RE: Kamukta Story कामुक कलियों की प्यास
धरम अन्ना- वाउ पर्फेक्ट बस लगे रहो… कैमरा करीब लो… पोज़ अच्छा आना चाहिए…!
सचिन ने लौड़ा रचना के मुँह में देना चाहा मगर उसने नहीं लिया। सचिन अपना मज़ा खराब नहीं करना चाहता था इसलिए उसने आपने लौड़े पर थूक लगाया
और डाल दिया रचना की चूत में।
रचना- आ..हह.. उई फक बास्टर्ड फक मी।
सचिन- चुप साली हरामी तू है, ले अब देख मेरा कमाल आ..हह.. ओह…!
सचिन ताबड़-तोड़ लौड़ा पेलता रहा और रचना तड़पती रही। बीस मिनट की चुदाई के बाद दोनों झड़ गए।
धरम अन्ना- कट… मस्त एकदम हॉट… मज़ा आ गया… इसे कहते है पर्फेक्ट शॉट…!
रचना ने सचिन को धक्का दिया, “हटो भी अब..!” उसने जल्दी से मैक्सी पहन ली और बैठ गई। वहाँ खड़े सब की नज़रें रचना को घूर रही थीं, जैसे उसे
अभी खा जाएँगे। सब की पैन्ट में तंबू बना हुआ था।
रचना- शरद मैं जानती हूँ ये कोई फिल्म नहीं है। तुम सब मेरा इस्तेमाल कर रहे हो। अब बताओ ये सब क्या है मैं पहले ही समझ गई थी, पर इस कुत्ती ललिता के कारण इस हरामी से चुदी हूँ। अब बताओ बात क्या है?
सचिन- मादरचोद मेरे को हरामी बोलती है… रुक तेरे को मैं अभी बताता हूँ..!
शरद- नो सचिन… रूको धरम अन्ना बताओ इस रंडी को कि क्या हो रहा है यहाँ…!
धरम अन्ना- जवाब तुमको हम देता जी ये पॉर्न-मूवी होना जी…. तुमने जो कॉन्ट्रैक्ट साइन किया था, वो दरअसल एक ट्रिपल एक्स ब्लू-फिल्म है, मालूम है न.. ये हिन्दी की ब्लू-फिल्म लाइन है। मैं धरम अन्ना स्वामी ब्लू-फ़िल्मों का बेताज बादशाह।
रचना- ओह माय गॉड शरद जी आपने मुझे ब्लू फिल्म के लिए तैयार किया। आई हेट यू… मैं आपको कभी माफ़ नहीं करूँगी…!
शरद- चुप साली राण्ड मैंने नहीं तेरे उस बहनचोद भाई ने मुझे कहा कि मेरी बहन टॉप की रंडी है, किसी भी फिल्म में काम कर लेगी और साली जब तू मुझसे चुद सकती है, अपने सगे भाई के सामने बिकनी में जा सकती है, अपनी बहन के साथ नंगी सेक्स कर सकती है, अपने सगे भाई से गाण्ड मरवा सकती है, तो सचिन में क्या बुराई है…!
रचना- चुप करो, तुम सब ने मिलकर मुझे धोखा दिया है। मैं तुम सब को छोडूंगी नहीं…!
अशोक- चुप साली क्या कर लेगी तू.. हाँ अब देख हम तेरा क्या हाल करते हैं तूने जैसे सि..!
अशोक आगे सिम्मी का नाम लेता, उसके पहले ही शरद ने उसे रोक लिया।
शरद- नहीं अशोक, चुप… तू कुछ मत बोल अगले सीन की तैयारी कर अबकी बार तू चोद साली को…!
रचना- नो.. अब अगर किसी ने मुझे हाथ भी लगाया तो अच्छा नहीं होगा, मैं तुम सब को जेल की हवा खिला दूँगी और ललिता तेरा तो वो हाल करूँगी कि तू याद रखेगी…. तूने भी इनका साथ दिया हाँ…!
ललिता- दीदी प्लीज़ बस भी करो, आपने जैसा किया, वैसा ही आपको मिल रहा है। अब भुगतो शरद जी, भाई कहाँ है, उनके साथ आपने क्या किया…?
शरद- वो भी आ जाएगा, पहले इस रंडी का तमाशा तो देखने दो…!
धरम अन्ना- अशोक जी तुम जाओ जी… उसके बाद हम इसको चोदना… साली बहुत तड़पाती है और ये कैमरा बन्द करो जी अब क्या फायदा.. साली अब थोड़े ही अपनी मर्ज़ी से शॉट देगी। अब तो जबरदस्ती ही करनी पड़ेगी।
रचना रोने लगती है और शरद से पूछती है, “आख़िर मैंने किया क्या है?”
शरद- चुप साली तूने मेरी सिम्मी को मुझ से छीन लिया, अपनी जलन में तू अंधी हो गई थी… हाँ अब देख तेरा क्या हाल करता हूँ मैं।
सिम्मी का नाम सुनकर रचना का मुँह खुला का खुला रह गया।
रचना- स..स..सिम्मी.. तुम उसको कैसे जानते हो? कौन हो तुम?
अशोक भी अपना आपा खो चुका था और वो भी रचना को गाली देने लगा।
अशोक- साली कुत्ती मेरी बहन थी वो, जान से भी ज़्यादा प्यारी बहन और तूने उसको मार दिया।
रचना- प्लीज़ मुझे छोड़ दो दुखता है, मैंने कुछ नहीं किया, तुमको गलतफहमी हुई है। प्लीज़ छोड़ दो उउउ.. मैंने कुछ नहीं किया…!
शरद- अशोक ला तो जरा उन दोनों को…!
अशोक कुछ नहीं बोलता और सीध बेसमेंट की ओर चला जाता है।
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