RE: Bhabhi ki Chudai भाभी का बदला
मैने अपने दोनो हाथों को बिना बॅंडेजस के दिखाते हुए बोला, “अब सब ठीक हो गया मौसी, देखो.” मेरी नज़र मौसी के गाउन पर टिकी हुई थी, मुझे इस तरह देख, मौसी थोड़ा शरमा गयी.
हम दोनो वहाँ सोफे पर कुछ देर बिना कुछ बोले, वैसे ही बैठे रहे.
फिर मौसी थोड़ा झिझकते हुए बोली, “मैं नहा कर आती हूँ, फिर तुम से कुछ बात करनी है.”
मौसी अपने रूम में जाकर, अपने कपड़े लेकर बाथरूम में घुस गयी, और मुझे पानी की आवाज़ से पता चल गया कि वो अब नहा चुकी हैं, और शायद अब वो अपने आप को टवल से पोंछ रही होंगी. मैं सोफे से उठा, अपने कपड़े उतारे, और सिर्फ़ बॉक्सर पहन कर, बाथरूम का डोर खोलकर बाथरूम में अंदर घुस गया.
“राज ! ये तुम क्या कर रहे हो??!!!” मौसी ने अपने नंगेपन को मुझसे छुपाते हुए, ज़ोर से चीखकर बोला, उन्होने अपना एक हाथ अपने मम्मों पर रख लिया, और दूसरे हाथ से चूत के उपर बने झान्टो के त्रिकोण को छुपाने का प्रयास करने लगी.
“आप…..आप..मुझसे बात करना चाहती थी ना” मैं घबराते हुए बोला.
मौसी ने अपना एक हाथ उस झान्टो के त्रिकोण पर से हटाया और, शवर को ठीक से बंद कर दिया, जिस से उस से पानी का टपकना बंद हो गया.
“मैने यहाँ बाथरूम में बात करने को तो नही कहा था!” मौसी ने डाँटते हुए कहा.
मैने थोड़ा घबराते हुए उनकी तरफ देखा, और हम दोनो के शरीर के पास आने के कारण निकलती हुई गर्माहट को महसूस करने लगा.
“तुमने क्या सोचा था?” मौसी ने पूछा.
“उः….मैने.... सोचा……उः….” मैं हकलाते हुए बोलने की कोशिश करने लगा, और मौसी की आँखों में मुझे समझने की प्रतिक्रिया का इंतेजार करने लगा.
शायद मौसी समझ चुकी थी, कि मैं क्या सोच रहा हूँ, लेकिन वो समझने का प्रयास नही करना चाहती थी. वो मुझे शब्दों के जाल में फँसता हुआ देख रही थी.
तभी अचानक मैने आगे झुककर मौसी के होंठों पर अपने होंठ रख दिए !
“म्म्म्ममममममफ़!!!” मौसी के मूँह से आवाज़ निकली, उन्होने इस किस की कल्पना भी नही की थी, और वो मुझसे दूर होने का प्रयास करने लगी, और अभी भी अपने हाथों से मम्मों और झान्टो के उपर रखे हुए, उनको छुपाने कर प्रयत्न करती रही.
मैने किस करते हुए, अपने होंठों का दबाव बढ़ा दिया, और ज़ोर ज़ोर से अपने सिर को उपर नीचे करते हुए मौसी के होंठों को चूसने लगा. मौसी पर भी मेरे किस का जादू चलने लगा था, उनके शरीर में भी अजीब सी लहर दौड़ गयी. उनका प्रतिरोध अब धीमा होने लगा, और ना चाहते हुए भी वो मेरी किस का किस से जवाब देने लगी.
फिर एक दम ज़ोर से मौसी ने किस तोड़ते हुए मुझे दूर करने के लिए एक धक्का दिया.
“प्लीज़…प्लीज़ राज, चले जाओ यहाँ से , हम मेरे रूम में बात करेंगे,” मौसी ने हान्फते हुए कहा.
मैं बेमन से बाथरूम से बाहर निकल आया, और वहाँ पर टॅंगी टवल को पोछने के लिए अपने साथ मौसी के रूम में ले आया. उधर बाथरूम में जब मौसी को टवल नही मिली, तो वो अपना पुराना वाइट गाउन पहन कर ही, अपने बालों में कंघी करते हुए अपने रूम में आ गयी, उनका वो विल्टी गाउन गीला होकर उनके शरीर से चिपक गया था, और उसमे से उनके शरीर के उभार सॉफ दिखाई दे रहे थे, और निपल्स का तो कहना ही क्या. मौसी को मेरे से बात करने आने के लिए और कोई ऑप्षन भी नही था.
जैसे ही मौसी अपने रूम में दाखिल हुई, उन्होने मुझे अपनी कमर पर तौलिया बाँध कर खड़ा हुआ पाया. मैं मौसी को उस रूप में देखता ही रह गया, और मेरी आँखें फाड़ फाड़ कर उनको उस गीले गाउन में, जो उनके शरीर से चिपका हुआ था, देखने लगा.
“हमको इस बारे में बात करनी होगी राज” मौसी ने बोलना शुरू किया. “ये सब कुछ नही चल सकता.”
“मौसी…आइ’म सॉरी, लेकिन क्या करूँ, मुझे अपने आप पर कंट्रोल ही नही होता” मैं बोला. “मैं कल से बस इसी के बारे में सोच रहा हूँ!”
“हम दोनो को कल की बात को भूल कर, आगे बढ़ना होगा, जो हुआ उसको भूल जाओ. जब तुम्हारी तान्या से शादी हो जाएगी तो तुम अपने आप ये सब भूल जाओगे” मौसी बोली. “जो कुछ हुआ वो सचमुच सही नही है!”
“नही, मौसी आप समझ नही रही हैं!” मैं उनको समझाते हुए बोला. “जो हमने किया वो ग़लत नही है. ये सब आप की वजह से हुआ है मौसी!”
“मैं.... मैं... कुछ समझी नही....” मौसी ने सवालिया नज़रों से मेरी तरफ देखते हुए कहा.
“मौसी, आप हो ही इतनी ज़्यादा सेक्सी!!” मैं उनके शरीर पर नज़रें फिराते हुए बोला. “मैं बस ये ही सोचता रहता हूँ कि आप के शरीर में से कितनी मादक खुश्बू आती है, आप कैसा दिखती हैं, आप की स्किन कितनी सॉफ्ट है और... और...”
“चुप हो जाओ,राज!!” मौसी ज़ोर से चीख कर बोली, और मुझसे दूर हट गयी.
मौसी ने अपनी आँखें बंद कर ली, मानो इस से उनका सुनना बंद हो जाएगा, और जो कुछ मैं बोल रहा था उसको वो नही सुनेंगी. असलियत ये थी, कि मेरी बातों का उन पर असर होने लगा था. मेरे बोलने से उनकी चूत में खुजली मचनी शुरू हो गयी थी, और पूरे शरीर पर खुमारी चढ़नी शुरू हो गयी थी.
“मैं... मैं अपनी आँखें बंद करके सोचने लगता हूँ मानो हम दोनो बाथरूम में शवर के नीचे हैं,” मैने कहा. “मैं महसूस कर सकता हूँ कि आप मेरी बाहों में हो, और हम दोनो बेतहाशा एक दूसरे को किस कर रहे हैं, और हमारे शरीर एक दूसरे से चिपके हुए आपस में फिसल रहे हैं. फिर आप मेरा लंड पकड़ लेती हो, और फिर उसे चूत के मूँह पर अपने हाथ से लगाकर, अपने अंदर घुसा लेती हो! हे भगवान, मौसी, कितना मज़ा आया था!!”
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