RE: Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान
जब साहिल ने पायल को इस हालत में देखा तो, वो अपनी पलके अपना झपकाना भी भूल गया…पायल ने मुस्कराते हुए उसकी ओर देखा, और फिर एक तरफ पड़े बिस्तर को उठाने लगी…साहिल किसी बुत की तरह खड़ा ये सब देख रहा था…पायल ने बिस्तर उठा कर डोर के बिल्कुल बीच में बिछा दिया…रूम की छत रूम से थोड़ा ज़्यादा आगे तक बनाई गई थी…जिसके कारण बारिश तो अंदर नही आ रही थी…..
पर तेज हवा चलने के कारण पानी की ठंडी फुहार हवा के साथ आकर डोर के पास गिर रही थी…पायल ने वैसे ही वहाँ लेटे हुए साहिल की तरफ देखते हुए कहा…”पुत्तर लाइट बंद कर के 0 वाट दा बल्ब जगा दे…
साहिल को जैसे होश सा आया पायल की आवाज़ सुन कर, वो काँपते हुए लाइट के स्विच के पास गया…और ट्यूब लाइट ऑफ करके, 0 वाट का बल्ब जला कर पायल के पास आकर खड़ा हो गया…0 वॉट के बल्ब से रेड कलर की रोशनी निकल कर पूरे कमरे में फेल चुकी थी….पायल ने अपनी बाहों को उठा कर साहिल को अपने पास आने के लिए कहा…
साहिल बिस्तर पर बैठते हुए, पायल की बाहों में जाने लगा…जैसे ही साहिल पायल की बाहों की पहुच में पहुचा, पायल ने थोड़ा सा उठते हुए साहिल को अपनी बाहों में भर कर अपने ऊपेर खेंच कर अपने से चिपका लिया. और बेतहासा साहिल के गालो और गर्दन को चूमते हुए चाटने लगी…क्योंकि साहिल भी ऊपेर से नंगा था.जैसे ही साहिल के बदन और चाची पायल के बदन आपस में सटे…पायल को मस्ती की खुमारी सी छाने लगी….उसने साहिल को सिसकते हुए कहा…
पायल: पुत्तर मेरी लेनी है….
साहिल: (काँपति आवाज़ में)की चाची…
पायल: मेरे फुद्दि लेंगा….
साहिल ने हां में सर हिला दिया….पायल ने अपनी बाँहो को साहिल की नंगी पीठ पर कसते हुए कहा “पुत्तर अपनी चाची दे माममे खाली कर दे आज” देख किन्ना दूध बचा के रखया है तेरे लाये “ साहिल तो जैसे इस पल के इंतजार में था….उसने झुक कर पायल के राइट मम्मे को मूह में भर कर चूसना शुरू कर दिया…..पायल अपने निपल पर साहिल के होंठो के दबाव को महसूस करते सिसक उठी….”ओह्ह्ह साहिल पुत्तर हां चूस ले उंह सीईइ हइई”
साहिल अपनी चाची के नंगे जिस्म के ऊपेर था….भले ही पायल का जिस्म पानी से भीगा हुआ था…पर उसके बदन से उठ रही गरमी को साहिल सॉफ-2 महसूस कर पा रहा था….और जब तेज हवा के साथ बारिश के पानी की फुँहार पायल के बदन पर पड़ती….तो वो साहिल को अपने से और ज़ोर से चिपका लेती…..
साहिल पूरे जोश में आकर पायल चाची की निपल को चूस रहा था… पायल के मम्मे से गरम-2 दूध निकल कर साहिल के मूह में जा रहा था. “हाईए हां पी ले….मेरीए शेर आह जोर्र से चूस मेरे शेर पुत्तर” पायल के हाथ तेज़ी से साहिल की पीठ पर घूम रहे थे…पायल इतनी चुदास से भर चुकी थी कि, वो उसी पल साहिल के लंड को अपनी चूत में ले लेना चाहती थी….पर आज पायल जी भर कर इस रात का मज़ा लेने के मूड में थी…
इसीलिए पायल बीच-2 में अपने हाथों को साहिल की पीठ से हटा कर, उसके सर को अपने दोनो हाथों में पकड़ ऊपेर उठा देती…और उसका तना हुआ आधे इंच का निपल पक की आवाज़ से साहिल के मूह से बाहर आ जाता.. और फिर अपनी मदमस्त हो चुकी आँखों से साहिल की ओर देखते हुए कहती…
पायल: (मदहोशी भरी लड़खड़ाती आवाज़ में) साहिल्ल ओह्ह्ह तेनू किद्दा लग रहा है.मज़ा आ रहा है ना….
