RE: Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान
नेहा अपनी चूत की दीवारो को मोहित के लंड पर कस्ति हुई महसूस करके सिहर उठी….उसकी कमर ने एक तेज झटका खाया, और उसकी चूत ने कुछ और बूंदे पानी की छोड़ डी….मोहित भी अपने लंड को नेहा के गरम पानी से बहती हुई चूत के अंदर महसूस करके, एक दम मस्त हो गया…
नेहा ने अपनी टाँगो को घुटनो से मोड़ कर पूरा ऊपेर उठा लिया, और मोहित की कमर के ऊपेर लपेट लिया….नेहा एक दम मदहोश हो चुकी थी…उसने मोहित के सर को पकड़ कर ऊपेर उठाया….और फिर अपने होंठो को मोहित के होंठो पर लगा कर पागलो की तरह किस करने लगी….मोहित भी उसका पूरा साथ दे रहा था…वो भी पूरे जोश के साथ नेहा के होंठो को चूस रहा था…और अपने दोनो हाथों से नेहा की बड़ी-2 चुचियों को मसल रहा था…
बीच-2 में दोनो साँस लेने के लिए एक दूसरे के होंठो से होंठ अलग करते, और फिर एक दूसरे के होंठो पर टूट पड़ते….नेहा अब पूरी तरह गरम हो चुकी थी. और वो अपनी गान्ड को धीरे-2 ऊपेर मोहित के लंड पर दबाने लगी थी….ये देख मोहित से भी नही रहा गया….उसने अपनी गान्ड को ऊपेर की ओर उठाते हुए, अपने आधे से ज़्यादा लंड को बाहर निकाला….और फिर तेज़ी से अंदर पेल दिया…लंड की रगड़ ने चूत की दीवारो में तेज सरसराहट पैदा की….और नेहा ने मचलते हुए, अपनी बाहों को पीठ पर कस लिया…
और तेज़ी से उसकी पीठ सहलाते हुए, अपनी गान्ड को ऊपेर की ओर उछलते हुए, मोहित के लंड पर पटाकने लगी…मोहित भी अब अपना लंड बाहर निकाल-2 कर नेहा की चूत में पेल रहा था….नेहा मस्ती में सिसकारिया भरते हुए, आहह ओह्ह्ह हाईए मर गेयैयी हान्न मार मेरी फुद्दि ओह्ह्ह निकाल दे अपना पानी आहह चोद मुझे मार ले अपनी आंटी की फुद्दि आह मार ले बेटा…चिल्ला रही थी….
नेहा की बातें सुन कर मोहित और जोश में आकर अपने लंड को पूरी रफ़्तार से नेहा की चूत के अंदर बाहर करने लगा….पूरे रूम में ठप-2 अह्ह्ह ओह्ह हाए हाआँ और ज़ोर नाल हाई मेरी फुददी अह्ह्ह…ऐसी आवाज़े गूँज रही थी. नेहा तो अब पूरी तरह मस्त हो चुकी थी….और अपनी आँखें बंद किए हुए, अपनी गान्ड को उछाल कर मोहित का लंड अपनी चूत की गहराईयो में लेने की कॉसिश कर रही थी…
मोहित कभी नेहा के होंठो को चूस्ता, तो कभी दोनो चुचियों को मुँह में भर कर चूसने लगता…कभी अपने हाथों से नेहा के दोनो निपल्स को निचोड़ देता…नेहा भी मोहित के इस खेल कर मज़ा लेते हुए, अपनी टाँगो को पूरा खोल कर मज़ा ले रही थी….
जब वो नेहा के होंठो को चूस्ता तो, नेहा अपने होंठो को खोल देती, और मोहित जी भर कर नेहा के होंठो को चूस्ता और फिर नेहा के मम्मो को मुँह में भर कर चूसने लगता……नेहा अपनी मस्त और गरम कर देने वाली सिसकारियाँ मोहित का हॉंसला बढ़ा रही थी…..
