RE: Desi Sex Kahani गदरायी मदमस्त जवानियाँ
एक दिन शुक्रवार की शाम को मैं, राज, रोहित और माधुरी कोलाबा के पास एक डिस्को थेक में चले गए. आज पहली बार माधुरी ने सेक्सी टॉप और मिनी स्कर्ट पहनी थी. मैंने भी जामुनी रंग का टैंक टॉप और प्रिंटेड डिज़ाइन वाली हरे रंग की मिनी स्कर्ट पहनी थी. हम दोनों भी आज हॉट दिख रही थी. कारमें ड्राइवर के बाजू में राज बैठ गया और पीछे हम दोनोंके बीच रोहित था. ड्राइवर की नज़र हमारे वक्षों और जांघोंपर न जाए इसलिए मैंने और माधुरी ने एक पतली शॉल से अपने खुले अंगोंको ढक लिया था.
डिस्को थेक में जाते ही रोहित ने ५००० प्रति कपल की एंट्री फी दे दी. ये बहुत ही ख़ास और मेहेंगा वाला डिस्को थेक था. अंदर जाते ही हमारे कदम संगीत की ताल पर थिरकने लगे.
बियर और वाइन पीने के बाद हम चारो एक कोने में नाचने लगे. लगभग घंटेभर तक मिलकर नाचने के बाद, रोहित ने पूछा, "राज, क्या मैं सुनीता के साथ नाच सकता हूँ?"
मैंने फिर मन हि मन में सोचा, साला मेरे साथ तीन रात और दो दिन चुदाई कर चुका था और आज अपनी पत्नी के सामने बड़ा ही सीधा साधा होने का नाटक कर रहा था. मगर हमें इस बात से कोई शिकायत नहीं थी.
"हाँ, हाँ, क्यों नहीं."
फिर रोहित और मैं एक दुसरे की बाहोंमे बाहें डालकर नाचने लगे. अब राज ने माधुरी की तरफ देखा और अपना हाथ आगे बढ़ाया.
शर्माते हुए माधुरी राज के करीब आयी और वो दोनों भी साथ में नाचने लगे.
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अब इसके आगे की कहानी राज की जुबानी
जैसे ही मैंने अपना हाथ आगे बढ़ाकर माधुरी को नजदीक पाया, उसकी कमर में हाथ डालकर उसके और करीब आ गया. उसने भी अपनी बाहे मुझपर डाल दी और हम दोनों बिलकुल करीब होकर नाचने लगे. उसकी मुलायम कमर को जैसे ही मेरे हाथ स्पर्श करने लगे, वो और भी पास आ गयी. अब मेरा एक हाथ उसके नितम्बोंपर था और उसके वक्ष मेरे सीने से सटे हुए थे.
उसके गालोंके पास अपने गाल लाकर मैंने उसके कानोंमें कहा, "माधुरी, आज तुम वाकई बहुत सुन्दर और प्यारी लग रही हो."
"ओह, राज, थैंक यू डिअर, कितने दिनोंके बाद मुझे इतना अच्छा लग रहा हैं. तुम भी बड़े प्यारे हो," उसने धीमी आवाज़ में कहा.
अब मेरी गर्म साँसे उसकी गर्दन, गाल और कंधोंसे टकराने लगी. वो मेरे और पास आ गयी, अब तो उसके स्तन और कठोर स्तनाग्र मुझे छूने लगे.
"माधुरी, मेरे साथ नाचते हुए अच्छा लग रहा हैं न तुम्हे?"
"हां राज, आप सचमुच बहुत अच्छे हो."
अब मैंने अपने गालोंसे उसके गोरे गालोंको स्पर्श किया. माधुरी के मुँह से एक आह निकली.
उसने नज़र घुमाकर देखा तो रोहित और सुनीता एक दुसरे को लिपट कर मस्त थे. रोहित उसके गालोंपर और गर्दन पर चुम्बन किये जा रहा था और सुनीता अपने भरे हुए स्तन उसकी छाती पर दबा रही थी.
"वो दोनों.." माधुरी आगे कुछ कह पाती उसके पहले मैं कह दिया, "उनको एन्जॉय करने दो, हम भी एन्जॉय करेंगे!"
मैंने माधुरी के गर्दन को हलके से चूमा, और अब वो मुझसे पूरी तरह लिपट गयी. हम डांस की जगह आलिंगन में आ गए थे.
"मधु, तुम्हे अच्छा लग रहा हैं न?
"हां राज, तुम बड़े हॉट हो."
"तुम भी बहुत हॉट और सेक्सी हो मधु."
न जाने मैंने माधुरी को मधु नाम से क्यों पुकारा, मगर वो उसे अच्छा लगने लगा.
अब मेरे दोनो हाथ उसकी पीठ और कमर पर फिर रहे थे और मैंने हिम्मत करके उसके गालोंको चूमना शुरू किया.
"आह राज, कितना अच्छा लग रहा हैं, आह."
अब मैंने सोचा यही मौका हैं और उसका चेहरा उठाकर उसके रसीले होठोंपर अपने होंठ रख दिए.
माधुरी ने भी अब मेरे चुम्बन का जवाब दिया और मेरे होठोंको अपने मुँह में लेकर चूसने लगी. मैंने उसे बाहोंमे जकड लिया और मेरे हाथ उसके मिनी स्कर्ट को उठाकर उसकी नितम्बोंकी गोलाईयाँ नापने लगे. धीरे धीरे हम दोनों रोहित और सुनीता से दूर गए और फिर दोनोंके जीभ का आपस में प्यार शुरू हुआ.
मैं जानता था की अभीतक रोहित अपनी २० साल की सेक्सी सेक्रेटरी डॉली को ही चोदते रहता हैं. हो सकता हैं की वो माधुरी को ज्यादा सम्भोग सुख न देता हो.
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