RE: Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान
छोटी सी जान चूतो का तूफान--39
जब साहिल बाथरूम से बाहर आया तो, उसने देखा कि, पायल बेड पर पेट के बल उल्टी लेटी हुई थी….उसकी सलवार अभी भी फरश पर धूल चाट रही थी…..और उसकी कमीज़ उसकी गान्ड के ऊपेर तक उठी हुई थी…ये नज़ारा देख कर साहिल का लंड फिर से खड़ा होने लगा…साहिल वही रूम के डोर के पास खड़ा अपने लंड को हाथ में लेकर हिलाने लगा…. थोड़ी ही देर में साहिल का लंड फिर से पूरे ताव में आ गया….साहिल तेज़ी से बेड के तरफ बढ़ा….और बेड पर चढ़ कर घुटनो के बल बैठ गया…उसने एक झटके में पायल की टाँगो को खोला और टाँगो से पकड़ कर खेंच कर उसकी जाँघो को अपने घुटनो पर चढ़ा लिया….
पायल अब भी उल्टी लेटी हुई थी….साहिल के इस तरह अचानक हुमले से पायल एक दम से बोखला सी गई….इससे पहले कि पायल को कुछ समझ आता…साहिल ने पायल के दोनो चुतड़ों पर एक साथ दोनो हाथों से थप्पड़ झाड़ दिया…पायल की गान्ड एक दम से सनसना उठी….उसने दर्द भरे चेहरे से पीछे मूड कर देखा….और कुछ बोलने को मुँह खोला ही था कि, साहिल ने अपने लंड के सुपाडे को चूत के छेद पर टिकाते हुए एक ज़ोर दार धक्का मारा….पायल की चूत उसके पहली चुदाई के निकले कामरस और साहिल के वीर्ये से एक दम सनी थी…इसीलिए साहिल का लंड फिसलता हुआ एक ही बार मे पायल की चूत को फाड़ता हुआ अंदर जा घुसा…..
पायल: ओह्ह्ह्ह माआ मार दित्ता मेनू अहह फाड़ देति मेरी फुद्दि ……आह साहिल पुत्तर अहह अहह ओह धीरीई कर नाआआअ आह मेरी फुद्दि अह्ह्ह्ह
पर साहिल तो जैसे पायल की बात सुनने को ही तैयार नही था…..उसके धक्के फिर से फुल स्पीड पर चालू हो चुके थी….साहिल के लंड का मोटा सुपाडा पायल की चूत के दीवारों को बुरी तरह से रगड़ रहा था….पायल दर्द और मस्ती के मिलजुले असर से सिसकारियाँ भर रही थी….साहिल ने बिना कोई रहम खाए अपनी चाची को फिर से 10 मिनिट तक खूब रगड़ा…और जब साहिल के लंड मनी निकली….तब जाकर साहिल अपनी चाची पायल के ऊपेर से उठा, और बेड पर लेट गया….पायल बुरा सा मुँह बनाते हुए अपने रूम में चली गई. उसे चलने में भी दिक्कत महसूस हो रही थी….पायल जैसे ही अपने रूम में पहुँची, तो वो सीधा बाथरूम में घुस गई…और मूतने बैठ गई….साहिल के लंड ने आज पायल की चूत की दीवारो को बुरी तरह से रगड़ा था….
पायल की चूत से मोटी मूत की धार तेज़ी से बाहर आने लगी…मूतते हुए भी पायल का बदन बुरी तरहा से थरथरा रहा था….पायल को ऐसा लग रहा था…जैसे अभी तक भी उसकी चूत झाड़ रही हो…..मूतने के बाद पायल खड़ी हुई, और अपनी टाँगो को चौड़ा करके झुक कर अपनी चूत को देखने लगी….उसकी चूत साहिल के लंड के थपेड़ो से एक दम लाल सुर्ख हो चुकी थी….भले ही साहिल ने उसे बेहद बहरहमी से चोदा था. पर अपनी चूत की हालत देख कर उसके होंठो पर एक कामुकता भरी मुस्कान फेल गई…
थोड़ी देर बाद पायल और साहिल दोनो फ्रेश होकर पूनम के घर पहुँच गए….जैसे ही साहिल घर में दाखिल हुआ तो सामने से उसे नीलम आती हुई नज़र आई….”अर्रे साहिल बेटा कहाँ था तू देख गीता कब से तेरे बारे में पूछ रही है….जा जाकर मिल ले उसे. दो दिन बाद तो वो अपने घर चली जाएगी….”
साहिल: जी आंटी…
साहिल गीता के रूम के तरफ चला गया….जब वो रूम में पहुँचा तो उसने देखा कि, गीता दीप्ति और गीता की फ्रेंड सिमरन यानी कि कमला के बेटी तीनो बेड पर बैठी हुई थी….जैसे ही गीता की नज़र साहिल पर पड़ी…तो उसके चेहरे पर मुस्कान आ गई.
