RE: Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान
गीता: (धीरे से साहिल के कान पास जाकर फुसफुसाते हुए) तू किसी को बतायेगा तो नही….(साहिल ने ना मे सर हिला दिया) देख अगर तूने ये बात किसी को बताई तो, मैं वो बुक तेरी मम्मी को दिखा दूँगी….
साहिल: नही मैं किसी को नही बताउन्गा….सच मे प्रॉमिस….
गीता ने धड़कते हुए दिल के साथ विंडो से नज़र मारी, फिर साहिल के तरफ मुस्कराते हुए देखते हुए, अपनी कमीज़ को पकड़ कर ऊपेर उठाना शुरू कर दिया…साहिल हैरत से गीता की तरफ देख रहा था…..धीरे-2 उसकी कमीज़ ऊपेर उठ रही थी, और उसका गोरा बदन साहिल की आँखों के सामने आता जा रहा था….उसका वो भरा हुआ मांसल पेट और नाभि देखते ही, साहिल के लंड मे हलचल होने लगी…..
साहिल को यूँ घूरता देख गीता मंद मंद मुस्करा रही थी…फिर उसने अपनी कमीज़ को अपनी चुचयों के ऊपेर तक उठा दिया….गीता की 38 साइज़ की चुचियाँ वाइट कलर के ब्रा मे बेहद कसी हुई थी, और ऊपेर से बाहर आने के लिए मचल रही थी….गीता ने एक बार फिर से बाहर की तरफ देखा, और फिर साहिल की तरफ….”तू किसी को बताना नही याद है ना..” साहिल ने भी हां मे सर हिला दिया, और उसकी ब्रा मे क़ैद चुचियो को देखने लगा…..गीता ने अपनी ब्रा के कप्स को नीचे से हाथ डाल कर ऊपेर उठा दिया….ब्रा टाइट होने के कारण जैसे ही ऊपेर हुई, गीता के बड़ी-2 चुचियाँ उछल कर बाहर आ गयी…..
उसकी चुचियों को थिरकते हुए देख कर साहिल का लंड भी झटके खाने लगा…साहिल गीता से कद मे काफ़ी छोटा था….इसलिए गीता के निपल्स ठीक उसके होंटो के सामने आ गये….गीता ने मुस्कराते हुए देखा, और फिर साहिल के सर को एक हाथ से सहलाते हुए अपनी तरफ खेंचने लगी….
गीता: बता कैसे है मेरे दूध….
साहिल: अच्छे है….
गीता: तू भी चुसेगा मेरे दूध….
साहिल का तो केलज़ा मूह को आ गया….उसे अपने कानो पर यकीन नही हो रहा था…वो कभी उसकी चुचियों की तरफ देखता, तो कभी गीता के फेस की तरफ, गीता साहिल की मनोदशा समझ चुकी थी….उसने साहिल के फेस को अपने दोनो हाथ मे भर कर अपने मम्मो की तरफ उसके होंटो को बढ़ाना शुरू कर दिया…..जैसे ही, साहिल के होन्ट उसके लेफ्ट मम्मे के पास आए, साहिल ने अपना मूह खोल कर उसका निपल मूह मे भर लिया……
जैसे ही गीता को साहिल की गरम जीभ का अपने निपल पर अहसास हुआ, गीता ने अपने सर को पीछे की ओर कर लिया…..और नाक से गहरी साँस अंदर को खेंचते हुए, साहिल को अपने मम्मो पर दबाने लगी…”सीईईई उंह साहिल ज़ोर से चूस अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह तुझे दूध बहुत अच्छे लगते है ना”
साहिल के लिए ये पहला अनुभव था…..और गीता को यूँ मस्ती मे सिसकते हुए देख कर नज़ाने साहिल के मन मे क्या आया, उसने और ज़ोर से गीता के निपल को चूसना शुरू कर दिया…..”उंह साहिल चूस इसे ज़ोर से मेरे मम्मे चुस्स” गीता एक दम गरम हो चुकी थी…..उसकी आँखें बंद होने लगी….उसने साहिल का हाथ पकड़ कर अपने दूसरे मम्मे पर रख दिया…और अपने हाथ से साहिल का हाथ दबा कर अपने मम्मे को दबाने लगी…
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