RE: Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान
फिर नीलम ने नेहा से कहा…”बेटा सुन गीता का ध्यान रखना….हम तीन चार दिन में आ जाएँगे”
नेहा: जी ये भी कोई कहने वाली बात है….आप बेफिकर होकर शादी में जाए.
उसके बाद सभी लोग शादी के लिए चले गए….पायल के साथ उसका पति रवि भी शादी में गया था….अब घर पर कुलवंत नेहा साहिल और गीता ही थे…..कुलवंत रात से बाहर था इसीलिए वो ये सोच कर स्टोर रूम में जाकर सो गया कि, रूम में गीता और साहिल टीवी देख रहे है…और शोर के बीच उसे नींद नही आएगी…और उसे दोपहर को वापिस भी जाना था….
गीता और रवि दोनो रूम में आकर टीवी देखने लगे….नेहा घर की सफाई में लगी हुई थी…गीता बार-2 साहिल की ओर देखती, और उसे आँखो-2 में इशारे से छेड़ देती….
नेहा ने सॉफ सफाई की, और फिर बाकी के काम निपटा कर रूम में आ गई..जहाँ पर गीता और साहिल टीवी देख रहे थे….नेहा अपने माथे पर आए हुए पसीने को अपने दुपट्टे से सॉफ ही कर रही थी, कि तभी डोर बेल बजी. नेहा खड़ी हुई, और बाहर जाकर गेट खोला, तो उसने देखा कि उसकी पड़ोसन यानी कि सिमरन की मा कमला खड़ी थी….दोनोकी में आपस में बहुत बनती थी….और दोनो एक दूसरे की चूत की आग को शांत किया करती थी…
कमला: नेहा मुझे पता लगा….आज तेरी देवरानी शादी में गई है…
नेहा: अर्रे अंदर तो आ ना….बाहर खड़ी होकर ही सवाल पूछना शुरू कर दिया….
कमला: अर्रे अंदर आने का टाइम नही है..जल्दी से घर आ जा…आज अच्छा मोका है….
नेहा: क्यों तेरे घर पर कोई नही है क्या ?
कमला: नही सिमरन और उसका भाई तो सुबह ही इनके साथ सहर चले गए. शाम को आएँगे….घर पर अकेली हूँ….जल्दी आजा…
नेहा: अच्छा तू चल में अत्ती हूँ…घर पर साहिल और गीता है…उनको बोल कर आती हूँ…..
उसके बाद कमला, अपने घर चली गई….नेहा वापिस रूम में आई, और साहिल और गीता को ये बोल कर चली गई कि, वो पड़ोस के घर कमला के पास जा रही है…थोड़ी देर में आ जाएगी….जाते-2 उसने गीता को अंदर से गेट बंद करने को कहा….गीता बाहर आई, और जैसे ही, नेहा बाहर गई, गीता ने गेट बंद कर दिया….
कुलवंत सिंग घर पर था….इसीलिए गीता कुछ भी करने से डर रही थी.. वो बस ऊपेर से ही साहिल के साथ मस्ती कर रही थी…..दूसरी तरफ नेहा कमला के पास पहुच गई थी…दोनो घर में अकेली थी….बाहर कर गेट लॉक कर कमला उसे अपने रूम में ले गई…..फिर दोनो बेड पर बैठ गई.
कमला: चल जल्दी कर खोल अपनी सलवार….दिखा तेरी फुद्दि दा क्या हाल है.
नेहा: चुप कर कंजरये….थोड़ी देर आराम करने दे. अभी काम ख़तम किया है घर का….
कमला: यार एक बात कहूँ…
नेहा: हां बोल ना क्या बात है..
कमला: यार हम दोनो कब तक इस तरह अपनी चूत की आग को उंगलियों से ठंडा करते रहेंगे…..
नेहा: यार अब क्या कहूँ…ये तो अपना नसीब ही खोटा है…
कमला: यार बस अब और सहन नही होता….में अब ऐसे घुट -2 कर नही जी सकती…में तो अब कुछ ना कुछ करके रहूंगी…
नेहा: आज तू ये कैसी बाते कर रही है…कही कुछ उल्टा सीधा मत कर बैठना…तेरा बस बसाया घर बर्बाद हो जाएगा….
कमला: (मुस्कुराते हुए) नही ऐसा कुछ नही होगा….में अपने लिए और तेरे लिए लंड का इंतज़ाम करने का जुगाड़ सोचा है….अगर तू मेरा साथ दे तो, हम दोनो की फुद्दि को लंड भी मिल जाएगा….और बाहर वाले किसी को खबर तक नही होगी….
नेहा: क्या कैसे किसकी बात कर रही है तू….
कमला: यार अब में तुझे कैसे बताऊ….अच्छा पहले वादा कर कि, जो भी में कहूँगी, उसे तू ध्यान से सुनेगी…और ठंडे दिमाग़ से सोच कर फैंसला करेगी…और मुझसे नाराज़ नही होगी…
नेहा: ऐसी क्या बात है….चल बता…
कमला: धीरज और ठंडे दिमाग़ से सुनना…
नेहा: अच्छा अब बता भी क्या बात है ?
कमला: देख अब मेरा बेटा जवानी की तरफ बढ़ रहा है…
नेहा: (एक दम चोन्कते हुए) क्या ?
कमला: चुप कंजरये ऐसा कुछ ना सोच….पहले ध्यान से सुन तो ले.. अच्छा तो अब मेरा बेटा **** साल को हो चुका है….और साहिल भी… दोनो एक ही क्लास में पढ़ते है…अब उनके लंड को हवा लग गई है…
नेहा: चुप कर हरामज़ादी गस्ति…जो मन में आ रहा है बोले जा रही है.
कमला: मीना कहा था ना ठंडे दिमाग़ से सुनना…पहले पूरी बात सुन लये….परसो में जब छत पर कपड़े सुखाने के लिए डालने गई थी. तो मेरा बेटा मोहित और तेरा साहिल तेरी घर के छत पर बैठे थे… दोनो ने अपने हथियार बाहर निकाल रखे थी…और अपने हथियारो को सहला रहे थे..
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