RE: Bhabhi ki Chudai भाभी का बदला
तान्या भी वही सब सोच रही थी, क्यूंकी नेक्स्ट वेनसडे को जब उसने गेस्टहाउस के रूम का डोर खोला तब वो बिल्कुल नंगी थी!
"मैने सोचा टाइम क्यों वेस्ट किया जाए,” तान्या मुस्कुराते हुए, डोर को बंद करते हुए कहा, और धीरज की शर्ट के बटन खोलने लगी.
"बेशक, तुम सही कह रही हो!" धीरज ने एक गहरी साँस लेते हुए कहा और तान्या के नंगे कंधों को अपने हाथों से पकड़ कर अपने पास खींच लिया. “तुम वाकई में बहुत खूबसूरत हो,” धीरज ने तान्या के नंगे बदन पर नज़र फिराते हुए कहा. धीरेज की आँखों में वासना भरी हुई थी, मानो वो तान्या के नंगे बदन के दृश्य को आत्मसात करना चाहता हो, उसकी कड़क चूंचियाँ, उसका पतला चिकना पेट, और ट्रिम किया हुआ झान्टो का त्रिकोण, जो उसकी चूत के उभार को छुपा रहा था. जैसे ही धीरज ने तान्या को पीछे से देखने के लिया घुमाया, उसकी नज़रें तान्या की गोरी चिकनी लंबी टाँगों पर जम गयी. जब उसकी नज़रें तान्या की गान्ड का जायज़ा ले रही थी, तब उसने एक हल्की से सीटी बजा दी.
"मुझे शरम आ रही है!" तान्या हंसते हुए बोली, और धीरज के हाथों को अपने कंधे के उपर से झटक दिया, और घूम कर धीरज के कपड़े उतारने लगी. "क्या वाकई में मैं तुम को बहुत खूबसूरत लगती हूँ?" तान्या ने अपनी आइब्रो चढ़ाते हुए पूछा, और उसने धीरज की पॅंट को घुटनों के नीचे खिसका दिया.
"तुम इतनी खूबसूरत हो, कि बस तुम्हारी चूत में लंड पेलने के लिए बस अब मुझसे और ज़्यादा इंतेजार नही होता," धीरज ने जवाब दिया, और अपने जूते और पॅंट को उतारकर फेंक दिया. जब वो पूरा नंगा हो गया, तब तान्या ने अपनी बाहें उसके गले में डाल दी, और अपने आप को धीरज के शरीर से चिपका लिया.
"मुझे मालूम था, तुम ये ही कहोगे!" तान्या फुसफुसाते हुए उसके कान के पास आकर बोली. “राज से पहले कॉलेज में ही बस एक बार एक लड़के ने मेरी चूत चाटी थी, राज के साथ करते करते मैं अब बोर हो चुकी हूँ, मेरी भी कुछ इच्छायें हैं. बस अब इंतेजार नही होता, बस सोच कर ही मेरी चूत पानी छोड़ रही है,” तान्या ने एक गहरी साँस लेते हुए कहा, और धीरज का हाथ पकड़ कर उसको बेड के पास ले गयी.
"चूत चाटने का अपना एक अल्ग ही मज़ा है, जब से मेरी और डॉली की शादी हुई है, मैं पहले दिन से चुदाई से पहले डॉली की चूत चाटना चाहता था, लेकिन डॉली को चूत चटवाना बिल्कुल पसंद नही है, उसको ये बहुत डिज़्गस्टिंग लगता है, इसलिए मैं भी डॉली के उपर चूत चटवाने के लिए ज़्यादा दबाव नही डालता," धीरज तान्या के पीछे चलते हुए बोला. लेकिन आज वो अपनी सलहज की चूत चाटने वाला था, ये सोच कर ही उसका लंड खड़ा होकर फूँकार मार रहा था.
"मुझे तो अपनी चूत चटवाने में बहुत मज़ा आता है," तान्या बेड पर चढ़कर, पीठ के बल लेटती हुई बोली. और धीरज को मानो चूत चाटने के लिए आमंत्रित करते हुए उसने अपनी दोनो टाँगें चौड़ी कर के फैला दी.
जैसे ही धीरज, तान्या की टाँगों के बीच आया "वाउ!" उसके मूँह से अपने आप निकल गया, और वो तान्या की टाँगों के बीच पोज़िशन लेते हुए फुसफुसाते हुए बोला, “तुम्हारी चूत तो पहले सी काफ़ी गीली है.” तान्या ने अपनी दोनो जांघें चौड़ा रखी थी, और उसकी चूत से निकल रहे लिसिलीसे पानी से उसकी चूत चमक रही थी. धीरज ने नाक से एक गहरी साँस लेकर तान्या की चूत की सुगंध को सूंघ कर अपने अंदर सम्माहित करने लगा. तान्या की चूत की सुंगंध में मानो कोई नशा था, जो धीरज पर चढ़ने लगा था. हालाँकि, तान्या को और ज़्यादा गरम करने की कोई आवश्यकता नही थी, फिर भी धीरज उसकी चूत के आस पास चाट रहा था, और कुछ देर वो चूत के होंठों को चाटना अवाय्ड कर रहा था.
