RE: Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान
साहिल ने भी बिना देर किए, धीरे-2 अपने लंड के सुपाडे को गीता की चूत के छेद पर दबाना शुरू कर दिया….”उंह साहिल सीईईईई अहह बहुत माजा आ रहा है…..तुम्हे नही आ रहा….”
साहिल: हां मौसी मुझे भी बहुत मॅजा आ रहा है…..
साहिल के लंड का सुपडा गीता की चूत के छेद और दीवारो को फेलाता रगड़ ख़ाता हुआ, अंदर बढ़ने लगा….गीता के बदन में मस्ती के लहरे उमड़ रही थी….उसका पूरा बदन उतेजना के कारण काँप रहा था…उसकी चूत की दीवारे साहिल के लंड को अपने अंदर कस कर निचोड़ रही थी…ऐसे सरसराहट साहिल ने अपने लंड में पायल की चूत मारते हुए भी महसूस नही की थी…
धीरे-2 साहिल का पूरा लंड गीता की चूत में समा गया….गीता ने सिसकते हुए, साहिल को अपने बाहों में कस लिया….और उसकी टी-शर्ट ऊपेर उठा कर उसकी पीठ को अपने हाथो से सहलाने लगी….”आह साहिल करो ना उंह आ सीईईई आह साहिल मुझे बहुत मज़ा आ रहा है….”
साहिल ने गीता के फेस को अपनी तरफ घुमाया, और फिर अपने होंठो को उसके होंठो पर रख दिया…गीता ने अपने होंठो को खोल दिया….और साहिल ने थोड़ी देर गीता के होंठो को चूसा, और फिर अपने होंठो को हटाते हुए, उसकी जाँघो के बीच में घुटनो के बल बैठते हुए, अपनी पोज़िशन सेट की, और अपने लंड को धीरे-2 आगे पीछे करने लगा….
साहिल के लंड के सुपाडे को गीता अपनी चूत की दीवारो पर महसूस करके एक दम मस्त हो गई….और अपनी आँखें बंद किए हुए अपनी पहली चुदाई का मज़ा लेने लगी…”अह्ह्ह्ह साहिल हाईए मेरे फुद्दि आह मार और ज़ोर से मार आह फाड़ दे अह्ह्ह्ह ऑश”
धीरे-2 साहिल अपने धक्कों की रफतार को बढ़ाने लगा….पूरे रूम में गीता की सिसकारियो और बेड के हिलने से चर-2 की आवाज़ गूंजने लगी.. गीता पूरी तरह मस्त हो चुकी थी….गीता की चूत उसके काम रस से भीग चुकी थी….जिससे साहिल का लंड चिकना होकर गीता की चूत के अंदर बाहर होने लगा था….गीता भी अपनी गान्ड को धीरे-2 ऊपेर की ओर उछाल कर चुदवा रही थी….
गीता: हाई ओईए अहह मार मेरी फुद्दि अह्ह्ह्ह साहिल बहुत मज़ा आ रहा है.आह चोद मुझे अह्ह्ह्ह और तेज कर सही…देख में झड़ने वाली हूँ आह उहह उहह उंघह ह साहिल में गाईए अहह….
साहिल के जबरदस्त धक्को ने कुछ ही मिनिट में गीता की चूत को पानी -2 कर दिया था….झड़ते हुए, उसका पूरा बदन रह-2 कर झटके खा रहा था…साहिल अभी भी लगतार अपने लंड को बाहर निकाल-2 कर गीता की चूत में पेल रहा था….गीता झड़ने के बाद एक दम मस्त हो गई थी…उसकी चूत से इतना पानी निकाला था कि, साहिल का लंड पूरा गीला हो गया…
अब गीता अपनी आँखें बंद किए हुए लेटी थी…और लंबी -2 साँसे ले रही थी…गीता ने अपनी आँखें खोल कर साहिल की तरफ देखा…जो पसीने से तरबतर हो चुका था..और अभी भी तेज़ी से धक्के लगा रहा था…..अब रूम में सिर्फ़ बेड के चर्मार्ने से चू-2 की आवाज़ आ रही थी….जैसे -2 साहिल झटके मारता, बेड हिलता हुआ चू-2 की आवाज़ करता..
धक्के मारते हुए, जब साहिल ने गीता की आँखो में देखा….बेड की आवाज़ अब तेज होने लगी…पता नही क्यों पर गीता बेड के हिलने की आवाज़ सुन कर शरमा गई, और अपने फेस को साइड में घुमा कर मुस्कराने लगी…
साहिल: (अपने लंड को अंदर बाहर करते हुए) क्या हुआ…?
गीता: (मुस्कुराते हुए) कुछ नही…..
साहिल: फिर मेरी तरफ देखो ना…
गीता: नही मुझे शरम आती है…..
साहिल ने अपने दोनो हाथों से गीता के चेहरे को अपनी तरफ घुमाया. पर गीता ने पहले ही अपनी आँखे बंद कर ली, उसके चेहरे पर शर्मीली मुस्कान फेली हुई थी….साहिल ने गीता के होंठो को अपने होंठो में लेकर चुसते हुए, अपने धक्को की रफ़्तार बढ़ा दी…और फिर कुछ ही पलो में उसके लंड में तेज सुरसुरी हुई….उसका लंड गीता की चूत में झटके खाने लगा…..और फिर वो गीता के ऊपेर निढाल हो कर गिर पड़ा…..
गीता ने उसकी पीठ को सहलाते हुए, अपने होंठो को उसके होंठो से सटाये रखा. दोनो काफ़ी देर एक दूसरे के होंठो को चूस्ते रहे….साहिल का लंड भी सिकुड कर गीता की चूत से बाहर आ गया….जब गीता की नज़र घड़ी पर पड़ी तो, उसने साहिल को अपने ऊपेर से हटने के लिए कहा….साहिल उसके ऊपेर से उठ कर बैठ गया….फिर गीता ने साहिल से कहा कि, वो ये कपड़ा जिससे उसने अपनी चूत से निकला खून सॉफ किया था…पीछे खेतो में फेंक दो.
उसके बाद गीता ने अपनी कमीज़ नीचे की, और अपनी सलवार को हाथ में लेकर पायल के रूम में चली गई…वहाँ जाकर उसने अपने कपड़े ठीक से पहने….साहिल भी कपड़े पहन कर छत पर वो कपड़े का टुकड़ा लेकर चला गया….और पीछे खेतों में फेंक दिया….
क्रमशः..............................................
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