गीता: अर्ररे साहब जादे कहाँ रहते हो आजकल नज़र ही नही आते….सुबह से नेहा दीदी से तुम्हारे बारे में पूछ रही हूँ…
साहिल: में तो यही था…वो आंटी ने कुछ समान लाने सहर भेज दिया था…
गीता: अर्रे वहाँ क्यों खड़ा है….आजा यहाँ बैठ….
गीता ने बेड पर अपने पास बैठने का इशारा किया….साहिल सर झुकाए हुए गीता के पास आकर बेड पर बैठ गया…..
गीता: ह्म्म्म तुझे मुझसे मिलने का ज़रा भी दिल नही करता ना ?
साहिल: नही ऐसे बात तो नही है….
गीता: तो फिर इतने दिनो तक घर क्यों नही आया….
साहिल: वो टाइम नही मिला….
गीता: टाइम नही मिला बड़ा आया बोल तो ऐसे रहा है….जैसे सारी दुनिया के काम सिर्फ़ तेरे सर पर डाल दिए गए हो….
थोड़ी देर इधर उधर के बातें करने के बाद साहिल उठ कर रूम से बाहर आ गया. बाहर अंगान में नेहा के साथ कमला बैठी हुई बातें कर रही थी…जैसे ही कमला की नज़र साहिल पर पड़ी, तो उसके होंठो पर मुस्कान फेल गई….नेहा भी ये सब देख रही थी….नेहा ने उसे कोहनी मारते हुए धीरे से उसके कान में कहा…”अभी भी चुदवाती हो साहिल से कि नही…..”
कमला: अर्रे कहाँ वो तो अब हमारी गली में आता नही…..
नेहा: अच्छा लगता है तू उसे खुस नही कर पाती…..
कमला: अर्रे में तो उसे खुस रखने के लिए कुछ भी कर सकती हूँ…नेहा सुन ना.
नेहा: हां बोल ना….
कमला: वो में कह रही थी कि अमित आज अपने पापा के साथ अपने चाचा के घर पर गया है….आज घर में कोई नही है…..क्या में साहिल को साथ ले जाउ….
नेहा: अगर वो जाना चाहता है तो ले जा मना किसने किया है….
कमला: अच्छा ठीक है….में उसे लेकर जाती हूँ…..पर सिमरन यहाँ पर है…. उसे एक घंटे के लिए किसी भी तरह यही रोक कर रखना….कही वो घर ना आजाए…..
नेहा: ठीक है तू जा…पहले साहिल से तो पूछ ले….
कमला नेहा के पास से खड़ी हुई, और साहिल की तरफ गई….साहिल बाथरूम की तरफ जा रहा था….जैसे ही कमला साहिल के पास पहुँची, उसने धीरे से साहिल को कहा…
कमला: साहिल एक मिनिट के लिए बाहर आना….
और ये कह कर कमला घर से बाहर निकल कर गेट के सामने खड़ी हो गई…साहिल भी उसके पीछे बाहर चला गया….दोनो गेट के बाहर खड़े आपस में कुछ बात कर रहे थे….तभी सिमरन गीता के रूम से बाहर आई, गीता ने उसे पानी लाने के लिए किचन में भेजा था….तभी उसकी नज़र बाहर खड़े साहिल और उसकी मा कमला पर पड़ी…. दोनो आपस में कुछ बात कर रहे थे…..फिर कमला ने अपनी सलवार के ऊपेर से अपनी चूत को खुजाते हुए कुछ कहा….और मुस्करा कर चली गई….साहिल ने भी एक बार घर के अंदर नज़र डाली , और कमला के पीछे चला गया….ये सब गीता को बहुत अजीब सा लगा.
उसने जल्दी से एक ग्लास पानी लिया, और गीता के रूम में गई….और गीता को कहा कि, उसे घर पर कुछ ज़रूरी काम याद आ गया है….बाहर बैठी नेहा को पूनम अपने साथ किसी काम से अपने रूम में ले गई…सिमरन जल्दी से पानी देकर रूम से बाहर आई, और फिर तेज़ी से घर से बाहर निकलते हुए, अपने घर की तरफ जाने लगी….जैसे-2 उसका घर नज़दीक आता जा रहा था….उसके दिल में उथल पुथल से बढ़ने लगी…जैसे ही वो अपनी गली के मोड़ पर पहुँची तो उसने देखा कि, गली में कोई नही है…वो तेज़ी से चलते हुए अपने घर के सामने पहुँची ही थी कि, उसे घर के गेट के अंदर से बंद होने की आवाज़ आई….
उसने अंदर झाँकने की बहुत कॉसिश की, पर नाकाम रही….तभी उसने देखा कि साहिल के पुराने घर का गेट खुला हुआ था…उसे याद आया कि, दोनो घरो के पीछे यहाँ पर भैंसो का बाँधा जाता है….वहाँ दोनो घरो के बीच में सिर्फ़ 5 फीट उँची दीवार है. वो आसानी से उस दीवार को फाँद कर अपने घर के अंदर जा सकती है…वो जल्दी से साहिल के पुराने घर के अंदर गई….उसे घर के सामने वाले रूम से कुछ आवाज़ आ रही थी. अंदर कुलवंत भैंसो को डालने वाली खुराक की बोरियो को सेट कर रहा था….
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