"म्म्म्ममम," तान्या कराह उठी, और अपनी गान्ड को इस कदर बेचैन होकर इधर उधर हिलाने लगी, जिस से किसी तरह उसकी चूत धीरज की जीभ से छू जाए. फाइनली, धीरज ने अपना चेहरा, तान्या की फडक रही चूत के उपर लाकर, उसकी चूत के छेद को नीचे से उपर तक चाट लिया. तान्या की चूत का स्वाद, और उसकी सुगंध अविश्वनिय थी, और धीरज को लग रहा था, मानो तान्या की चूत को चाटते चाटते कहीं वो झड ना जाए.
"ओह हां! ओह धीरज!" तान्या कराह उठी, जैसे ही धीरज ने उसकी चूत के एक होंठ को अपने मूँह में भर कर चूस लिया. अपनी जीभ को तान्या की चूत के चारों तरफ घुमाते हुए, धीरज उसकी चूत के एक होंठ को मूँह में भर लेता, और फिर दूसरे को.
"ओह भगवान! बहुत मज़ा आ रहा है!" तान्या गहरी साँस लेते हुए बोली. धीरज अपने हाथतान्या के घुटनों के नीचे ले गया, और उसकी दोनो टाँगें उपर कर दी, जिस से उसको तान्या की रसीली चूत तक पहुँचने में आसानी हो गयी. तान्या की चूत के गीले होंठों के बीच अपनी जीभ फिराते हुए, धीरज उसकी चूत से निकल रहे लिसलिसे पानी को चाटे जा रहा था, और चूत में अपनी जीभ घुसा कर तान्या का मुख मैथुन कर रहा था.
जैसे ही धीरज ने उसकी चूत के गीले छेद में अपनी जीभ को अंदर बाहर करना शुरू किया, "ओह! धीरज! ओह! चोद दो मुझे प्लीज़!" तान्या चिल्ला उठी. तान्या की चूत पानी छोड़ कर बेहद गीली हो चुकी थी, और धीरज के अपने सिर को इधर उधर साइड में घुमाने के कारण, उसके मूँह और गालों को उसकी चूत से निकले पानी ने गीला कर दिया था. तान्या बेड पर किसी बिन पानी की मछलि की तरह तड़प रही थी, और धीरज के सिर के बालों को पकड़कर अपनी गरमा चूत को उसके मूँह पर रगड़ रही थी.
जैसे ही धीरज ने तान्या की चूत के दाने से नीचे, चूत के छेद के उपरी हिस्से को अपनी जीभ से चाटा, "ओह भगवान! हाां!" तान्या कराह उठी. धीरज ने दो उंगलियाँ तान्या की चूत में घुसा दी, और उनको अंदर बाहर करने लगा, और चूत के दाने को अपनी जीबे से च्छेड़ने लगा. जब धीरज ने चूत के दाने को अपने मूँह में भरा, तान्या मानो पागल हो गयी.
"ओह! चोद दो!" तान्या' कराह उठी, और अपने शरीरी को लहराते हुए अपनी चूत को धीरज की उंगलियों और मूँह पर घिसने लगी. "प्लीज़ डॉन'ट स्टॉप! मैं झडने ही वाली हूँ, धीरज! डॉन'ट स्टॉप!"
तान्या ने धीरज के सिर को अपने हाथ से पकड़ रखा था, और अपनी चूत को उसके मूँह पर घिस रही थी. धीरज उसकी चूत को चाटे जा रहा था, और जिस तरह से तान्या अपने बदन को लहरा रही थी, उसकी वजह से चूत के दाने को मूँह में भरे रखना थोड़ा मुश्किल हो रहा था. तभी तान्या ने अपनी चूत को उसकी उंगलियों के गिर्द टाइट कर लिया, और एक ज़ोर से कराह उठी.
"आआअरर्र्र्रररगगगगगघह!" तान्या चीखी, और धीरज के सिर को अपनी चूत के उपर दबा लिया, और वो झडते हुए, जोरों से काँपने लगी. जब तान्या ने धीरज के सिर के उपर से अपने हाथ का दबाव कम किया, तो धीरज उसकी चूत से निकल रहे रस को चाटने लगा. धीरज उसकी चूत को बहुत देर तक वैसे की चाटता रहा, और कुछ देर बाद, तान्या फिर से अपनी चूत को उसके मूँह पर गान्ड हिलाकर घिसने लगी.
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