RE: Bhabhi ki Chudai भाभी का बदला
जब गीजर का पानी थोड़ा गरम हो गया, तब मैं तान्या के पीछे पीछे शवर के नीचे गया और हम बारी बारी गीला होने लगे. जब मैं साबुन उठाने ही वाला था तभी तान्या ने मुझे रोका और मुझसे चिपक गयी. हम एक दूसरे से इतना ज़्यादा टाइट्ली चिपके हुए थे कि पानी हमारे शरीर के बीच में घुस भी नही पा रहा था. तान्या की चूंचियाँ मेरी छाती से ज़ोर दबी हुई थी, मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, मेरे हाथ तान्या की गान्ड की गोलाइिओं पर घूम रहे थे. कुछ देर बाद तान्या ने अपना चेहरा घुमाया और मेरी छाती पर हल्के से किस कर लिया.
हम एक दूसरे से कुछ दूर हुए, तान्या ने मेरी आँखों में देखा. "तुम ... तुम कहीं मुझसे इस बात से नाराज़ तो नही हो कि मैं डिल्डो यूज़ करती हूँ, नाराज़ हो क्या?"
"मैं तुमसे नाराज़ हूँ?" मैं चौंक के बोला. "बिल्कुल नही! पहली बात तो ये है कि मैं बहुत सालों से मूठ मार रहा हूँ, तो फिर मैं इस के बारे में कुछ भी बोलने का अधिकार नही रखता, और दूसरी बात इस डिल्डो की वजह से ही हम एक दूसरे के करीब आ पाए, मैं तो तुम्हारे डिल्डो को थॅंक्स बोलना चाहूँगा!"
"सच में?"
"हां, सच में!"
तान्या: "चलो तो फिर ठीक है! अब मैं तुम्हारे साबुन लगाती हूँ और तुम मुझे लगाओ."
हम दोनो एक दूसरे को साबुन लगाने लगे. लेकिन मैं तान्या की चुचियों को काफ़ी देर तक मल्ता रहा, मैं मानो उनमे खो ही गया था, तान्या की चूंचियाँ मेरी उंगलियों के बीच कितनी सॉफ्ट और मुलायम फील हो रही थी, और उसके निपल्स कैसे पायंटेड होकर कड़े हो गये थे. जैसे ही तान्या का हाथ मेरे लंड पर पहुँच कर उस पर फिसलने लगा वो चिहुन्क उठी. तान्या के मूँह से हल्की हल्की सिसकियाँ निकल रही थी जब वो मेरे लंड को आगे पीछे कर रही थी. तान्या के मेरे लंड से खेलने के कुछ देर बाद, मेरा लंड फुल फॉर्म में आ गया और फन्फनाते हुए छत की तरफ देख के अकड़ने लगा.
"तुम्हारा तो फिर से खड़ा हो गया," तान्या ने शररारती अंदाज में मुस्कुराते हुए कहा.
"ये सब तुम्हारी वजह से हुआ है, तान्या. लेकिन, अब जब ये खड़ा हो ही गया है, तो फिर क्या विचार है, जब तुम दिल्ली के इतना पास आ ही गये हैं तो फिर इंडिया गेट घूम ही लें?"
"तुम मेरे पीछे गान्ड में डालना चाहते हो?"
"हां! वैसे भी हम बिल्कुल सही जगह हैं, बाद में सफाई करने में कोई परेशानी भी नही होगी."
"सही कह रहे हो ..." तान्या बोली और उसकी उंगलियाँ मेरे औज़ार पर घूमने लगी. "ओके, पर थोड़ा धीरे धीरे प्यार से करना, मैने बस एक बार ही डिल्डो को उस जगह डाला था, बहुत ज़्यादा दर्द हुआ था."
"चिंता मत करो, मैं बहुत प्यार से करूँगा." मैने तान्या के हेर कंडीशनर की बॉटल उठाई और थोड़ा सा अपनी हथेली पर लेकर उसे अपने लंड के सुपाड़ा पर फैला दिया. तान्या मेरे से दूसरी तरफ फेस करके थोड़ा झुक गयी, तो मैने बॉटल को टेढ़ा कर के उसकी कुछ बूँदें तान्या की गान्ड के छेद पर उंड़ेल दी. "अपने हिप्स को थोड़ा स्प्रेड करो, तान्या," मैने कहा. फिर मैं अपने फन्फनाते लंड को पकड़ के उसकी गान्ड के छेद पर उपर नीचे कर के घिसने लगा, जिस से मेरे लंड का सुपाड़ा और तान्या की गान्ड का छेद दोनो ही थोड़े चिकने हो जायें.
