RE: Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान
नेहा का पूरा बदन मस्ती में काँप रहा था….उसे अपनी चूत के फांके बुरी तरह फैली हुई महसूस हो रही थी….आज तक कुलवंत के लंड ने भी उसकी चूत की फांको को इतना नही फैलाया था….उसकी चूत का छेद सिकुड और फेल रहा था…जैसे साहिल के लंड के टोप्पे को चूम रहा हो….साहिल के लिए सहन करना अब मुस्किल हो रहा था….उसने अपनी कमर को आगे की तरफ पुश किया….पर साहिल का लंड नेहा की चूत के फांको रगड़ ख़ाता हुआ ऊपेर की ओर चला गया….
नेहा साहिल के लंड के सुपाडे की जबरदस्त रगड़ को अपनी चूत के दाने पर महसूस करके सिसक उठी…और उसने साहिल को अपने से भीचते हुए अपनी टाँग को साहिल की कमर पर और ऊपेर लप्पेट लिया….साहिल ने फिर से अपने लंड के सुपाडे को नेहा की चूत के छेद पर लगाने की कॉसिश की…पर कई बार कॉसिश करने के बाद भी साहिल सही जगह निशाना नही लगा पाया… बेतुकी पोज़िशन में बिना हाथो के सहारे लंड को चूत में डालना मुस्किल था….साहिल के लंड का सुपाडा बार-2 नेहा की चूत के दाने पर रगड़ खा जाता
नेहा अब बुरी तरह मचल उठी थी…अब उसे और बर्दास्त नही हो रहा था. आख़िर हार कर वो अपना एक हाथ नीचे ले गई…और साहिल के लंड को पकड़ कर लंड के सुपाडे को अपनी चूत के छेद पर लगा दिया….और फिर अपना हाथ साहिल के लंड से हटाते हुए, धीरे-2 अपनी चूत को साहिल के लंड पर दबाने लगी….साहिल के लंड का सुपाडा नेहा की चूत के छेद को फेलता हुआ, अंदर घुसने लगा….नेहा साहिल के दहकेते हुए सुपाडे को अपनी चूत के अंदर जाते हुए महसूस करके एक दम मस्त हो गई….उसने साहिल को अपनी बाहों में भरते हुए, अपने ऊपेर खेंचना शुरू कर दिया…और खुद पीठ के बल धीरे-2 सीधी लेटने लगी….साहिल भी खुद धीरे-2 नेहा के ऊपेर आ गया….
जैसे ही साहिल नेहा के ऊपेर आया…..साहिल के वजन के कारण उसके लंड का सुपडा नेहा की चूत के छेद फेलाता हुआ अंदर घुस गया….नेहा को ऐसा लग रहा था कि, जैसे वो पहली बार अपनी चूत में लंड ले रही है… साहिल के लंड ने ही नेहा की चूत को पूरा खोल दिया था…. उसे अपनी चूत साहिल के लंड पर बुरी तरह कसी हुई महसूस हो रही थी…
नेहा के बदन के रोम-2 में मस्ती के लहरे दौड़ने लगी…साहिल ने बिना रुके-2 धीरे-2 अपने लंड के सुपाडे को नेहा की चूत में अंदर करना शुरू कर दिया था…जैसे-2 साहिल के लंड का मोटा सुपडा नेहा की चूत के अंदर जाता, वैसे -2 नेहा को अपनी चूत के दीवारे फेलति हुई महसूस होती…नेहा की चूत से पानी निकल कर चिकनाहट पैदा कर रहा था….जिससे साहिल का लंड बिना रुके अंदर जा रहा था…..