नेहा: हां सबास मेरे शेर चोद मुझे आह चोद मुझे मार ले अपनी आंटी की फुद्दि आहह चोद और ज़ोर से फाड़ दे आह हां ऐसी ही और ज़ोर से घस्ससे मार. आअह चीर दे मेरी फुद्दि अपने लंड नाल….
नेहा अब पूरी तरह से गरम हो चुकी थी….मोहित के जबरदस्त धक्के उसे चरम की ओर लेजा रहे थे…और वो भी अपनी गान्ड को ऊपेर की और उछालते हुए झड़ने की ओर बढ़ रही थी…मोहित और जोश के साथ शाट लगाने लगा….उसकी जांघे, नेहा के चुतड़ों से टकरा कर थप-2 की आवाज़ करने लगी…और मोहित का लंड नेहा की गीली चूत में फॅच-2 की आवाज़ से अंदर बाहर होने लगा…..
नेहा: हाई ओह्ह्ह्ह मोहित हाआँ और ज़ोर दे मार फुद्दि अपनी आंटी दी…. कर दे पानी-2 अपनी आंटी की फुद्दि को अह्ह्ह्ह ले में गई आह मेरी फुद्दि आह में झड़ने वाली हूँ…..
मोहित: आंटी मेरा भी होने वाला है आह
नेहा: कर जल्दी आह चोद अपनी आंटी को अह्ह्ह्ह सीईईई मेरी अह्ह्ह्ह उहघ उंघह अहह में गेयैयी……….
फिर वो लम्हे आए…जिसका इंतजार नेहा कई महीनो से कर रही थी….नेहा की चूत में तो जैसे पानी का सैलाब आ गया….और उसका पूरा बदन काँपने लगा…झड़ते हुए उसके होंठो पर एक तीखी कामुक मुस्कान फेल गई..उसने अपनी टाँगो को नीचे हाथ डालते हुए घुटनो से पकड़ कर और ऊपेर उठा लिया…उसकी कमर झटके खाने लगी….और फिर मोहित भी झड़ने लगा…पर यहाँ में आप को बात दूँ कि, अभी साहिल और मोहित दोनो इस एज में नही थे कि, उनके लंड से वीर्य निकले….
मोहित पस्त होकर नेहा के ऊपेर लेट गया…..दोनो गहरी साँसे लेते हुए थोड़ी देर लेटे रहे….फिर मोहित नेहा के ऊपेर से उठ कर साइड में हुआ, अपने पेंट पहनने लगा…नेहा ने भी अपने कपड़े पहने, और फिर दोनो बाहर आ गए…”मोहित देखो आज जो कुछ भी हुआ..उसके बारे में किसी को पता नही चलना चाहिए…वरना में आगे से तुम्हे कुछ भी करने नही दूँगी’
मोहित: नही आंटी में कसम ख़ाता हूँ कि में किसी को कुछ नही बताउन्गा.
उसके बाद मोहित अपने घर चला गया…अभी 1 ही बजा था..मोहित के जाने के कुछ देर बाद कमला नेहा के घर पर आ गई…और फिर जो हुआ नेहा ने सब कुछ कमला को बता दिया….कमला बेचारी अपनी चूत मसल कर रह गई…और फिर दोनो हँसी मज़ाक करने लगी…
कमला: नेहा अब तो तेरा काम बन गया…अब मेरे बारे में कुछ सोच..
नेहा: हां -2 सोचते है….लगता है तेरी फुद्दि भी पानी छोड़ रही है साहिल के बारे में सोच-2 कर हहा हा..
कमला: चुप कर गस्ति…खुद तो मेरे बेटे का लंड ले लिया अपनी फुद्दि में और अब मेरा मज़ाक उड़ा रही है…
नेहा: अर्रे यार नाराज़ क्यों हो रही है..करते है ना कुछ….
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