RE: Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान
पायल काफ़ी पढ़ी लिखी थी….इसीलिए वो इस बात को जानती थी कि, किस उम्र जाकर लड़को के लंड से पानी निकलता है….”साहिल तुझे मज़ा तो आया ना”
साहिल: हां चाची बहुत मज़ा आया….
पायल: फिर से लेगा मेरी…
साहिल: हां…
पायल: अच्छा बच्चू अभी मन नही भरा क्या ?
ये कहते हुए, उसने साहिल के पेट गुदगुदी करनी शुरू कर दी.साहिल अपने पेट पर से चाची के हाथ हटाने की कॉसिश करते हुए हँसने लगा….साहिल के हँसने की आवाज़ सुनते ही वंश नींद से जाग गया….और रोने लगा….पायल जल्दी से नीचे बिछे बिस्तर से खड़ी हुई, और वैसे ही बेड की तरफ भागी….
साहिल लेटा हुआ पायल की गान्ड को थिरकते हुए देखने लगा….पायल वंश के साथ बेड पर जाकर लेट गई….और वंश को दूध पिलाते हुए बोली…”साहिल ये बिस्तर उठा कर टेबल रख दो….और डोर बंद करके बेड पर ही आ जाओ.
साहिल खड़ा हुआ, बिस्तर समेट कर टेबल पर रखा, और फिर डोर बंद करके पायल के साथ बेड पर आ गया….पायल की पीठ साहिल की तरफ थी…पायल ने फेस घुमा कर साहिल की तरफ देखा, और होंठो पर कामुक मुस्कान लाते हुए, साहिल को पास सरकने का इशारा किया….साहिल सरकता हुआ, पायल के पास आकर करवट के बल लेट गया…
पायल ने साहिल का हाथ पकड़ कर अपने मम्मे पर रखते हुए, साहिल को पीछे से अपने से चिपका लिया “साहिल बस वंश सो जाए…फिर में तुम्हें फिर से दूँगी….साहिल ने पायल की कोई बात का जवाब नही दिया…और पायल के मम्मे को थामे हुए, लेटा रहा….पायल और साहिल पिछली दो रातों को काफ़ी देर से सो रहे थे…इस लिए साहिल को नींद आने लगी….झड़ने के बाद पायल भी बहुत हल्का महसूस कर रही थी….
वंश को दूध पिलाते-2 उसकी भी आँख लग गई….सुबह के 7 बजे पायल की आँख खुली, उसने रूम में चारो तरफ नज़र दौड़ाई…और फिर पास लेटे हुए साहिल को हिला कर जगाया….साहिल पीठ के बल लेटा हुआ था…नींद आ जाने के कारण पायल अपने आप को कोसने लगी…
पायल: (साहिल के ऊपेर झुकते हुए) तुमने मुझे जगाया क्यों नही ?
साहिल: वो चाची मुझे भी नींद आ गई थी…
पायल: (अपने होंठो पर मुस्कान लाते हुए) चल कोई बात नही…
और फिर पायल ने साहिल के होंठो पर अपने होंठो लगा दिए…फिर थोड़ी देर बाद उसने अपने होंठो को साहिल के होंठो से अलग किया…और बोली….”साहिल चल कपड़े पहन ले….बहुत देर हो गई है.तुझे तो स्कूल भी जाना होगा”
साहिल जल्दी से उठा और अपने कपड़े जो अभी तक पूरी तरह सूखे नही थी. पहनने लगा…पायल ने भी अपने कपड़े पहने…और घर को लॉक लगा कर अपने घर वापिस जाने लगी…
पायल: (रास्ते में) साहिल देखो जो कुछ भी हमारे बीच में हुआ. उसका किसी को पता नही चलना चाहिए…वरना तुम्हारे चाचा मुझे घर से निकाल देंगे….
साहिल: नही चाची मैं नही बताउन्गा…
पायल: देख साहिल अगर तू अपनी बात पर रहा है तो, में तुझे इतना मज़ा दूँगी. कि तू सारी उम्र मुझे याद करेगा….
साहिल और पायल थोड़ी देर बाद घर पहुच गए…नेहा ने साहिल को तैयार कर नाश्ता करवाया और फिर उसे स्कूल भेज दिया…पायल आज बहुत खुस थी…आज उसे कई महीनो बाद फिर से अपने जिस्म के आग को ठंडा करके जो सकून मिला था…उसके लिए वो कब से तरश रही थी…
दोपहर को जब स्कूल से साहिल वापिस आया, तो थोड़ी देर बाद गीता उसकी मा और भाभी भी आ गई….उनके साथ पायल के मामा की छोटी बेटी भी थी. जो साहिल की हम उमर थी…उसका नाम काजल था…उसने नीलम से कहा कि बुआ वो कुछ दिन पायल दीदी के साथ रहना चाहती है…और ख़ासतोर पर वंश को देखने के लिए आई थी…
इस लिए वो दो दिन यहाँ रहेगी….उसकी बात नीलम ने मान ली, दूसरी तरफ अपने रूम साहिल बेड पर बैठा नाश्ता कर रहा था कि, गीता उसके रूम आई, और साहिल के पास बैठ गई…थोड़ी देर खामोश रहने के बाद गीता ने धीरे से साहिल को कहा….
गीता: साहिल खाना खा कर ऊपेर छत पर आओ….
साहिल ने गीता की ओर देखा…साहिल खाना खा चुका था….गीता उसकी तरफ देखते हुए मुस्कुराइ, और उठ कर रूम से बाहर जाने लगी..साहिल भी थोड़ी देर बाद बेड से उठा….और रूम से बाहर आ गया…..पर जैसे ही गीता सीढ़ियाँ चढ़ने लगी….पीछे से उसे सिमरन की आवाज़ आई…
सिमरन: हाई गीता….आज स्कूल नही आई ?
गीता: (मन ही मन सिमरन को कोसते हुए) वो यार मामा के घर गई थी…उनके बेटे की मँगनी थी…
सिमरन: अच्छा तो मामा के यहाँ से घूम कर आ रही हो….
गीता: चल आजा छत पर चल कर बातें करते है…
साहिल अपने रूम में चला गया….और गीता और सिमरन छत पर चली आई. कल से बादल अभी भी आसमान में बने हुए थी..इसलिए मौसम ठंडा था. गीता और सिमरन चारपाई पर आकर बैठ गई….
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