साहिल बिना कुछ बोले हां में सर हिला देता…और पायल फिर से उसके होंठो को अपने निपल पर लगा देती…साहिल भी बिना एक पल रुके उसके मम्मे को मूह में भर लेता “आह ओह्ह्ह्ह साहिल चुस्स्स पुत्तर हां पूरा खा जा अपनी चाची दे मम्मे….सीईईई हाईए ओईए तू तां बहुत वाडया मम्मा चूस्दा है” पायल की सिसकारियाँ पूरे रूम में गूंजने लगी थी…
अब पायल से बर्दास्त करना मुस्किल होता जा रहा था….उसकी चूत ने भी अपने प्यार के मोतियों को चूत के छेद पर ला दिया था…पायल ने फिर से अपने हाथों में साहिल के सर को पकड़ कर ऊपेर उठाया…पायल के मम्मे का निपल खिंचते हुए पक की आवाज़ से साहिल के मूह से बाहर आ गया…
पायल: (सिसकारियाँ लेते हुए) साहिल मेरी लेनी है…
इस बार साहिल को अपनी चाची की बात का मतलब पता था…..उसने भी काँपते हुए अपने सर को हां में हिला दिया….पायल के होंठो पर वासना से भरी मुस्कान फेल गई…उसने अपने हाथों को नीचे लेजा कर साहिल की कमर से टवल को हटा कर रूम के अंदर की तरफ फेंक दिया….
फिर पायल ने अपनी टाँगों को पूरा खोल कर फेला दिया और साहिल के कंधो पर हाथ रखते हुए, उसे पीछे की ओर उठाते हुए, उसे घुटनो के बल बैठा दिया….साहिल अपनी आँखों को फाडे, चाची की जाँघो के बीच उस चीज़ को देख रहा था….जिसे देखने की ललक उसके मन में कब से थी…
एक दम काले और घने बालो से भरी हुई चूत…साहिल का तो देख कर ही बुरा हाल था…अजीब सी उत्सकता के कारण उसके हाथ पैर काँप रहे थे.. पायल ने साहिल की तरफ देख कर मुस्कराते हुए कहा….”अपनी चाची दी फुददी मारेंगा….” साहिल ने अपनी नज़रे चाची की चूत से हटा कर पायल के फेस की तरफ देख कर हां में सर हिला दिया….
पायल: आजा मेरे शेर पुत्तर…मार ले अपनी चाची दी फुद्दि…
पर साहिल को क्या पता कि, छूट कैसे मारी जाती है…..साहिल वैसे ही बुत बने हुए बैठा था…पायल भी इस बात से अंजान ना थी…उसने मुस्कराते हुए, अपनी टाँगों को घुटनो से मोड़ कर ऊपेर उठाया, और फिर अपनी जाँघो को दोनो ओर फेला दिया….जिससे पायल की चूत की फांके जो पहले आपस में सटी हुई थी…एक दम से खुल गई….और साहिल की फांको के अंदर गुलाबी भाग दिखाई देने लगा…
पायल जानती थी, कि साहिल ऐसा पहली बार कर रहा है….इसीलिए वो अपने आप कुछ नही कर पाएगा…उसने साहिल की ओर देखते हुए अपने दोनो हाथों को अपनी चूत की फांको पर ले आए, और अपनी चूत की फांको को फेलाते हुए, अपनी चूत का गुलाबी छेद साहिल की आँखों के सामने कर दिया…
पायल की चूत का छेद पायल की चूत से निकले कामरस से लबलबा रहा था. और कभी सिकुरता और कभी फैलता…जिससे उसके कामरस की ओस की बूंदे चूत के छेद से बाहर बहने लगती..”आ देख पुत्तर तेरे चाची दी फुद्दि. तेनू इस्स्दे विच छेद दिखाई दे रहा है ना” साहिल की नज़रे चाची की चूत पर थी….और कान चाची की बातों को सुन रहे थे….
साहिल ने हां में सर हिला दिया “बस फेर पा डी अपना लंड मेरी फुद्दि छ फाड़ दे अपनी चाची दी फुद्दि…” साहिल चाची की बातों को सुन कर पूरे जोश में आ चुका था…उसने अपने लंड को हाथ में पकड़ और थोड़ा आगे सरकते हुए, अपने लंड के सुपाडे को चाची की चूत के छेद पर लगा दिया..
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