तान्या ने मेरा कहा मानते हुए अपने दोनो हिप्स को पकड़ के चौड़ा लिया, तान्या की गान्ड के उभारों के थोड़ा सा खुलते ही, मैने अपना लंड गान्ड के छेद पर टिका दिया. तान्या हर धक्के के साथ कराहने लगी, और मेरे मूँह से भी आअहह आहह की आवाज़ें निकलने लगी. तीसरे प्रयास में, जैसे ही मेरा लंड गान्ड के छेद की बाहरी गोलाई को चीरता हुआ अंदर घुसा, तान्या ने ज़ोर से साँस ली, और मैं एक दम रुक गया. तान्या अब ज़ोर ज़ोर से साँसें ले रही थी, और मैं उसकी पीठ के निचले हिस्से को सहला रहा था, मैने पूछा, “सब ठीक है तान्या?” तान्या ने बस हां में सिर हिलाया, और अपनी गान्ड को मेरी तरफ धकेल दिया.
थोड़ी देर मेहनत करने के बाद, करीब 3-4 मिनिट तक धीरे धीरे थोड़ा थोड़ा घुसाते हुए, मेरे पेट का निचला हिस्सा जो झान्टो से ढका हुआ था, वो अब तान्या की गान्ड की गोलाईयों से टकराने लगा, और मेरी गोलियाँ तान्या की चूत पर दस्तक देने लगी. "थोड़ी देर बस ऐसे ही रहो, राज, मुझे थोड़ा यूज़्ड तो हो जाने दो, प्लीज़."
मैने उसका कहा मानते हुए वैसा ही किया, मेरे हाथ उसकी पीठ, गान्ड और उपरी जांघों को सहलाने लगे. मैने थोडा आगे झुक कर तान्या की पीठ पर किस किया, और मेरे दाँये हाथ ने तान्या की चूत के दाने पर पहुँचकर उसको सहलाना शुरू कर दिया. "ओह राज, मेरे से अब नही रहा जाता, मैं बहुत गरम हो गयी हूँ! प्लीज़, धीरे धीरे शुरू करो, चोद दो मुझे. मेरी गान्ड को चोद दो ! ओह राज चोदते रहो, बहुत मज़ा आ रहा है, ऐसे ही मेरी गान्ड में आगे पीछे करते रहो, और भर दो मेरी गान्ड को अपने गरम गरम पानी से!"
धीरे धीरे मैने स्पीड बढ़ा दी, छोटे छोटे झटके अब लंबे होते जा रहे थे, मैं तान्या की मस्त भारी गान्ड में लंड को अंदर बाहर कर रहा था, और वो मेरे साथ आहें भर रही थी. कुछ मिनिट्स के बाद मेरा लंड पूरा 6 इंच अंदर बाहर हो रहा था, और जैसे जैसे तान्या उत्तेजित होती जा रही थी, उसकी आहें अब गुर्राने में बदलने लगी थी. जिस तरह से मैं झटके मार रहा था उनको संभालने के लिए तान्या ने अपने हाथ अपने घुटनों पर से हटा के दीवार पर सपोर्ट के लिए टिका दिए.
तान्या ने अपना सिर पीछे घुमा के मेरी तरफ देखा और कराहते हुए बोली, "राज, मेरे सारे बदन में आग लगी हुई है, ज़ोर से चोदो मेरी गान्ड को... और ज़ोर से ! हां, ऐसे ही ! ओह राज मैं बस झड़ने ही वाली हूँ!"
जैसे ही तान्या ने ये कहा, मैं समझ गया वो क्या कहना चाहती है, तान्या की गान्ड की गोल बाहरी रिम ने मेरे लंड को ज़ोर से जकड लिया था, जिस से मुझे और ज़्यादा मज़ा आ रहा था. उस टाइटनेस के कारण मैं भी चरम पर पहुँचने ही वाला था, इसलिए मैने अपने बाँये हाथ से तान्या की एक चून्चि को पकड़ लिया, और दाँये हाथ से उसकी चूत के दाने को और ज़ोर से मसल्ने लगा.
"ओह राज, बहुत अच्छा लग रहा है" तान्या ज़ोर से चिल्लाई.
"ओह तान्या!"
"चोद दो! मार लो मेरी गान्ड को और भर दो इसे अपने लंड के पानी से!"
"ओह मैं बस छूटने ही वाला हूँ!"
"छोड़ दो अपना पानी मेरे अंदर!"
"बस झड़ने ही वाला हूँ!"
