरे मुँह में राज, ओह आय मीन रोहित!"
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