RE: Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान
पायल: उहह तेरा चाचा तो बिकुल निक्कमा है…असली काम तो तू कर रहा है…मेरे फुद्दि को चोद कर….अब बिना किसी डर के बोल क्या चाहिए.
साहिल: तेरी फुद्दि…..
पायल: चल बैठ सोफे पर…अपना लंड बाहर निकाल के….
साहिल सोफे पर जाकर बैठ गया….पायल के रूम में सोफा बिकुल डोर के पास लगा हुआ था…और साहिल डोर के किनारे की तरफ सोफे पर बैठा था….उसने अपनी निक्कर को घुटनो तक सरका दिया…पायल डोर के पास आई, बाहर आँगन में बैठी काजल की तरफ देखा. वो वंश को गोद में लिए हुए बैठी थी. फिर पायल साहिल के सामने नीचे ज़मीन पर पैरो के बल बैठ गई…और उसके लंड को हाथ में लेकर धीरे-2 आगे पीछे करते हुए हिलाने लगी.
पायल: (साहिल की तरफ कातिल मुस्कान से देखते हुए) तेरा लंड हुन रोज खड़ा होन लगा है……
साहिल चाची की बात सुन कर मुस्करा कर रह गया….पायल के इस तरह से साहिल के लंड को सहलाने से लंड पूरी तरह अकड़ कर तन गया…पायल ने फिर से एक बार बैठी-2 बाहर नज़र दौड़ाई……काजल अभी भी वैसे ही बैठी हुई थी…फिर पायल खड़ी हुई, और अपने घुटनो को साहिल की जाँघो के दोनो तरफ सोफे पर टिका कर ऊपेर आ गई….फिर पायल ने मुस्कुराते हुए साहिल से कहा…..”देख तेरे चक्कर में मेने अपनी सलवार को भी नीचे से फाड़ लिया है…….” साहिल चाची की बात सुन कर थोड़ा सा हैरान हो गया…भला पायल ने क्यों उसके लिए अपनी सलवार फाड़ ली….”अभी दिखाती हूँ “ पायल ने साहिल को यूँ सोचते हुए देख कर कहा….
फिर अपनी कमीज़ को अपनी कमर तक उठा कर एक हाथ नीचे ले गई…और अपनी सलवार में बने हुए 4 इंच लंबे छेद को उंगलयों से टोटालने लगी. जैसे ही, पायल को अपनी सलवार के नीचे का छेद मिला…उसने अपना दूसरा हाथ भी नीचे कर लिया….और जिस जगह से उस ने सलवार के सिलाई उधेड़ी थी….वहाँ पर दोनो हाथों की उंगलयों को डाल कर छेद को चौड़ा करते हुए साहिल के दिखाने लगी….साहिल ने जैसे ही उस छेद की तरफ देखा, उसके होंठो पर मुस्कान फेल गई…फिर पायल की तरफ देखते हुए बोला…” आप ने सिलाई क्यों उधेड़ डी…”
पायल: मार्जानया तेरे लिए…..तेरे इस लंड लाए….जो हुन हर टाइम फुद्दि मारन लाइ खड़ा रेहन्दा है….
फिर पायल ने अपने एक हाथ से साहिल के लंड को पकड़ कर अपनी सलवार के छेद में घुसाते हुए, अपनी चूत के छेद पर टीका दिया. “आह सीईइ पुत्तर तेरी लंड ने तां मेनू कम्लि कर चढ़या है” पायल बार-2 बाहर बैठी काजल की तरफ देख रही थी. ..और अपनी चूत के छेद को धीरे-2 साहिल के लंड पर दबा रही थी….साहिल का लंड पायल की गीली चूत में फिसलता हुआ अंदर घुसता जा रहा था…”आह साहिल देख ना मेरी फुददी तेरे लंड को लेने के लिए हमेशा पानी बहाती रहती है…..देख ना तेरी चाची की फुद्दि कैसे गीली हो गई है…..”
ये कहते हुए पायल ने अपनी कमीज़ को आगे से ऊपेर उठा लिया, उसने नीचे ब्रा नही पहन रखी थी….उसकी 38 साइज़ की चुचियाँ उछल कर बाहर आ गई. साहिल ने बिना देर किए पायल के लेफ्ट मम्मे को मुँह में भर लिया, और ज़ोर -2 से चूसना शुरू कर दिया…..अपने निपल पर साहिल की गरम जीभ को महसूस करते ही, पायल के बदन में झुरजुरी सी दौड़ गई. उसने अपनी गान्ड को और तेज़ी से ऊपेर नीचे हिलाना शुरू कर दिया….
पायल: आह हाआँ चुस्स्स पुत्तर आह चुस्स मेरे मम्मे अहह चोद मुझीए अह्ह्ह्ह अपनी चाची की फुद्दि मार आह चोद मुझे…..
साहिल भी और जोश में आकर अपनी चाची के मम्मे को मुँह से दबोचते हुए, चूसने लगा…..ठीक वैसे ही जैसे जब कोई भैंस का बच्चा दूध पीते वक़्त भैंसो के थनो को धक्के देता हुआ चूस्ता है…..ये सब देख पायल और जोश में आ गई…..और अपनी गान्ड को उछालते हुए, अपनी चूत को ज़ोर-2 से साहिल के लंड पर पटकने लगी…..दोनो चुदाई के इस खेल में इतना खो गए थे, कि वो ये भी भूल गए कि, बाहर काजल बैठी हुई है. और उनकी चुदाई की मादक आवाज़ उसे सुनाई दे सकती है….
पायल: आह सबाश मेरे शेर अहह ठोक अपनी चाची की फुद्दि आह मार ले बेटा आह तेरा लंड आह कितना हार्ड है अहह आह में तो दीवानी हो गई इसकी आह मेरी चूत अहह
पायल इतनी तेज़ी से अपनी गान्ड को ऊपेर नीचे हिला रही थी, कि नीचे बैठे साहिल का हाल बुरा हो गया था…….फिर पायल को अपनी चूत में तूफान उमड़ता सा महसूस हुआ, और उसकी कमर झटके खाने लगी. दोनो झाड़ कर हाँफने लगी…..थोड़ी देर बाद पायल ने झाँक कर बाहर देखा, तो काजल चारपाई से उठ कर अंदर की तरफ आ रही थी. ये देख पायल थोड़ा सा घबरा गई. वो जल्दी से साहिल के ऊपेर से खड़ी हुई, अपने कपड़े ठीक किए. और साहिल को बोली “साहिल जल्दी से निक्कर ऊपेर कर काजल अंदर आ रही है” पर शायद अब साहिल के पास टाइम नही बचा था. पर पायल समझदारी दिखाते हुए रूम से बाहर आ गई. और दरवाजे से 1 फुट की दूरी पर ही, काजल को रोक लिया….
पायल: (काजल का हाथ पकड़ कर थामते हुए) क्या काजल कहाँ जा रही हो ?
काजल: (पायल की तरफ अजीब सी नज़रो से देखते हुए) वो अंदर से कुछ आवाज़ आ रही थी क्या हुआ ?
पायल: कुछ नही. वो में और साहिल कपड़े रख रहे थे…..
इतने में साहिल भी बाहर आ जाता है. काजल उसे अजीब सी नज़रो से देखती है. पर साहिल सर को झुकाए हुए बाहर जाकर चार पाई पर बैठ गया. दरअसल साहिल इतना मेच्यूर नही था. और वो अपनी घबराहट को छुपा नही पाया था.
क्रमशः............................................
|