"सारा पानी अंदर ही निकाल दो!" तान्या चिल्लाई. "ओह राज, मुझे लगता है तुम्हारा लंड तो मेरे अंदर और मोटा होता जा रहा है,!"
"ओह तान्या!!!"
"एसस्स्स्स्स्स्स्सस्स!" तान्या चीखी, जैसे ही मेरे लंड ने वीर्य की पहली गरम गरम पिचकारी उसकी गान्ड में छोड़ी, वो खुशी में अपने आप को संभाल नही पाई और गिरते गिरते बची. मैने उसे अपने हाथों में संभाला , हम एक दूसरे के शरीर में अपने शरीर को धकेल रहे थे. मैने उसकी गान्ड में, गरम गरम वीर्य के पानी की ढेर सारी पिचकारियाँ छोड़ दी, और तान्या की गान्ड ने चिकनाहट छोड़ कर मेरा भरपूर साथ दिया.
हम दोनो हर चुदाई में एक साथ क्लाइमॅक्स पर पहुँचे, मैं उसकी गान्ड में लंड डाले रहा, हम वैसे ही खड़े खड़े ज़ोर ज़ोर से साँसें ले रहे थे. धीरे से तान्या सीधी खड़ी हुई, और अपने कमर को सीधा किया, मैं अभी उसकी गान्ड अपने हाथों से अपने से चिपका के खड़ा था. तान्या ने मुझे घूम के देखा, उसकी आँखों में संतुष्टि के भाव थे, वो बोली, "राज तुम्हारा लंड उस डिल्डो से लाख गुना बेहतर है! तुमने आज मुझे बहुत अच्छा तरह चोदा, मैं आज बहुत अच्छी वाली हुई हूँ... आइ लव यू!" तान्या ने फिर मुझे किस किया, उसकी जीभ ने मेरी जीभ को ढूँढा और फिर दोनो एक दूसरे के मूँह में डॅन्स करने लगी.
हम वैसे ही किस करते हुए खड़े रहे, जब तक कि मेरा मुरझाया हुआ लंड एक अजीब सी पूप्प्प की आवाज़ के साथ बाहर निकल आया. "ओह, तुम्हारा ये तो निकल गया! मेरी गान्ड में घुसा हुआ, मेरे को ये बहुत अच्छा लगता है."
मैने तान्या को घुमा कर अपनी तरफ उसका फेस किया और फिर कस कर उसे अपनी बाहों में भरकर चिपका लिया और बोला "तुम्हारी इस मस्त टाइट गान्ड को मारने के लिए ये बंदा जब चाहो तब तय्यार है!"
तान्या खिलखिलाई और बोली, "जवाब बहुत अच्छा है, लेकिन गीजर का पानी अब ठंडा हो रहा है, जल्दी करो और बाहर निकलो यहाँ हैं."
तान्या सही कह रही थी, हमने अपने आप को अच्छी तरह धोया, जल्दी से, और फिर बाहर निकल के एक दूसरे को तौलिया से पोंच्छा. जब हम दोनो ड्राइ हो हाए तो तान्या ने मेरे गले में अपनी बाहें डाल दी, और फिर अपने पंजों के बल खड़ी होकर मेरी नाक पर अपनी नाक रगड़ने लगी. "एक बात बताऊं राज, आज के बाद अगर तुम को कभी भी वो ठक... या ठक.... ठक... की आवाज़ सुनाई दे, तो समझ जाना कि तुम मेरी ठीक से देखभाल नही कर रहे हो, और सावधान रहना, मैं ज़्यादातर बहुत हॉर्नी रहती हूँ.!”
"अगर तुम अभी के लिए इशारा कर रही हो, तो ठीक है, मैं तुम्हारी ये रिक्वेस्ट भी पूरी कर देता हूँ!"
"अभी?!" हल्के हंसते हुए उसने कहा. "ना बाबा ना, अभी अभी तो तुमने मुझे इतना अच्छा चोदा है, थॅंक यू! अब तो मैं बस सोना चाहती हूँ, बड़ी ज़ोर से नींद आ रही है." मैने हां में सिर हिलाया और दीवार पर लटकी घड़ी की तरफ देखा, सुबह के 5 बज रहे थे. मैं और तान्या दोनो तान्या के रूम की तरफ चल पड़े, मुझे अपने साथ चलता देख, तान्या थोड़ा मुस्कुराइ और पूछा, मेरे साथ मेरे बेड पर सो ओगे क्या?"
"हां, अब अकेले सोने का मन नही करेगा."
|