RE: Real Sex Story मीनाक्षी की कामवासना
अगले दो दिनों तक राज साईट पर नहीं गया। वो केवल सीमा को मोनू से चुदवाता हुआ देखता रहा। मोनू ने दो दिनो में १६ बार सीमा की चुदाई की। सीमा की चूत का मुँह एक दम खुल चुका था। लेकिन उसे अब भी चलने फिरने में दिक्कत हो रही थी। उसकी चूत मोनू से चुदवा-चुदवा कर एक दम सूज गयी थी और किसी डबल-रोटी की तरह फूल चुकी थी। उन दो दिनों में मैंने मोनू से एक बार भी नहीं चुदवाया, केवल सीमा ही चुदवाती रही। मैं चुदवाने का खूब मज़ा लेना चाहती थी।
मेरे मन में ख्याल आया कि मुझे किसी दूसरे मर्द का इंतज़ाम कर लेना चाहिए। तभी हम दोनों चुदाई का खूब मज़ा ले पायेंगी। तीसरे दिन मैं राज के साथ दूसरी साईट पर गयी। वो साईट एक आदिवासी इलाके में थी। सीमा और मोनू घर पर ही थे। मैंने उस साईट पर भी एक आदमी देखा। वो आदिवासी था और उसका रंग एक दम साँवला था लेकिन था बहुत ही हट्टा कट्टा। उसका लंड मुझे मोनू के लंड से भी मोटा और लंबा लगा।
मैंने राज से उसे भी घर पर काम करने के लिए रखने को कहा। राज ने उससे बात की तो वो राजी हो गया। उसका नाम झबरू था। वो हमारे साथ घर आ गया। जब उसे मालूम हुआ कि उसे मेरी और सीमा की चुदाई करनी है तो उसने इनकार कर दिया। मैंने उस से वजह पूछी तो उसने कहा, “मेरा लंड बहुत ही लंबा और मोटा है। मैं एक घंटे के पहले नहीं झड़ पाता। मैं पहले भी दो लड़कियों को चोद चुका हूँ। एक बार की चुदाई में ही उनकी चूत बुरी तरह से फट गयी थी और कुछ दिनों के बाद वो दोनों ही इस दुनिया में नहीं रही। उसके बाद मैंने कसम खायी कि अब मैं किसी की चुदाई नहीं करूंगा।”
मैंने कहा, "ठीक है, तुम मोनू का लंड देख लो। हम दोनों ने बड़े आराम से इसके लंड से खूब चुदवाया है।”
मैंने मोनू से कहा, “तुम झबरू को अपना लंड दिखा दो।
मोनू ने झबरू को अपना लंड दिखाया तो झाबरू ने कहा, “इसका लंड तो मेरे लंड से बहुत पतला और छोटा है।”
मैंने झबरू से कहा, “जरा मैं भी तो देखें कि तुम्हारा लंड कैसा है?”
वो बोला, “हाँ, मैं अपना लंड जरूर दिखा सकता हूँ लेकिन मैं तुम दोनों को चुइँगा नहीं।” झबरू ने अपना निक्कर उतार दिया। उसका लंड देख कर मैं घबड़ा गयी। उसका लंड वाकय बहुत लंबा और मोटा था।
मैंने कहा, “अभी तुम्हारा लंड ढीला है। पहले इसे खड़ा करो। उसके बाद ही तुम्हारे लंड के सही साईज़ का पता चलेगा।”
उसने कहा, "मैं अपने लंड को अपने हाथ से कभी नहीं खड़ा करता। इसे तुम दोनों को ही खड़ा करना पड़ेगा।” झबरू के लंड को देख कर सीमा बहुत जोश में थी और वो उसके लंड को लालच भरी निगाहों से देख रही थी। मैंने सीमा को इशारा किया तो उसने झबरू का लंड सहलाना शुरू कर दिया। थोड़ी ही देर में झबरू का लंड खड़ा होने लगा। उसका लंड खड़ा होने के बाद किसी मूसल की तरह दिख रहा था। झबरू का लंड लगभग नौ इंच लंबा और तीन इंच चौड़ा था।
मैंने थोड़ा सोचते हुए कहा, “हम दोनों तुम्हारे लंड से चुदवाने के लिए तैयार हैं।”
सीमा ने तुरंत ही कहा, “दीदी, मैं झबरू से नहीं चुदवाऊगी। केवल तुम ही चुदवा लो।”
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