आख़िर कार साहिल का 8 इंच लंबा और 4 इंच मोटा लंड नेहा की चूत के गहराईयो में उतर गया….नेहा के होंठो पर सकून और सन्तुस्ति से भरी मुस्कान फेल गई….जिसे साहिल अंधेरे में नही दे सकता था….पर वो नेहा की गान्ड को ऊपर उठाए हुए सॉफ महसूस कर पा रहा था..नेहा की राने साहिल रानो से एक दम सटी हुई थी….और नेहा की बाहें साहिल की पीठ पर कसी हुई थी…
धीरे-2 नेहा की गान्ड नीचे बिस्तर पर लग गई…उसने अपनी टाँगो को घुटनो से मोड़ कर ऊपेर उठाते हुए, फेला लिया…साहिल ने अपने होंठो को नेहा की ब्रा के ऊपेर से उसकी चुचियों पर रगड़ते हुए, अपने लंड को धीरे-2 सुपाडे तक बाहर निकाला…और फिर से एक झटके के साथ अंदर धकेल दिया… नेहा के मुँह से मस्ती भरी सिसकारी निकल गई….उसने साहिल की कमर से अपनी बाहों को हटाया…..और अपने बेटे साहिल के दिल के बात समझते हुए, अपने कंधो से ब्रा के स्ट्रॅप्स सरका कर बाहों से निकाल दिए….और फिर अपनी पीठ के पीछे हाथ ले जाते हुए ब्रा के हुक्स खोल कर अलग कर दिए…
साहिल भले ही अंधेर में देख नही पा रहा था…पर वो जान चुका था कि, नेहा ने अपनी ब्रा अपने बदन से अलग कर दी है…इसीलिए उसने बिना देर किए झुक कर नेहा की राइट चुचि को मुँह में भर लिया….नेहा का बदन ने एक तेज झटका खाया…और उसने साहिल के सर को अपनी बाहों में भरते हुए अपनी चुचियों पर दबा दिया…”ओह्ह्ह्ह उंह सीईईईईई”
नेहा की मस्ती भरी सिसकारी, सुन कर साहिल ने अपने लंड को धीरे-2 अंदर बाहर करना शुरू कर दिया…साहिल के हर शॉट के साथ नेहा भी अपनी गान्ड ऊपेर उठा देती….और साहिल के लंड को अपनी चूत के गहराईयो में लेने के लिए तड़प उठी….धीरे-2 साहिल अपनी रफतार बढ़ा रहा था…और नेहा भी पागल होती जा रही थी….साहिल का लंड नेहा की चूत की दीवारो से पूरी तरह से कसा हुआ था…..
साहिल कभी नेहा की एक चुचि को चूस्ता और कभी दूसरी चुचि को चूस्ता. नेहा साहिल के ऐसा करने से मदहोश हो चुकी थी…और अपनी गान्ड को ऊपेर की ओर उछालते हुए, साहिल का लंड अपनी चूत की गहराईयो में ले रही थी….नेहा की मस्ती का कोई ठिकाना नही था….वो अब झड़ने के बेहद करीब थी….उसने भी अपनी गान्ड को तेज़ी से ऊपेर की ओर उछालना शुरू कर दिया…साहिल को समझते देर ना लगी कि, अब नेहा झड़ने वाली है…
उसने भी नेहा की चुचियों को छोड़ तेज़ी से अपनी लंड को अंदर बाहर करते हुए जबरदस्त धक्के लगाने शुरू कर दिए….नेहा ने सिसकते हुए, साहिल के चेहरे को अपने हाथों में भर लिया…और अपनी चूत को साहिल के लंड पर पटकते हुए, अपने होंठो को साहिल के होंठो पर लगा दिया….नेहा के सिसकियाँ साहिल और नेहा के मुँह में घुट कर रह गई….फिर मस्ती की वो लहर जिसके लिए नेहा कब से तरस रही थी…वो उसके बदन को थरथराने लगी. और उसकी चूत ने पानी का सैलाब बहा दिया….
साहिल भी नेहा की चूत से निकल रहे गरम पानी को महसूस करके नेहा की चूत में ही झड़ने लगा…थोड़ी देर पहले आया तूफान अब शांत पड़ चुका था….दोनो के होंठ अब अलग हो चुके थे…साहिल नेहा की चुचियों पर सर रख कर गहरी साँसे लेने लगा….और नेहा अपनी चूत की आग भुजा कर एक दम सन्तुस्त हो चुकी थी….और वो बड़े-2 प्यार से अपने नरम हाथों से साहिल की पीठ को सहला रही थी…
साहिल का लंड सिकुड कर धीरे-2 बाहर आ गया…रज़ाई और नेहा के नंगे बदन की गर्माहट महसूस करते हुए, नेहा के ऊपेर लेटे-2 साहिल को नींद आने लगी….और उसे पता नही चला कब उसे नींद ने घेर लिया….
क्रमशः............................
|